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शिरोमणी अकाली दल ने मनप्रीत अयाली द्वारा आप मंत्री हरजोत बैंस के साथ मिलकर श्री अकाल तख्त के जत्थेदार की नियुक्ति के लिए नियम और कानून बनाने के लिए विधानसभा से हस्तक्षेप की मांग करने की कड़ी निंदा की

प्रेस विज्ञप्ति
शिरोमणी अकाली दल ने मनप्रीत अयाली द्वारा आप मंत्री हरजोत बैंस के साथ मिलकर श्री अकाल तख्त के जत्थेदार की नियुक्ति के लिए नियम और कानून बनाने के लिए विधानसभा से हस्तक्षेप की मांग करने की कड़ी निंदा की
चंडीगढ़/28मार्च: शिरोमणी अकाली दल ने आज श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार की नियुक्ति के लिए नियम और कानून बनाने के लिए विधानसभा के हस्तक्षेप की मांग करने के लिए आम आदमी पार्टी के मंत्री हरजोत बैंस के साथ गठबंधन करने के लिए अलग हुए अकाली नेता मनप्रीत अयाली की निंदा की है।
यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए अकाली नेता डाॅ. दलजीत सिंह चीमा और स. अर्शदीप सिंह कलेर ने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब की सर्वोच्चता में विश्वास का दावा करने वाले मनप्रीत अयाली ने राज्य विधानसभा में सर्वोच्च तख्त को राज्य विधानसभा से छोटा बनाकर इसके अधिकार को कम किया है। इससे पता चलता है कि अयाली और बागी नेता केवल अपने तुच्छ राजनीतिक स्वार्थ के लिए श्री अकाल तख्त के नाम का उपयोग कर रहे हैं, क्योंकि एक तरफ वे श्री अकाल तख्त के नाम पर सदस्यता अभियान चला रहे हैं, लेकिन दूसरी तरफ वे तख्त के जत्थेदार की नियुक्ति के लिए नियम बनाने और इसके सेवादारों पर शर्तें निर्धारित करने पर विधानसभा में चर्चा कर रहे हैं। नेताओं ने कहा कि बागी अकाली नेताओं से इस मुददे पर अपना रूख स्पष्ट करना चाहिए।
डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने श्री अकाल तख्त के जत्थेदार की नियुक्ति के लिए नियम और कानून बनाने पर चर्चा शुरू करने की कोशिश करने के लिए हरजोत बैंस की भी निंदा की। उन्होने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि तख्त के सिद्धांतों पर विश्वास न करने वाले बैंस ने इस चर्चा की शुरूआत की।
अकाली नेता ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां को तत्काल चर्चा रोक देनी चाहिए थी। उन्होने कहा,‘‘ क्या अध्यक्ष, विधानसभा में अन्य धर्मों के मुददों पर चर्चा की अनुमति देंगें?’’ उन्होने कहा कि पूरी चर्चा को विधानसभा के रिकाॅर्ड से हटा दिया जाना चाहिए, क्योंकि इससे सिख समुदाय की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं।
वरिष्ठ नेता ने कहा कि अयाली वास्तव में तख्त के अधिकार को कमतर करने के लिए आप सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। उन्होने कहा,‘‘ ‘‘ इस चर्चा की कोई जरूरत नही है, क्योंकि शिरोमणी कमेटी के अध्यक्ष ने यह स्पष्ट कर दिया है कि एसजीपीसी, श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदारों की नियुक्ति के लिए नियम बनाएगी और इस मकसद के लिए पांच मेंबरीय कमेटी का गठन भी किया गया है।
प्रेस विज्ञप्ति
शिरोमणी अकाली दल ने मनप्रीत अयाली द्वारा आप मंत्री हरजोत बैंस के साथ मिलकर श्री अकाल तख्त के जत्थेदार की नियुक्ति के लिए नियम और कानून बनाने के लिए विधानसभा से हस्तक्षेप की मांग करने की कड़ी निंदा की
चंडीगढ़/28मार्च: शिरोमणी अकाली दल ने आज श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार की नियुक्ति के लिए नियम और कानून बनाने के लिए विधानसभा के हस्तक्षेप की मांग करने के लिए आम आदमी पार्टी के मंत्री हरजोत बैंस के साथ गठबंधन करने के लिए अलग हुए अकाली नेता मनप्रीत अयाली की निंदा की है।
यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए अकाली नेता डाॅ. दलजीत सिंह चीमा और स. अर्शदीप सिंह कलेर ने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब की सर्वोच्चता में विश्वास का दावा करने वाले मनप्रीत अयाली ने राज्य विधानसभा में सर्वोच्च तख्त को राज्य विधानसभा से छोटा बनाकर इसके अधिकार को कम किया है। इससे पता चलता है कि अयाली और बागी नेता केवल अपने तुच्छ राजनीतिक स्वार्थ के लिए श्री अकाल तख्त के नाम का उपयोग कर रहे हैं, क्योंकि एक तरफ वे श्री अकाल तख्त के नाम पर सदस्यता अभियान चला रहे हैं, लेकिन दूसरी तरफ वे तख्त के जत्थेदार की नियुक्ति के लिए नियम बनाने और इसके सेवादारों पर शर्तें निर्धारित करने पर विधानसभा में चर्चा कर रहे हैं। नेताओं ने कहा कि बागी अकाली नेताओं से इस मुददे पर अपना रूख स्पष्ट करना चाहिए।
डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने श्री अकाल तख्त के जत्थेदार की नियुक्ति के लिए नियम और कानून बनाने पर चर्चा शुरू करने की कोशिश करने के लिए हरजोत बैंस की भी निंदा की। उन्होने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि तख्त के सिद्धांतों पर विश्वास न करने वाले बैंस ने इस चर्चा की शुरूआत की।
अकाली नेता ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां को तत्काल चर्चा रोक देनी चाहिए थी। उन्होने कहा,‘‘ क्या अध्यक्ष, विधानसभा में अन्य धर्मों के मुददों पर चर्चा की अनुमति देंगें?’’ उन्होने कहा कि पूरी चर्चा को विधानसभा के रिकाॅर्ड से हटा दिया जाना चाहिए, क्योंकि इससे सिख समुदाय की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं।
वरिष्ठ नेता ने कहा कि अयाली वास्तव में तख्त के अधिकार को कमतर करने के लिए आप सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। उन्होने कहा,‘‘ ‘‘ इस चर्चा की कोई जरूरत नही है, क्योंकि शिरोमणी कमेटी के अध्यक्ष ने यह स्पष्ट कर दिया है कि एसजीपीसी, श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदारों की नियुक्ति के लिए नियम बनाएगी और इस मकसद के लिए पांच मेंबरीय कमेटी का गठन भी किया गया है।
