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यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के जासूसी लिंक मिले... फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट से हुआ खुलासा

यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के जासूसी लिंक मिले... फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट से हुआ खुलासा ज्योति चार PIOs के संपर्क में थी और उनकी पहचान की उसको जानकारी थी. डिजिटल डेटा में किसी ग्रुप चैट के नहीं, बल्कि केवल वन-ऑन-वन बातचीत के सबूत हैं. पहली पाकिस्तान यात्रा के बाद उसे विशेष वीजा और ISI और पाक गृह मंत्रालय की मंजूरी से सुरक्षा भी मिली थी. पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार ज्योति मल्होत्रा मामले में डिजिटल फॉरेंसिक जांच में खुलासा हुआ है कि वह पाकिस्तानी आईएसआई द्वारा रची गई नैरेटिव बनाने वाली योजना में 'एसेट' थी. हिसार पुलिस को मिली ज्योति की फॉरेन्सिक जांच की रिपोर्ट हिसार पुलिस ने ज्योति के मोबाइल और लैपटॉप से 12TB की डिजिटल फॉरेंसिक डाटा रिकवर की है. पुलिस फिलहाल हिरासत की मांग नहीं कर रही है और पहले डिजिटल सबूतों की गहराई से जांच करेगी. प्रारंभिक डाटा में ज्योति के खातों में संदिग्ध मनी ट्रेल का पता चला है. ज्योति चार PIOs के संपर्क में थी और उनकी पहचान की उसको जानकारी थी. डिजिटल डेटा में किसी ग्रुप चैट के नहीं, बल्कि केवल वन-ऑन-वन बातचीत के सबूत हैं. पहली पाकिस्तान यात्रा के बाद उसे विशेष वीजा और ISI और पाक गृह मंत्रालय की मंजूरी से सुरक्षा भी मिली थी. पाकिस्तान यात्रा के वीडियो सामने आने के बाद उसके फॉलोअर्स और व्यूज में अचानक बढ़ोतरी हुई थी. हिसार पुलिस के मुताबिक ज्योति ने जानबूझकर ISI की योजना में साथ दिया ताकि उसे सुविधाएं मिलती रहें. उसे VIP ट्रीटमेंट दिया गया जो सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स को लुभाने का ISI का आम तरीका है. हिसार पुलिस को मिले ज्योति के डिजिटल साक्ष्य इतने मजबूत हैं कि उस पर कई धाराओं में केस बन सकता है. उसकी गिरफ्तारी समय पर हुई जिससे एक बड़ा राष्ट्रीय सुरक्षा संकट टल गया है. वह पहले ही PIOs के इशारों पर काम कर रही थी ताकि उसे व्यक्तिगत लाभ मिल सके.  हालांकि, अब तक हिसार पुलिस को बेहद संवेदनशील जानकारी के लीक होने के सबूत नहीं मिले हैं. हिसार पुलिस ज्योति को मिलने वाले फण्ड के सोर्स की भी जांच कर रही हैं.
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ज्योति मल्होत्रा का क्या थे आतंकियों से संबध? पुलिस ने सब कुछ कर दिया साफ

ज्योति मल्होत्रा का क्या थे आतंकियों से संबध? पुलिस ने सब कुछ कर दिया साफ पुलिस ने ज्योति के तीन मोबाइल फोन, एक लैपटॉप और कुछ अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण कब्जे में लिए हैं. उनकी जांच अभी जारी है. हिसार एसपी ने मीडिया से अनुरोध किया है कि वे सूत्रों और कल्पना के हवाले से कुछ भी प्रसारित न करें. ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया पर कई अफवाहें फैल रही हैं. लेकिन हिसार पुलिस ने अब स्थिति स्पष्ट कर दी है. पुलिस के अनुसार ज्योति मल्होत्रा के किसी पाकिस्तानी अधिकारी से शादी करने या धर्म परिवर्तन करने के कोई सबूत नहीं मिले हैं. किसी आतंकवादी संगठन से सीधे तौर पर जुड़े होने के कोई सबूत नहीं मिले हैं, लेकिन वह पाकिस्तान ऑपरेटिव एजेंसी (पीओआई) से जुड़े लोगों के संपर्क में जरूर थी. पुलिस ने ज्योति के तीन मोबाइल फोन, एक लैपटॉप और कुछ अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण कब्जे में लिए हैं. उनकी जांच अभी जारी है. हिसार एसपी ने मीडिया से अनुरोध किया है कि वे सूत्रों और कल्पना के हवाले से कुछ भी प्रसारित न करें और आधिकारिक बयान के आधार पर ही खबरें प्रसारित करें. हिसार पुलिस ने ज्योति मल्होत्रा मामले में स्थिति स्पष्ट की है और अफवाहों पर विराम लगाया है. पुलिस के अनुसार ज्योति मल्होत्रा की कोई डायरी पुलिस के कब्जे में नहीं है और उसके किसी आतंकी संगठन से जुड़े होने के सबूत नहीं मिले हैं. ज्योति ने पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी दानिश से संपर्क किया था और उनसे शादी करवाने की बात कही थी. लेकिन अभी तक इस बात का कोई पक्का सबूत नहीं मिला है कि वह धर्म बदलना चाहती थीं या किसी पाकिस्तानी नागरिक से शादी करना चाहती थीं. पुलिस अब ज्योति की ऑनलाइन दुनिया पर फोकस कर रही है और उसके सोशल मीडिया अकाउंट्स, ईमेल्स और मैसेजिंग ऐप्स की जांच कर रही है ताकि पता चल सके कि उसने कब, कहां और किस माध्यम से पाकिस्तान की इंटेलिजेंस से संपर्क किया. पुलिस को अभी तक ज्योति के फोन और लैपटॉप से ऐसा कोई डेटा नहीं मिला है जिससे यह साबित हो सके कि वह देश की सेना या महत्वपूर्ण सूचनाओं तक पहुंच रखती थी. लेकिन पुलिस अभी भी उसकी हर गतिविधि पर नजर रखने की कोशिश जारी रखे हुए है ताकि पूरी सच्चाई का पता चल सके.  
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पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट को बम की धमकी, पुलिस ने की शांति बनाए रखने की अपील

पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट को बम की धमकी, पुलिस ने की शांति बनाए रखने की अपील पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट को ई-मेल के जरिए बम की धमकी मिलने के बाद चंडीगढ़ पुलिस ने कोर्ट परिसर में तलाशी अभियान चलाया। पुलिस ने अफवाहों से बचने और शांति बनाए रखने की अपील की है। पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट को गुरुवार को एक ई-मेल के जरिए बम की धमकी मिली। इस धमकी में दावा किया गया कि कोर्ट परिसर में एक IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) रखा गया है। इस खबर के बाद चंडीगढ़ पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया और कोर्ट परिसर की तलाशी शुरू कर दी। चंडीगढ़ पुलिस के SDPO (सेंट्रल) उदयपाल सिंह ने बताया, 'हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार ऑफिस को एक ई-मेल मिला, जिसमें बम होने की बात कही गई थी। सूचना मिलते ही पुलिस ने पूरे परिसर की गहन तलाशी शुरू कर दी।' सुरक्षा के लिहाज से कोर्ट के ज्यादातर हिस्सों को खाली करवा लिया गया है और आम लोगों का प्रवेश अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। अभी तक तलाशी में कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है, लेकिन पुलिस पूरी सतर्कता के साथ जांच कर रही है। बुधवार को हरियाणा में दी गई थीं ऐसी ही धमकियां बता दें कि बुधवार को हरियाणा के अंबाला में डिप्टी कमिश्नर के दफ्तर को भी ऐसे ही बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। वहीं, गुरुग्राम और फतेहाबाद में भी सरकारी दफ्तरों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। बाद में जांच में सारी धमकी फर्जी निकली। पिछले कुछ समय में देश के कई हिस्सों में स्कूलों, अस्पतालों और सरकारी दफ्तरों को ऐसी धमकियां मिल रही हैं, जो ज्यादातर फर्जी साबित हुई हैं। उदाहरण के लिए, मई 2025 में दिल्ली के कई स्कूलों और अस्पतालों को भी ई-मेल के जरिए धमकियां मिली थीं, लेकिन जांच में कोई खतरा नहीं पाया गया। हालांकि उस समय भी पुलिस ने एहतियातन तलाशी अभियान चलाया था। 1919 में हुई थी पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट की स्थापना पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट चंडीगढ़ में स्थित है और यह पंजाब, हरियाणा और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के लिए सर्वोच्च न्यायिक संस्था है। इसकी स्थापना 1919 में हुई थी और तब इसे लाहौर हाई कोर्ट के नाम से जाना जाता था। यह देश के सबसे पुराने हाईकोर्ट्स में से एक है और इसे मौजूदा नाम 1966 में दिया गया। वर्तमान में इसका भवन चंडीगढ़ के सेक्टर-1 में है, जिसे मशहूर आर्किटेक्ट ली कॉर्बूसियर ने डिजाइन किया था। यह कोर्ट दोनों राज्यों के कानूनी मामलों को देखता है और इसकी कार्यवाही की निगरानी सुप्रीम कोर्ट करता है।  
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'पाकिस्तान के बारे में जितना कहो उतना कम...' पर्सनल डायरी ने खोले ज्योति के राज, जानें और क्या-क्या लिखा

'पाकिस्तान के बारे में जितना कहो उतना कम...' पर्सनल डायरी ने खोले ज्योति के राज, जानें और क्या-क्या लिखा ज्योति मल्होत्रा पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिवसीय सैन्य संघर्ष के दौरान कथित तौर पर नयी दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात एक पाकिस्तानी अधिकारी के संपर्क में थी. पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा ​​से एनआईए, आईबी और सैन्य खुफिया अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं. ज्योति मल्होत्रा के वित्तीय लेन-देन और यात्रा विवरण की भी जांच की जा रही है. इ बीच ज्योति मल्होत्रा के डायरी के कुछ पन्ने सामने आए हैं, जिसमें उसका पाकिस्तान के प्रति झुकाव साफ तौर पर दिख रहा है. 2012 के कैलेंडर वाली इस पुरानी डायरी के पन्नों पर ज्योति ने मन की भावनाएं लिखी हैं. पाकिस्तान यात्रा के दौरान जो सूचनाएं जुटाईं, यात्रा पर जाने से लेकर आने तक, जो भी अनुभव रहे, उन्हें इस डायरी में साझा किया है. ज्योति ने डायरी में लिखा,"पाकिस्तान से 10 दिन का सफर तय करके आज आ गई हूं, अपने देश इंडिया/भारत. इस दौरान पाकिस्तान की आवाम से काफी मोहब्बत मिली. हमारे सबस्क्राइबर, फ्रेंड्स भी हमसे मिलने आ. लाहौर घूमने के लिए मिला दो दिन का वक्त काफी कम था." उसने आगे लिखा, "सरहदों की दूरियां पता नहीं कब तक बरकरार रहेंगी, पर दिलों में जो गिले शिकवे हैं वो मिट जाएं. हम सब एक ही धरती, एक ही मिट्टी के हैं. अगर ऐसा कुछ हो जिसको वीडियो में शेयर न किया हो तो आप बेझिझक कमेंट में पूछ सकते हैं. अब दीजिए इजाजत पाकिस्तान की सरहद यहीं तक थी." ज्योति ने लिखा, "रिक्वेस्ट है कि पाकिस्तान गवर्नमेंट इंडियंस के लिए और भी गुरुद्वारे और मंदिरों के रास्ते खोले, सहूलियत पैदा करे कि हिंदू लोग भी वहां विजिट कर पाएं. वहां के मंदिरों को भी प्रोटेक्ट करे और अपनी फैमिली जो 1947 के समय बिछड़ गई थी, उनसे मिल पाएं. पाकिस्तान के बारे में बस जितना कहो उतना कम. क्रेजी एंड कलरफुल." 'ट्रैवल विद जो' यूट्यूब चैनल चलाती है ज्योति बता दें कि हिसार की रहने वाली 33 साल की ज्योति मल्होत्रा 'ट्रैवल विद जो' नामक एक यूट्यूब चैनल चलाती है. उसे 16 मई को न्यू अग्रसेन एक्सटेंशन से गिरफ्तार किया गया था. ज्योति के खिलाफ आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत एक मामला दर्ज किया गया है. ज्योति उन 12 व्यक्तियों में शामिल है, जिन्हें पिछले दो सप्ताह में जासूसी के आरोप में पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया है. साथ ही जांचकर्ताओं ने उत्तर भारत में कथित तौर पर पाकिस्तान से जुड़े एक जासूसी नेटवर्क के सक्रिय होने की ओर इशारा किया है. पुलिस ज्योति की पाकिस्तान और चीन यात्रा की कर रही है जांच हिसार में हरियाणा पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि केंद्रीय एजेंसियां ​​और सैन्य खुफिया अधिकारी भी ज्योति मल्होत्रा की यात्रा के विवरण की जांच कर रहे हैं, क्योंकि उसने कथित तौर पर पाकिस्तान, चीन और कुछ अन्य देशों की यात्रा की थी. घटनाक्रम की कड़ियों को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसने किन देशों की यात्रा की और किस क्रम में. इससे पहले पुलिस ने कहा था कि ज्योति की आय के ज्ञात स्रोत उसकी विदेश यात्राओं से मेल नहीं खाते, साथ ही कहा था कि उसका वित्तीय लेन-देन भी जांच के दायरे में है. पुलिस ने कहा कि ज्योति के लैपटॉप का फोरेंसिक विश्लेषण किया जा रहा है, साथ ही कहा कि वे उन लोगों से भी पूछताछ करेगी जो उसके संपर्क में थे. पाकिस्तान उच्चायोग के एक अधिकारी के संपर्क में थी यूट्यूबर हिसार के पुलिस अधीक्षक (एसपी) शशांक कुमार सावन ने कहा था कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों से जुड़े लोग ज्योति मल्होत्रा को कथित तौर पर 'अपने सम्पर्क' के तौर पर तैयार कर रहे थे. ज्योति मल्होत्रा पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिवसीय सैन्य संघर्ष के दौरान कथित तौर पर नयी दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात एक पाकिस्तानी अधिकारी के संपर्क में थी. मल्होत्रा ​​के पास सैन्य या रक्षा अभियानों से जुड़ी किसी भी जानकारी तक सीधी पहुंच नहीं थी, लेकिन वह सीधे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों से जुड़े लोगों के संपर्क में थी. पुलिस अधिकारी ने कहा था, "यह आधुनिक युद्ध है जो सिर्फ सीमाओं पर नहीं लड़ा जाता. हमें एक नयी कार्यप्रणाली का पता चला है जिसमें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों से जुड़े व्यक्ति कुछ सोशल मीडिया इनफ्लूएंसर को अपने साथ जोड़ने की कोशिश कर रहे थे." पहलगाम हमले से पहले कश्मीर गई थी ज्योति साथ ही पुलिस ने बताया कि ज्योति पहलगाम हमले से पहले कश्मीर गई थी और उससे पहले पाकिस्तान गई थी. पुलिस इन यात्राओं के बीच 'संबंध' स्थापित करने की कोशिश कर रही है. ज्योति के यूट्यूब चैनल के वर्तमान में 3.87 लाख सब्सक्राइबर हैं. ज्योति 2023 में पाकिस्तान उच्चायोग में एहसान-उर-रहीम उर्फ ​​दानिश के संपर्क में आयी थी, जब वह पड़ोसी देश की यात्रा के लिए वीजा मांगने वहां गई थी. तेरह मई को भारत ने जासूसी में कथित रूप से लिप्त होने के कारण उच्चायोग में कार्यरत पाकिस्तानी अधिकारी को निष्कासित कर दिया था.
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झज्जर पुलिस ने पकड़े 174 बांग्लादेशी नागरिक, डिपोर्ट करने की कार्रवाई हुई शुरू

झज्जर पुलिस ने पकड़े 174 बांग्लादेशी नागरिक, डिपोर्ट करने की कार्रवाई हुई शुरू पुलिस कमिश्नर ने सभी जिला वासियों से अपील करते हुए कहा है कि वे अपने पास काम करने वाले या किराए पर रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति की पुलिस वेरिफिकेशन जरूर करवा लें, हो सकता है कोई अपराधी या क्रिमिनल हो. झज्जर में पुलिस की ओर से विदेशी नागरिकों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया गया. पुलिस अब तक 174 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ चुकी है. पुलिस पकड़े गए परिवारों की वेरिफिकेशन की प्रक्रिया में जुटी हुई है. जल्द ही इन नागरिकों को डिपोर्ट किया जाएगा. झज्जर की पुलिस कमिश्नर डाक्टर राजश्री ने आम लोगों से संदिग्ध लोगों के बारे में पुलिस को सूचना देने और किरायेदारों की पुलिस वेरिफिकेशन करवाने की अपील की है. जानकारी अनुसार, पुलिस की ओर से झज्जर जिले से अलग-अलग स्थानों पर छापेमार कार्रवाई कर विदेशी नागरिकों को पकड़ा जा रहा है. पुलिस का अभियान अभी भी जारी पुलिस ने जिले में बने ईंट भट्‌ठों, झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले विदेशी परिवारों को पकड़ रही है. पुलिस का अभियान लगातार दो दिन से जारी है. शहर में बनी झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले परिवारों से भी पूछताछ की जा रही है और सभी संदिग्ध परिवारों के कागजात भी जांचे जा रहे हैं. पुलिस के मुताबिक, डिपार्टमेंट की ओर से लगातार छापेमार कार्रवाई की जा रही है. लगातार विदेशी नागरिकों को पकड़ा जा रहा है और उनके कागजातों की जांच की जा रही है. जांच की प्रक्रिया अभी जारी पीआरओ ने बताया कि अब तक कुल 174 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा जा चुका है. फिलहाल पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिकों को झज्जर की एक धर्मशाला में रखा गया है और वेरिफिकेशन की जा रही है. झज्जर की पुलिस कमिश्नर डॉक्टर राजश्री सिंह ने सभी थाना प्रबंधक चौकी प्रभारी को स्पष्ट रूप से निर्देश देते हुए कहा कि अनाधिकृत रूप से किसी को भी रहने की छूट नहीं इसके लिए झज्जर पुलिस द्वारा एक विशेष सर्च अभियान चलाया गया जिस अभियान के तहत 2 दिन के अंदर थाना और चौकी के एरिया से 174 बांग्लादेशी की पहचान की गई है. जिनकी जांच की प्रक्रिया अभी जारी है. पुलिस कमिश्नर ने बताया कि इनकी डिपोर्ट की प्रक्रिया अमल मे लाई जा रही है. हमने सभी थाना प्रबंधक और चौकी प्रभारी को स्पष्ट निर्देश दिए दें रखे हैं कि वह अपने-अपने क्षेत्र में सरकार द्वारा जारी आदेशों के अनुसार एक-एक बांग्लादेशी की पहचान करके उनको वापिस भेजने की प्रक्रिया अमल मे लाए. इस संबंध में किसी थाना प्रबंधक, चौकी प्रभारी की कोई लापरवाही पाई जाती है तो उसके खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई अमल मे लाई जाएगी. झज्जर पुलिस द्वारा अब तक 174 बांग्लादेशियों की पहचान की गई है. जिनमें से 58 पुरूष , 52महिला और 64 बच्चे शामिल हैं. पुलिस कमिश्नर ने सभी जिला वासियों से अपील करते हुए कहा है कि वे अपने पास काम करने वाले या किराए पर रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति की पुलिस वेरिफिकेशन जरूर करवा लें, हो सकता है कोई अपराधी या क्रिमिनल हो. अगर भविष्य में कोई व्यक्ति ऐसा नहीं करता तो उसके खिलाफ भी पुलिस द्वारा कानूनी कार्रवाई अमल मे लाई जाएगी. वहीं दूसरी तरफ झज्जर की ईंट भट्ठा एसोसिएशन के प्रधान सुरेंद्र ने ईंट भट्ठा संचालक को से भट्ठों पर काम करने वाले बांग्लादेशी नागरिकों के बारे में पुलिस को अवगत करवाने के लिए पत्र लिखा है. उनका कहना है कि हमारे लिए देश सर्वप्रथम है और अनधिकृत रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों को बाहर भेजने की आवश्यकता है. 
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ज्योति मल्होत्रा से माधुरी गुप्ता तक... ये हैं पाकिस्तान की जासूसी के 10 किस्से और किरदार

ज्योति मल्होत्रा से माधुरी गुप्ता तक... ये हैं पाकिस्तान की जासूसी के 10 किस्से और किरदार ये पहली बार नहीं है जब ज्योति मल्होत्रा, शहज़ाद, देवेंद्र सिंह, नोमान इलाही, गजाला समेत तमाम लोगों को पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. इनसे पहले भी बहुत से लोगों पर देश की संवेदनशील जानकारी दुश्मन के साथ शेयर करने के आरोप में एक्शन लिया जा चुका है. पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को ऐसा सबक सिखाया कि इसे पूरी दुनिया ने देखा. भारतीय सेना ने चुन-चुनकर पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया. भारतीय सुरक्षा एजेंसी की नजर अब देश में छिपे उन गद्दारों पर है, जो पाकिस्तानी के लिए जासूसी करते हैं. सुरक्षा एजेंसियों ने पिछले 2 हफ्तों में देश की तमाम जगहों से 8 पाकिस्तानी जासूसों को गिरफ्तार (Pakistan Spy Arrested) किया है. हरियाणा की रहने वाली यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा से लेकर गुजरात के मोहम्मद मुर्तजा अली तक, ये पहली बार नहीं है, जब पाक के लिए जासूसी के आरोप में इन गद्दारों पर एक्शन लिया गया है. इससे पहले भी इस तरह के कदम उठाए जाते रहे हैं.   साल 2025: ज्योति मल्होत्रा हरियाणा के हिसार की रहने वाली 33 साल की ट्रैवल व्लॉगर ज्योति को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में 17 मई, 2025 को गिरफ्तार किया गया. उस पर एहसान-उर-रहीम (उर्फ दानिश) समेत ISI ऑपरेटरों के साथ संवेदनशील जानकारी साझा करने का आरोप लगा है. आरोप है कि ज्योति कई बार पाकिस्तान भी गई थी. वह एन्क्रिप्टेड ऐप्स के जरिए ISI ऑपरेटर्स के संपर्क में थी. कई अहम दस्तावेजों से इस बात का खुलासा हुआ है.  साल 2025: सुखप्रीत सिंह सुखप्रीत सिंह पर पंजाब के गुरदासपुर में सेना की गतिविधियों समेत ऑपरेशन सिंदूर के बारे में गोपनीय जानकारी ISI ऑपरेटर्स संग शेयर करने का आरोप है. इस मामले में उसे गिरफ्तार कर लिया गया था. खबर ये भी है उसने इसके बदले ISI हैंडलर्स से 1 लाख रुपए भी लिए थे.  2025: करणबीर सिंह  करणबीर सिंह पर भी ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी संवेदनशील जानकारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को मुहैया कराने का आरोप है. उसे सुखप्रीत सिंह के साथ गुरदासपुर में ISI के संचालकों को सेना की अहम जानकारी देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. साल 2025: देवेंदर सिंह ढिल्लों हरियाणा के कैथल से राजनीति विज्ञान के 25 साल के छात्र देवेंदर सिंह ढिल्लों को पटियाला की सैन्य छावनी की तस्वीरों समेत संवेदनशील जानकारी ISI एजेंटों संग शेयर करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. आरोप है कि उसने नवंबर 2024 में पाकिस्तान का दौरा भी किया था.  साल 2016: महमूद अख्तर नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारी महमूद अख्तर को कुछ संवेदनशील भारतीय दस्तावेज इकट्ठा करते हुए पकड़ा गया था. उसे अवांछित घोषित करते हुए देश से निष्कासित कर दिया गया था. इस घटना ने जासूसी में पाकिस्तानी राजनयिकों की भूमिका को उजागर कर दिया.  साल 2010: माधुरी गुप्ता पाकिस्तान के इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग में 53 साल की भारतीय राजनयिक और सेकेंड सेक्रेट्री माधुरी गुप्ता को 22 अप्रैल, 2010 को पाक खुफिया एजेंसी ISI संग देश की संवेदनशील जानकारी शेयर करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. जानकारी के मुताबिक माधुरी एक यंग ISI ऑपरेटिव जमशेद (उर्फ जिम) के हनीट्रैप में फंस गई थीं. माधुरी पर जिम के साथ भारतीय अधिकारियों और सीक्रेट रास्तों की जानकारी साझा करने का आरोप लगा था. मई 2018 में वह दोषी पाई गईं, जिसके बाद उनको 3 साल जेल की सजा सुनाई गई थी.  साल 2008: बीजिंग में भारतीय दूतावास का अधिकारी चीन की राजधानी बीजिंग में भारतीय दूतावास के एक सीनियर अधिकारी को चीनी महिला के हनीट्रैप में फंसने के बाद देश  वापस बुला लिया गया था. सुरक्षा एजेंसियों को शक था कि उस महिला का लिंक पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी से था, जिससे संवेदनशील जानकारी लीक होने का खतरा बढ़ गया था.  साल 2006: NSCS का जासूस देश के प्रधानमंत्री कार्यालय से जुड़े इंडियन नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल में कंप्यूटर सुरक्षा विशेषज्ञ के तौर पर काम करने वाले मुकेश सैनी की भूमिका कथित तौर पर सीआईए जासूस के रूप में उजागर हुई थी.  उसका पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी से इनडायरेक्ट कनेक्शन होने का शक सुरक्षा एजेंसियों को था. हालांकि उससे जुड़ी जानकारी को गोपनीय रखा गया था. इस घटना ने उच्च-स्तरीय सरकारी कार्यालयों में जोखिम को उजागर कर दिया.  साल 2004: रबिंदर सिंह भारत के रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (R&AW) में सीनियर अधिकारी रबिंदर सिंह कथित तौर पर CIA की जासूसी का आरोप लगा था.  सुरक्षा एजेंसियों को संदेह था कि वह पाकिस्तान के साथ संवेदनशील जानकारी शेयर कर रहा था. उस पर अमेरिकी एजेंसी में काम करने वाली अपनी बहन के जरिए दक्षिण एशिया में अमेरिकी सरकार की खुफिया जानकारी इकट्ठा करने का आरोप लगा था. रॉ की नजरों से बचकर वह साल  2004 में नेपाल के रास्ते अमेरिका भाग गया था.  साल 2005-2007: कमोडोर सुखजिंदर सिंह रूस में तैनात नौसेना अधिकारी कमोडोर सुखजिंदर सिंह हनीट्रैप में फंस गए थे. उन पर एक रूसी महिला के साथ संबंध बनाने का आरोप लगा था. अधिकारियों को संदेह था कि वह रूसी महिला पाकिस्तान के लिए जासूसी करती थी. महिला जासूस के साथ नौसेना अधकारी के अवैध संबंधों का खुलासा होने के बाद साल 2011 में उनको पद से बर्खास्त कर दिया गया था.  
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एक और जासूस की हुई गिरफ्तारी, हरियाणा के नूंह में ISI के लिए काम करने वाला हनीफ गिरफ्तार

एक और जासूस की हुई गिरफ्तारी, हरियाणा के नूंह में ISI के लिए काम करने वाला हनीफ गिरफ्तार हरियाणा पुलिस और केंद्रीय जांच एजेंसियों की तरफ से हनीफ नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया है. पहलगाम आतंकी हमले और उसके बाद भारत की जवाबी कार्रवाई के बाद से देश भर में सुरक्षा एजेंसियों की तरफ से छापेमारी की जा रही है. एक के बाद एक कई जासूस गिरफ्तार किए गए हैं. हरियाणा पुलिस और केंद्रीय जांच एजेंसियों ने नूंह जिले में पाकिस्तानी जासूसी नेटवर्क के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए तावडू उपमंडल के गांव कांगरका से हनीफ नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया है. यह गिरफ्तारी दो दिन पहले राजाका गांव से अरमान की जासूसी के आरोप में हुई गिरफ्तारी के बाद हुई है. बताते चलें कि इससे पहले 8 जासूसों की गिरफ्तारी हो चुकी है. हनीफ की गिरफ्तारी 9 वीं है.  इधर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी (आईएसआई) के लिए जासूसी करने और जानकारी साझा करने के आरोप में गिरफ्तार हरियाणा के हिसार की 33 वर्षीय यूट्यूबर और ट्रैवल ब्लॉगर ज्योति मल्होत्रा का इंस्टाग्राम अकाउंट सस्पेंड कर दिया गया है. उनके इंस्टाग्राम पर 1.31 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स थे. हिसार पुलिस ने 17 मई को ज्योति को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया था. जहां से उसे पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है. हिसार के पुलिस अधीक्षक (एसपी) शशांक कुमार सावन ने रविवार को मीडिया को बताया था कि आधुनिक युद्ध अब केवल सीमाओं तक सीमित नहीं है. पाकिस्तानी खुफिया एजेंट सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स को भर्ती कर अपने प्रचार को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहे हैं.
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'ज्योति जासूस' के लिए पाकिस्तान का कुछ बड़ा था प्लान, जानें 5 बड़े खुलासे

'ज्योति जासूस' के लिए पाकिस्तान का कुछ बड़ा था प्लान, जानें 5 बड़े खुलासे ज्योति मल्होत्रा पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिवसीय सैन्य संघर्ष के दौरान नयी दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात एक पाकिस्तानी अधिकारी के कथित तौर पर संपर्क में थी. ज्योति से पूछताछ के बीच लगातार नए खुलासे हो रहे हैं. जंग सिर्फ हथियारों से नहीं लड़ी जाती है. जंग के कई मोर्चे होते हैं. जासूसी के आरोप में गिरफ्तार हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा लिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों का प्लान कुछ 'बड़ा' था. ज्योति को भारत में एक खास तरह की जंग के लिए 'एसेट' के तौर पर तैयार किया जा रहा था. यह था नरैटिव की जंग. हरियाणा पुलिस के अधिकारी कहते हैं, 'यह भी एक तरह की जंग है, जिसमें इन्फ्लुएंसरों को भर्ती करके अपनी कहानी को आगे बढ़ाने की कोशिश की जाती है.' 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमले के बाद से वह नई दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात पाकिस्तानी अधिकारी के संपर्क में थी.  हिसार के एसपी शशांक कुमार सावन ने पत्रकारों को बताया कि ज्योति से हरियाणा पुलिस पूछताछ कर रही है. उनके वित्तीय लेन-देन, यात्राओं की पड़ताल चल रही है. केंद्रीय एजेंसियों भी हरियाणा पुलिस के संपर्क में हैं. जासूसी के आरोप में गिरफ्तार यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा जासूसी के आरोप में गिरफ्तार हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा ​​को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों से जुड़े व्यक्ति कथित तौर पर ‘अपने सम्पर्क' के तौर पर तैयार कर रहे थे. यह दावा हरियाणा के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने रविवार को किया. अधिकारी ने कहा कि ज्योति मल्होत्रा पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिवसीय सैन्य संघर्ष के दौरान नयी दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात एक पाकिस्तानी अधिकारी के कथित तौर पर संपर्क में थी. अब ज्योति को लेकर लगातार नए खुलासे हो रहे हैं. पहलगाम हमले से पहले क्यों कश्मीर गई ज्योति हिसार पुलिस कल ही बता चुकी है कि ज्योति पहलगाम हमले से पहले ज्योति कश्मीर गई थी. हालांकि वो कश्मीर क्या करने गई थी और क्या उसका पहलगाम हमले से किसी तरह का लिंक है. इसको लेकर पूछताछ की जा रही है. हिसार के पुलिस अधीक्षक (एसपी) शशांक कुमार सावन ने रविवार को बताया कि आधुनिक युद्ध अब केवल सीमाओं तक सीमित नहीं है. पाकिस्तानी खुफिया एजेंट सोशल मीडिया पर प्रभावशाली लोगों को भर्ती कर अपने प्रचार को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहे हैं. केंद्रीय एजेंसियों से मिले इनपुट के आधार पर ज्योति को न्यू अग्रसेन कॉलोनी, हिसार से गिरफ्तार किया गया. ज्योति कई बार पाकिस्तान और एक बार चीन की यात्रा कर चुकी थी, वह पाकिस्तानी ऑपरेटिव के संपर्क में थी. सैन्य ठिकानों से जुड़ी जानकारियां की शेयर हालांकि पुलिस ने ये भी साफ किया कि उसके पास ज्यादा खुफिया जानकारी नहीं थी. लेकिन हिसार में सैन्य ठिकान हैं, पटियाला और हरियाणा में जो सैन्य ठिकाने हैं, उनके बारे में मैप जैसी जानकारियां साझा की है. ये सब जानकारी टेलीग्राम, स्नैपचैट के जरिए साझा की जा रही थी. कल पुलिस ने ये भी कहा कि पाकिस्तान हमारे देश के सोशल मीडिया इंफ्लएंसर्स और यूट्यूबर के जरिए एक नैरेटिव सेट करने की कोशिश की रहा है. ज्योति का तीन बार पाकिस्तान जाना वहां आसानी से मरियम का इंटरव्यू करना इसी का हिस्सा है. पाकिस्तान एम्बेसी में भी ज्योति की स्पेशल एंट्री खास मेहरबानी से हुई. वहीं दानिश पाकिस्तान वापस जा चुका है. अब दानिश को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. ऐसा माना जा रहा है कि दानिश इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड है. पाकिस्तानी एजेंट ने उठाया ज्योति के घूमने का पूरा खर्च दानिश ही लगातार ज्योति के संपर्क में था, उसी ने पाकिस्तान में ज्योति को दो और आईएसआई एजेंट से मिलाया था. यही पाकिस्तान एजेंट ज्योति को दूसरे देशों की यात्रा पर ले गए थे, जहां ज्योति के होटल से लेकर खाने-पीने और आने-जाने का सारा खर्च उठाया गया. हो सकता है कि ज्योति को इन एजेंट के ट्रैप के बारे में मालूम ना हुआ हो. वहीं बाकि लोग भी पैसे या फिर इनके संपर्क में आए. जिसमें नौमान इलाही के कई रिश्तेदार पाकिस्तान में रहते हैं. हरियाणा के जो जासूस पकड़े गए हैं उनके संपर्क में नौमान इलाही था. ये लोग कई खुफिया जानकारियां साझा कर रहे थे. क्या ये सब इत्तेफाक है या फिर इसके पीछे कोई साजिश है, इसको लेकर जांच की जा रही है. खुफिया एजेंसियों की मदद से तमाम इलाकों की धर-पकड़ अब बड़ी तेजी से की जा रही है.  
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पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले रैकेट, पंजाब और हरियाणा से महिला यूट्यूबर समेत 6 गिरफ्तार

पाकिस्तान को भारत की गोपनीय सैन्य जानकारियां भेजने के आरोप में 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें हरियाणा के हिसार की एक महिला यूट्यूबर ज्योति रानी भी शामिल है. भारत के ऑपरेशन सिंदूर और उसके बाद से पाकिस्‍तान के साथ जारी चरम तनाव के बीच बड़े जासूसी रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है. सुरक्षा एजेंसियों ने पंजाब और हरियाणा से छह जासूसों को पकड़ने में कामयाबी हासिल की है. यह लोग हरियाणा के कैथल, हिसार, नूह और पानीपत के साथ ही पंजाब के मलेरकोटला से पकड़े गए हैं. इन लोगों पर भारत की गोपनीय सैन्‍य जानकारियां पाकिस्‍तान को भेजने का आरोप है.  सुरक्षा एजेंसियों ने पाकिस्तान को भारत की गोपनीय सैन्य जानकारियां भेजने के आरोप में हरियाणा के हिसार से महिला यूट्यूबर ज्योति रानी को गिरफ्तार किया है. महिला यूट्यूबर साल 2023 में अपने ट्रैवल चैनल "ट्रैवल विद जो" के शूट के सिलसिले में पाकिस्तान गई थी, जहां पर पाकिस्तान एंबेसी के एक अधिकारी के कहने पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के अधिकारियों के संपर्क में आई और उसके बाद से लगातार भारत विरोधी जानकारियां पाकिस्तान को भेज रही थी.  पाकिस्‍तानी अधिकारी के इशारे पर कर रहे थे काम भारत सरकार ने पिछले दिनों पाकिस्तान हाई कमीशन के अधिकारी दानिश को 24 घंटों में भारत छोड़ने का आदेश दिया था. दानिश के इशारे पर काम कर रहे कुल 6 पाकिस्तानी जासूसों को अब तक पंजाब के मलेरकोटला और हरियाणा से गिरफ्तार किया जा चुका है. यह सभी लोग दानिश के संपर्क में थे.  ज्योति पाकिस्तान हाई कमीशन में कार्यरत दानिश के संपर्क में ही थी और दानिश ने इसे वीजा दिलवाकर पाकिस्तान भी भेजा था.  ज्‍योति ने पूछताछ में किए हैं कई अहम खुलासे इस मामले में ज्‍योति रानी से पूछताछ में कई अहम खुलासे हुए हैं. ज्‍योति रानी ने पूछताछ में बताया कि मैं 2023 में पाकिस्तान के वीजा के लिए दिल्‍ली स्थित पाकिस्तान हाई कमीशन गई थी, जहां मेरी मुलाकात अहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से हुई थी. मैंने दानिश का मोबाइल नंबर ले लिया था. इसके बाद मैं उससे बातें करने लगी थी. उसके बाद मैंने दो बार पाकिस्तान की यात्रा की, जहां मैं दानिश के कहने पर उसके जानकार अली अहवान से मिली थी, जहां अली ने मेरे रुकने और घूमने-फिरने का प्रबंध किया था. पाकिस्तान में अली अहवान ने मेरी पाकिस्तानी सिक्‍योरिटी और इंटेलीजेंस अधिकारियों से मुलाकात करवाई थी. वहीं पर मैं शाकिर और राणा शहबाज से भी मिली थी. मैंने शाकिर का मोबाईल नंबर ले लिया और मेरे मोबाइल में शाकिर का नम्बर जट रंधावा के नाम से सेव कर लिया, जिससे किसी को शक न हो. इसके बाद मैं भारत वापस आ गई.  ज्‍योति रानी ने बताया कि मैं वाट्सएप, स्‍नैप चैट और टेलीग्राम सहित अन्‍य सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से उन सभी के संपर्क में रही और देश विरोधी सूचनाओं को भेजने लगी. साथ ही ज्‍योति रानी ने बताया कि मैं दिल्ली में पाक हाई कमीशन के अधिकारी दानिश से कई बार मिलती रही.  ज्‍योति रानी पर भारत की खुफिया सूचनाओं को पाकिस्‍तान भेजकर भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता को खतरे में डालने का आरोप है.  ये आरोपी भी गिरफ्तार  जासूसी मामले में जिन आरोपियों को अरेस्ट किया गया है, उनमें 32 साल की गजाला शामिल है. गजाला दानिश के साथ वित्तीय लेन-देन में शामिल थी और वीजा प्रक्रिया में मदद कर रही थी. इसके अलावा यामीन मोहम्मद भी शामिल है, जो दानिश को हवाला और अन्य माध्यमों से पैसे पहुंचाने में मदद करता था. वहीं हरियाणा के कैथल से देविंदर सिंह ढिल्लो को अरेस्ट किया गया है. यह पाकिस्तान की यात्रा के दौरान संपर्क में आया था. उसने पटियाला छावनी के वीडियो पाकिस्तानी एजेंट्स को भेजे थे. इसके अलावा हरियाणा के नूंह से अरमान नाम के स्थानीय युवक को अरेस्ट किया गया है, जिसने भारतीय सिम कार्ड्स मुहैया कराए और 2025 में पाकिस्तानी एजेंट्स के निर्देश पर डिफेंस एक्सपो की साइट तक का दौरा किया. सरकार और एजेंसियां अब सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म पर सक्रिय संदिग्ध लोगों की निगरानी और जांच को और तेज करने की योजना बना रही है. 
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हरियाणा के पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा की बढ़ी मुश्किलें, HC ने मानेसर लैंड स्कैम में सुनवाई पर लगी रोक हटाई

हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट से बड़ा झटका लगा है. मानेसर लैंड स्कैम मामले की सुनवाई पर लगी रोक को हाई कोर्ट ने हटा लिया है. ये रोक पिछले 4 साल से लगी हुई थी. पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने मानेसर भूमि घोटाले में सुनवाई जारी रखने के खिलाफ दायर याचिकाओं को खारिज कर दिया है. साथ ही हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और अन्य आरोपियों के खिलाफ मुकदमा फिर से शुरू करने का आदेश दिया है. हाई कोर्ट के इस फैसले से भूपेंद्र सिंह हुड्डा को बड़ा झटका लगा है. मानेसर भूमि घोटाले मामले में पंचकूला की सीबीआई कोर्ट में जारी सुनवाई पर पिछले 4 साल से हाईकोर्ट ने रोक लगा रखी थी. जो कि अब हटा दी गई है. इस मामले में भूपेंद्र सिंह हुड्डा समेत 33 आरोपियों के खिलाफ सीबीआई चार्जशीट पहले ही दाखिल कर चुकी है. आरोपियों में एसएस ढिल्लों, छतर सिंह और एमएल तायल जैसे कुछ पूर्व नौकरशाह शामिल हैं, जिन्होंने तत्कालीन सीएम के प्रमुख सचिव के रूप में काम किया. साथ ही कुछ बिल्डर के नाम भी चार्जशीट में शामिल है. न्यायमूर्ति मंजरी नेहरू कौल ने मामले की सुनवाई करते हुए याचिकाओं को खारिज किया. सीबीआई ने मुकदमे पर रोक हटाने की मांग की थी. सीबीआई ने सितंबर 2015 में एक मामला दर्ज किया था. आरोप था कि निजी बिल्डरों ने हरियाणा सरकार के अज्ञात लोकसेवकों के साथ साजिश रचकर मानेसर, नौरंगपुर और गुड़गांव के किसानों और भू मालिकों से औने-पौने दाम में लगभग 400 एकड़ जमीन खरीदी. कथित तौर पर यह भूमि 27 अगस्त, 2004 से 24 अगस्त, 2007 के दौरान सरकार द्वारा अधिग्रहण का भय दिखाकर खरीदी गई थी.   
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पाकिस्तान के हमले की कोशिश की गई नाकाम, सिरसा में गिराई गई मिसाइल

पाकिस्‍तान की ओर से लगातार लंबी दूरी की मिसाइलों को दाग जा रहा है. इन्‍हीं में से एक मिसाइल को हरियाणा के सिरसा में नष्‍ट किया गया है. पाकिस्‍तान के एक ओर बड़े हमले की कोशिश को भारत ने नाकाम कर दिया गया है. सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि पाकिस्‍तान की ओर से लगातार लंबी दूरी की मिसाइलों को दाग जा रहा है. इन्‍हीं में से एक मिसाइल को हरियाणा के सिरसा में नष्‍ट किया गया है. इसके बाद सिरसा अलर्ट मोड में है. इससे पहले भारत की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्‍तान के नूर खान, शोरकोट और  मुरीद एयरबेस पर धमाके की खबर है.  रक्षा सूत्र ने बताया कि जम्मू के पास स्थित पाकिस्तानी चौकियों और आतंकवादी लॉन्च पैड्स को भारतीय सेना ने नष्ट कर दिया है, जहां से ट्यूब लॉन्च ड्रोन भी लॉन्च किए जा रहे थे. पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने में भारत के आधुनिक एवं स्वदेशी हथियार महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. भारतीय हथियार प्रणालियां वायु रक्षा का बेजोड़ उदाहरण हैं. ये दुश्मन के हवाई हमलों को हवा में ही नष्ट करने में सक्षम हैं. पाकिस्‍तान की ओर से शनिवार को हमले काफी तेज कर दिये गए हैं. भारत इन हमलों को का मुंहतोड़ जवाब दे रहा है. पाकिस्‍तान की ओर से आने वाले ड्रोन और मिसाइलों को हवा में ही नष्‍ट कर दिया जा रहा है. वहीं, पाकिस्‍तान के नाकाम हमलों के बाद भारत की जवाबी कार्रवाई से पाक के सैन्‍य ठिकानों को भारी नुकसान हुआ है. इससे पहले, श्रीनगर में कई धमाकों की आवाज सुनी गई. बताया जा रहा है कि पाकिस्‍तान की ओर से बैलिस्‍टक मिसाइल दागी गई, जिनको भारत के एयर डिफेंस सिस्‍टम में हवा में ध्‍वस्‍त कर दिया.  इससे पहले पाकिस्तान ने शुकवार को लगातार दूसरी रात जम्मू कश्मीर से लेकर गुजरात तक 26 स्थानों पर ताजा ड्रोन हमले किए तथा रक्षा मंत्रालय ने कहा कि दुश्मन द्वारा हवाई अड्डों और वायुसेना ठिकानों सहित महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर किए गए हमलों को विफल कर दिया गया. पंजाब के फिरोजपुर में एक परिवार के कुछ सदस्य रात के अंधेरे में किए गए हमलों में घायल हो गये. हमलों में घायल हो जाने का यह केवल एक मामला रहा. पाकिस्तान से लगी सीमा वाले सभी राज्यों में ब्लैकआउट रखा गया. रक्षा मंत्रालय ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और उस पर निरंतर निगरानी रखी जा रही है तथा घबराने का कोई कारण नही है.
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हरियाणा-पंजाब के बीच जल विवाद समाधान को लेकर हुई बड़ी बैठक

पंजाब और हरियाणा के बीच जल बंटवारे को लेकर एक नया विवाद शुरू हो गया है, क्योंकि आम आदमी पार्टी (आप) शासित पंजाब ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित हरियाणा को अधिक पानी देने से इनकार कर दिया है. केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन ने शुक्रवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें हरियाणा की तत्काल जल आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अगले आठ दिनों तक भाखड़ा बांध से 4,500 क्यूसेक अतिरिक्त पानी छोड़ने के भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) के फैसले को लागू करने की सलाह दी गई. एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक, बैठक में यह भी फैसला लिया गया कि बांधों के भरने की अवधि के दौरान बीबीएमपी पंजाब को अतिरिक्त पानी उपलब्ध कराएगा, ताकि राज्य की किसी भी अतिरिक्त जल आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके. विज्ञप्ति में कहा गया है कि यह बैठक हरियाणा और राजस्थान के कुछ हिस्सों की तत्काल जल आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए हरियाणा को आठ दिनों तक अतिरिक्त 4,500 क्यूसेक पानी जारी करने के बीबीएमबी के फैसले के कार्यान्वयन के मुद्दे पर चर्चा के लिए बुलाई गई थी. इसमें कहा गया है कि बैठक में भारत सरकार और बीबीएमबी के सदस्य राज्यों (पंजाब, राजस्थान और हरियाणा) के वरिष्ठ अधिकारी तथा बीबीएमबी के प्रतिनिधि शामिल हुए. विज्ञप्ति के अनुसार, “इस मामले पर चर्चा/विचार-विमर्श किया गया और सलाह दी गई कि हरियाणा की तत्काल जल आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए भाखड़ा बांध से अगले आठ दिनों तक 4,500 क्यूसेक अतिरिक्त पानी छोड़ने के बीबीएमबी के फैसले को लागू किया जाए.” इसमें कहा गया है, “बैठक में यह भी सहमति बनी कि बांधों के भरने की अवधि के दौरान बीबीएमबी पंजाब को उसकी किसी भी अतिरिक्त जल आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए यह अतिरिक्त पानी उपलब्ध कराएगा.” विज्ञप्ति के मुताबिक, बीबीएमबी हरियाणा को अतिरिक्त पानी जारी करने की रूपरेखा तैयार करने के लिए तुरंत अपने बोर्ड की बैठक बुलाएगा. पंजाब, हरियाणा और राजस्थान उन राज्यों में शामिल हैं, जो अपनी जल आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बीबीएमबी द्वारा प्रबंधित भाखड़ा और पोंग बांधों पर निर्भर हैं. जानें क्या है मामला बीबीएमबी हर साल 21 मई से 21 मई तक के वार्षिक चक्र के लिए तीनों राज्यों को जल आपूर्ति का वार्षिक कोटा तय करता है. पंजाब और हरियाणा के बीच जल बंटवारे को लेकर एक नया विवाद शुरू हो गया है, क्योंकि आम आदमी पार्टी (आप) शासित पंजाब ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित हरियाणा को अधिक पानी देने से इनकार कर दिया है. हरियाणा में विपक्षी नेताओं ने आरोप लगाया है कि पंजाब ने हरियाणा को भाखड़ा बांध से जल आपूर्ति की सीमा 4,000 क्यूसेक तय कर दी है, जबकि सतलुज यमुना लिंक (एसवाईएल) नहर का मुद्दा दोनों राज्यों के बीच कई वर्षों से विवाद का विषय बना हुआ है. जल बंटवारे को लेकर पंजाब और हरियाणा में बढ़ते तनाव के बीच पंजाब की ‘आप' सरकार की ओर से शुक्रवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में सभी दलों ने इस मुद्दे पर एकजुट रुख दिखाया. भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने इस मुद्दे पर सोमवार को राज्य विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया है. वहीं, सर्वदलीय बैठक में इस बात पर विचार किया गया कि आने वाले दिनों में पार्टियां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात कर सकती हैं.  
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