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उत्तर प्रदेश

बिहार को आज 7 नई ट्रेनों की सौगात, 3 अमृत भारत एक्सप्रेस चलेंगी

बिहार को दीपावली और छठ पूजा के पहले सात नई रेलगाड़ियों का तोहफा मिला है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी सोमवार को इन्हें हरी झंडी दिखाएंगे. आइए जानते हैं इनका रूट और टाइमिंग बिहार को विधानसभा चुनाव और दिवाली-छठ पूजा के पहले बड़ा तोहफा मिलने जा रहा है. बिहार में 29 अक्टूबर से सात नई ट्रेनें चलेंगी, इसमें 3 नई अमृत भारत ट्रेनें शामिल हैं. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी इन्हें सोमवार को हरी झंडी दिखाएंगे.रेल मंत्री वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये इस कार्यक्रम से जुड़ेंगे. रेल मंत्री और डिप्टी सीएम तीन अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाएंगे. मुजफ्फरपुर से हैदराबाद के नजदकी चर्लपल्ली के मध्‍य, छपरा से आनंद विहार टर्मिनल के बीच और दरभंगा से अजमेर के समीप मदार जंक्शन के बीच अमृत भारत ट्रेनों का परिचालन होगा. बिहार से दक्षिण भारत के लिए पहली अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनमुजफ्फरपुर से चर्लपल्ली के बीच चलने वाली अमृत भारत एक्सप्रेस मुजफ्फरपुर से दक्षिण भारत के लिए पहली अमृत भारत ट्रेन होगी. जबकि छपरा-आनंद विहार अमृत भारत एक्सप्रेस बिहार से दिल्ली के लिए छठवीं अमृत भारत ट्रेन होगी. अमृत भारत एक्सप्रेस की 12 ट्रेनें अभी देश के विभिन्न रेलमार्गों पर चल रही हैं, इनमें 10 ट्रेनें बिहार से चलती हैं. तीन नई अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की शुरुआत के साथ ऐसे रेलगाड़ियों की संख्या 15 हो जाएगी. इसमें 13 ट्रेनों का आवागमन अकेले बिहार से होगा. खासकर दिवाली और छठ पूजा के दौरान बिहार जाने वाले रेलयात्रियों को नए विकल्प मिलेंगे. पटना-बक्सर और नवादा पैसेंजर ट्रेन से जुड़ेंगेपटना-बक्सर, झाझा-दानापुर, पटना-इस्लामपुर और शेखपुरा-बरबीघा के रास्ते नवादा से पटना के लिए पैसेंजर ट्रेन को हरी झंडी दिखाई जाएगी. शेखपुरा-बरबीघा-बिहार शरीफ से होते नवादा से पटना के लिए पैसेंजर ट्रेन चलने से बरबीघा-अस्थावां-बिहार शरीफ रेलखंड पर रेलयात्रियों का बरसों पुराना सपना पूरा होगा. इसका पिछले दिनों CRS इंस्पेक्शन पूरा हो चुका है. पटना-इस्लामपुर पैसेंजर और नवादा-पटना पैसेंजर का परिचालन नई लाइन जट डुमरी-फाजिलचक-तोपसरथुआ-दनियावां के रास्ते किया जाएगा. पीएम मोदी ने राजस्थान को 3 नई ट्रेनों की दी सौगात, रेल मंत्री बोले- अब कुल्हड़ में चाय...अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का डिटेल  1. ट्रेन नंबर 15293/15294 मुजफ्फरपुर-चर्लपल्ली-मुजफ्फरपुर अमृत भारत एक्सप्रेस (सप्ताहिक)यह एक्सप्रेस ट्रेन हाजीपुर, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, डीडीयू, प्रयागराज छिवकी, जबलपुर, इटारसी, नागपुर, काजीपेट के रास्ते चलाई जाएगी  2. ट्रेन नंबर 19623/19624 मदार-दरभंगा-मदार अमृत भारत एक्सप्रेस (सप्ताहिक)यह एक्सप्रेस कमतौल, सीतामढ़ी, रक्सौल, नरकटियागंज, गोरखपुर, गोमतीनगर, कानपुर, टुंडला, जयपुर के रास्ते चलाई जाएगी  3. ट्रेन नंबर 15133/15134 छपरा-आनंद विहार-छपरा अमृत भारत एक्सप्रेस (सप्तााह में दो दिन)यह एक्सप्रेस सीवान, थावे, कप्तानगंज, गोरखपुर, बस्ती, गोंडा, ऐशबाग (लखनऊ), कानुपर के रास्ते चलाई जाएगी.  पैसेंजर ट्रेनों का डिटेल  1. ट्रेन नंबर 75271/75272 नवादा-पटना-नवादा डेमू पैसेंजरयह पैसेंजर ट्रेन शेखपुरा, बरबीघा, अस्थावां, बिहार शरीफ, नुरसराय, दनियावां, तोप सरथुआ, फाजिलचक, जटडुमारी, पुनपुन के रास्ते रविवार को छोड़कर सप्ताह में 6 दिन चलाई जाएगी  2. ट्रेन नंबर 75273/75274 इस्लामपुर-पटना-इस्लामपुर डेमू पैसेंजर यह पैसेंजर पुनपुर, जटडुमरी, फाजिलचक, तोप सरथुआ, दनियावां, हिलसा के रास्ते रविवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन चलाई जाएगी  3. ट्रेन नंबर 53201/53202 पटना-बक्सर-पटना फास्ट पैसेंजर यह पैसेंजर दानापुर, आरा के रास्ते रविवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन चलाई जाएगी  4. ट्रेन नंबर 53203/53204 झाझा-दानापुर-झाझा फास्ट पैसेंजर यह पैसेंजर जमुई, किउल, मोकामा, बख्तियारपुर, फतुहा के रास्ते रविवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन चलाई जाएगी
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बिहार चुनाव में सीमांचल क्यों हो गया महत्वपूर्ण? अमित शाह भी कर रहे दौरा

बीजेपी पिछले चुनाव में 24 में से आठ सीटें जीत सीमांचल की सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी. कांग्रेस को पांच, जनता दल (यूनाइटेड) को चार, सीपीआई (एमएल) और आरजेडी को एक-एक सीटें मिली थीं. बिहार का सीमांचल इलाका. इस इलाके में मुस्लिम आबादी काफी है. सीमांचल में कुल चार जिले हैं. इन चार जिलों में 24 विधानसभा सीटें हैं. जाति जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक, सूबे की कुल आबादी में करीब 18 फीसदी मुस्लिम हैं. सीमांचल के इन चार जिलों की आबादी की बात करें तो किशनगंज में 68, अररिया में 43, कटिहार में 45 और पूर्णिया में 39 फीसदी हिस्सेदारी मुस्लिम समाज की है. यही आंकड़े सीमांचल को महत्वपूर्ण बनाते हैं. बिहार में चुनाव बीजेपी प्लस या बीजेपी माइनस वोटर होता है. इसे यूं भी कह सकते हैं लालू प्लस या लालू माइनस होता है. हां, नीतीश फैक्टर भी जरूर काम करता है, मगर वो इन वोटों में अपने वोट जोड़कर सत्ता की चाभी बन जाता है.  बिहार का सीमांचल इलाका. इस इलाके में मुस्लिम आबादी काफी है. सीमांचल में कुल चार जिले हैं. इन चार जिलों में 24 विधानसभा सीटें हैं. जाति जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक, सूबे की कुल आबादी में करीब 18 फीसदी मुस्लिम हैं. सीमांचल के इन चार जिलों की आबादी की बात करें तो किशनगंज में 68, अररिया में 43, कटिहार में 45 और पूर्णिया में 39 फीसदी हिस्सेदारी मुस्लिम समाज की है. यही आंकड़े सीमांचल को महत्वपूर्ण बनाते हैं. बिहार में चुनाव बीजेपी प्लस या बीजेपी माइनस वोटर होता है. इसे यूं भी कह सकते हैं लालू प्लस या लालू माइनस होता है. हां, नीतीश फैक्टर भी जरूर काम करता है, मगर वो इन वोटों में अपने वोट जोड़कर सत्ता की चाभी बन जाता है. 
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बरेली हिंसा पर मौलाना तौकीर रजा खान को CM योगी की चेतावनी

सीएम योगी ने कहा कि मौलाना सोचता था कि वो जो चाहेगा वैसे होगा लेकिन ये हमारी सरकार है, यहां ना कभी दंगा हुआ ना कभी कर्फ्यू लगा. हम ऐसे लोगों को वो सबक सिखाएंगे जो उनकी पीढ़ियां याद रखेंगी. बरेली में हुए बवाल को लेकर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मौलाना तौकीर रजा खान को चेतावनी दे दी है. सीएम योगी मौलाना तौकीर रजा के एक बयान को लेकर कहा कि कल बरेली में एक मौलाना भूल गया कि राज्य में सत्ता किसकी है. उसे लगा कि वो जब चाहे व्यवस्था को रोक सकता है, लेकिन हमने साफ़ कर दिया कि न तो नाकाबंदी होगी और न ही कर्फ्यू लगेगा. हमने जो सबक सिखाया है, उससे आने वाली पीढ़ियां दंगा करने से पहले दो बार सोचेंगी. व्यवस्था को रोकने का ये कैसा तरीका है? 2017 से पहले यूपी में यही चलन था, लेकिन 2017 के बाद हमने कर्फ्यू तक नहीं लगने दिया. उत्तर प्रदेश के विकास की कहानी यहीं से शुरू होती है. उन्होंने आगे कहा कि वो मानता था कि धमकी देंगे और जाम कर देंगे. हमने कहा कि ना कहीं जाम लगेगा और ना ही कहीं कर्फ्यू लगेगा. हमनें दंगाइयों को भी सबक सिखाया है.  सीएम योगी ने यूपी की पहले की सरकारों पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पहले दंगाइयों को मुख्यमंत्री आवास में बुलाकर के सम्मानित किया जाता था. दंगाइयों की आवभगत होती थी और पेशेवर अपराधी और माफियाओं के सामने सत्ता सेल्यूट करती थी. और सत्ताधारी लोग उनके कुत्तों के साथ हाथ मिलाया करते थे. आपने बहुत दृश्य देखे होंगे, कैसे सत्ता का मुखिया एक माफिया के कुत्ते से हाथ मिला कर के अपने को गौरवान्वित महसूस करता था.  आपको बता दें कि बरेली में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद 'आई लव मोहम्मद' के बैनर और नारों को लेकर तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई. इस दौरान इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा को प्रशासन ने नजरबंद कर दिया और शहर में सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई. बरेली के थाना बारादरी क्षेत्र में फइक एंक्लेव में ठहरे मौलाना तौकीर के आवास के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया. मौलाना ने आरोप लगाया कि जैसे ही वह नमाज के लिए निकलने वाले थे, प्रशासन को उनकी लोकेशन का पता चल गया. उन्होंने कहा कि डीएम और अन्य अधिकारी मेरे आवास पर पहुंचे और मुझे बाहर जाने से रोक दिया. पूरी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई. सरकार मुसलमानों के खिलाफ सख्ती बरत रही है. जिला प्रशासन का कहना है कि यह कदम शहर में शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाया गया है. पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने और सोशल मीडिया पर भड़काऊ सामग्री साझा न करने की अपील की है. शहर में अतिरिक्त पुलिस बल और आरएएफ की तैनाती की गई है. प्रशासन ने यह भी आश्वासन दिया है कि स्थिति की लगातार निगरानी की जा रही है और किसी भी तरह की अशांति को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे.  कौन हैं तौकीर रजा मौलाना तौकीर रजा बरेली के एक धार्मिक नेता हैं. रजा का ताल्लुक सुन्नी मुसलमानों के बरेली संप्रदाय से है. तौकीर रजा के बुलावे पर ही शुक्रवार को बरेली में जुमे की नमाज के बाद आई लव मोहम्मद पर नारेबाजी की और फिर लोगों ने बवाल काटा. इसके पुलिस को इस मामले में लाठीचार्ज करना पड़ा. तौकीर रजा आला हजरत खानदान से आते हैं. तौकीर के ही खानदान ने इस्लाम धर्म के सुन्नी बरेलवी मसलक की शुरुआत की थी. तौकीर रजा ने 2001 में अपनी एक राजनीतिक पार्टी भी बनाई थी. तौकीर रजा की पार्टी का नाम इत्तेहाद-ए-मिल्लत परिषद है. हालांकि, बाद में 2009 में रजा कांग्रेस के साथ चले गए थे. 2012 के विधानसभा चुनाव में तौकीर रजा ने समाजवादी पार्टी का समर्थन किया था.
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बरेली विवाद 8 अरेस्ट तो 1700 अज्ञात पर केस दर्ज, जाने CM योगी का आदेश और तौकीर रजा

सीएम योगी आदित्यनाथ ने हाल के दिनों में जनपद कानपुर नगर, वाराणसी, मुरादाबाद, बदायूं, महराजगंज, उन्नाव, सम्भल, आगरा और बरेली में आपत्तिजनक जुलूस और भड़काऊ नारेबाजी की घटनाओं पर नाराजगी जताई है. बरेली में कल हुए विवाद में अब तक 8 लोग अरेस्ट किए गए हैं. पुलिस ने तीन दर्जन से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है. इसके अलावा 1700 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुक़दमा दर्ज किया गया है.  बरेली के अलग-अलग 3 थानों में 9 FIR दर्ज की गई है. चार इलाक़ों के CCTV को भी खंगाला जा रहा है. इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के सुप्रीमो तौकीर रजा अज्ञात जगह पर हिरासत में हैं. 17 पुलिस के लोग घायल और 40 से ज्यादा लोग घायल हैं.  कई जगहों पर दिखा था तनाव  बरेली हिंसा को लेकर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. IG के मुताबिक, शहर में 3–4 जगहों पर एक साथ हंगामा हुआ, जिसमें उपद्रवियों ने फायरिंग और पथराव किया. इस दौरान हुई झड़पों में 10 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. शुक्रवार को बरेली के अलावा मऊ, सहारनपुर और लखनऊ में भी विवाद भड़काने की कोशिश की गई. अब पुलिस ऐसे लोगों पर सख्त रुख अपनाने जा रही है. सीएम योगी हुए सख्त मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उपद्रवियों की पहचान के लिए वीडियो फुटेज खंगालें, सोशल मीडिया मॉनीटरिंग करें और हर एक उपद्रवी पर कार्रवाई करें. उन्होंने कहा कि ‘दशहरा बुराई और आतंक के दहन का पर्व है.' उपद्रवियों पर ऐसी कार्रवाई हो कि वे दोबारा कभी ऐसी गलती के बारे में सोच भी न सकें. सख्त कार्रवाई के लिए किसी और समय का इंतजार न करें, यही समय है, सही समय है. सुनियोजित साजिश सीएम योगी आदित्यनाथ ने हाल के दिनों में जनपद कानपुर नगर, वाराणसी, मुरादाबाद, बदायूं, महराजगंज, उन्नाव, सम्भल, आगरा और बरेली में आपत्तिजनक जुलूस और भड़काऊ नारेबाजी की घटनाओं पर नाराजगी जताते हुए कहा कि यह घटनाएं प्रदेश का माहौल खराब करने की सुनियोजित साजिश है, जिसे किसी भी दशा में स्वीकार नहीं किया जाएगा. उन्होंने निर्देश दिए कि ऐसे उपद्रवियों के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज की जाए. आयोजकों और मास्टरमाइंड की पहचान कर उनकी सम्पत्ति तक की जांच हो. इन जुलूसों में शामिल एक भी उपद्रवी बचना नहीं चाहिए. वीडियो फुटेज खंगालें, सोशल मीडिया मॉनीटरिंग करें और हर एक उपद्रवी पर कार्यवाही करें.
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बरेली बवाल मौलाना तौकीर रजा कौन? नजरबंद क्यों हुए, क्यों करना पड़ा लाठीचार्ज जाने पूरा मामला

बरेली बवाल के बाद मुनव्वर राणा की बेटी सुमैया राणा ने यूपी पुलिस को चैलेंज देते हुए कहा कि आई लव मोहम्मद पोस्टर के लिए लखनऊ में अब भीड़ नहीं, बल्कि पूरा सैलाब आएगा. उत्तर प्रदेश के बरेली में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद 'आई लव मोहम्मद' के बैनर और नारों को लेकर तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई. इस दौरान इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा को प्रशासन ने नजरबंद कर दिया और शहर में सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई. बरेली के थाना बारादरी क्षेत्र में फइक एंक्लेव में ठहरे मौलाना तौकीर के आवास के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया. मौलाना ने आरोप लगाया कि जैसे ही वह नमाज के लिए निकलने वाले थे, प्रशासन को उनकी लोकेशन का पता चल गया. उन्होंने कहा, "डीएम और अन्य अधिकारी मेरे आवास पर पहुंचे और मुझे बाहर जाने से रोक दिया. पूरी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई. सरकार मुसलमानों के खिलाफ सख्ती बरत रही है." मिली जानकारी के मुताबिक, जुमे की नमाज के बाद कुछ लोगों ने 'आई लव मोहम्मद' के बैनर और नारे लगाए, जिसके बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया. प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तत्काल कार्रवाई की और मौलाना को नजरबंद करने का निर्णय लिया. पुलिस ने शहर के संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ा दी और अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए ताकि कोई अप्रिय घटना न हो. जिला प्रशासन का कहना है कि यह कदम शहर में शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाया गया है. पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने और सोशल मीडिया पर भड़काऊ सामग्री साझा न करने की अपील की है. शहर में अतिरिक्त पुलिस बल और आरएएफ की तैनाती की गई है. प्रशासन ने यह भी आश्वासन दिया है कि स्थिति की लगातार निगरानी की जा रही है और किसी भी तरह की अशांति को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे.  कौन है तौकीर रजा: मौलाना तौकीर रजा बरेली के एक धार्मिक नेता हैं. रजा का ताल्लुक सुन्नी मुसलमानों के बरेली संप्रदाय से है. तौकीर रजा के बुलावे पर ही शुक्रवार को बरेली में जुमे की नमाज के बाद आई लव मोहम्मद पर नारेबाजी की और फिर लोगों ने बवाल काटा. इसके पुलिस को इस मामले में लाठीचार्ज करना पड़ा. तौकीर रजा आला हजरत खानदान से आते हैं. तौकीर के ही खानदान ने इस्लाम धर्म के सुन्नी बरेलवी मसलक की शुरुआत की थी. तौकीर रजा ने 2001 में अपनी एक राजनीतिक पार्टी भी बनाई थी. तौकीर रजा की पार्टी का नाम इत्तेहाद-ए-मिल्लत परिषद है. हालांकि, बाद में 2009 में रजा कांग्रेस के साथ चले गए थे. 2012 के विधानसभा चुनाव में तौकीर रजा ने समाजवादी पार्टी का समर्थन किया था. यही नहीं, उनकी पार्टी ने भोजीपुरा से जीत हासिल करने में सफलता भी पाई, लेकिन मुजफ्फरनगर दंगे के बाद रजा एसपी से अलग हो गए. इसके बाद 2014 में तौकीर रजा ने बीएसपी का समर्थन किया था. तौकीर रजा कई मामलों में विवादित बयान दे चुके हैं. तौकीर रजा ने नागरिकता कानून के खिलाफ दिया था. तौकीर रजा ने तस्लीमा नसरीन के खिलाफ फतवा भी जारी कर चुके हैं. मौलाना तौकीर रजा इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (IMC) के अध्यक्ष है. इन पर 2010 में बरेली में दंगा करवाने का भी आरोप है. कानपुर टू बरेली विवाद ही विवाद : बरेली के इस विवाद का संबंध 9 सितंबर की घटना से है, जब कानपुर पुलिस ने 4 सितंबर को बारावफात के जुलूस के दौरान कानपुर की एक सार्वजनिक सड़क पर कथित तौर पर ‘आई लव मोहम्मद' लिखे बोर्ड लगाने के आरोप में नौ नामजद और 15 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी. इसके बाद कई राज्यों के कई शहरों में विवाद के विरोध में जुलूस दिखे. आई लव मोहम्मद के विरोध में आई लव महादेव के पोस्टर लगे. कई शहरों में लोग पोस्टर को लेकर एक दूसरे के सामने आते हैं और अब बरेली में हुए इस विवाद की वजह भी आई लव मोहम्मद वाला पोस्टर ही है. बरेली हिंसा को लेकर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. IG के मुताबिक, शहर में 3–4 जगहों पर एक साथ हंगामा हुआ, जिसमें उपद्रवियों ने फायरिंग और पथराव किया. इस दौरान हुई झड़पों में 10 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. मऊ में भी जुमे की नमाज के बाद आई लव मोहम्मद पोस्टर के साथ चल रहे जुलूस के खदेड़े जाने का सीसीटीवी फुटेज सामने आया. फुटेज में दिख रहा है कि हाथों में झंडे और पोस्टर लिए लोगों की भीड़ जा रही है. इसी दौरान सामने से पुलिस की कार्रवाई शुरू होती है. जिसके बाद सब इधर-उधर भागने लगते हैं. मऊ के मोहम्मदाबाद गोहना में शुक्रवार को जुमे की नमाज़ के बाद लड़कों की भीड़ ने उपद्रव करने की कोशिश की. सैकड़ों की संख्या में 15-20 साल के लड़के इकट्ठे होकर नारेबाज़ी करने लगे. पुलिस ने उन्हें घर वापस जाने को कहा तो विरोध में नारेबाज़ी हुई. इसके बाद किसी ने पुलिस पर पत्थरबाजी कर दी. जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज करके भीड़ को हटाया. आगरा में भी मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में ‘I LOVE MOHAMMAD' पोस्टर लगने के बाद पुलिस सक्रिय नजर आई. जुम्मे की नमाज़ को लेकर पुलिस यहां शुक्रवार को अलर्ट मोड में दिखी. जामा मस्जिद और संवेदनशील इलाकों में भारी फोर्स तैनात किए गए थे. डीसीपी–एसीपी समेत सभी अधिकारी फील्ड में मौजूद दिखे. सोशल मीडिया पर पुलिस की सख्त निगरानी की जा रही है. जगह-जगह पुलिस फ्लैग मार्च और पैदल गश्त करते हुए लोगों से शांति की अपील और अफवाहों से बचने की सलाह देती नजर आई.  सहारनपुर की जामा मस्जिद में जुमे की नमाज के बाद एक युवक ने मस्जिद से निकलते ही न सिर्फ “I Love Muhamned” का पोस्टर दिखाया, बल्कि नारे लगाने लगा. सुरक्षा के मद्देनजर पहले से तैनात पुलिस ने युवक को हिरासत ले लिया. पुलिस पकडे गए युवक को थाने ले गई. लखनऊ में भी पोस्टर लहराए गए.
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उत्तर प्रदेश सरकार की बड़ी कार्रवाई, बेल्ट से पिटाई के वायरल वीडियो वाले BSA किए गए सस्पेंड

उत्तर प्रदेश सरकार ने सीतापुर के बेसिक शिक्षा अधिकारी को निलंबित कर दिया है. उनकी पिटाई का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, इसमें उन्हें एक प्रधानाध्यापक उनकी बेल्ट से पिटाई कर रहा था. सीतापुर के बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) और एक प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य के बीच विवाद में शासन ने बड़ी कार्रवाई की है. बेल्ट कांड के नाम से मशहूर हुए इस मामले में शासन ने बीएसए को निलंबित कर दिया है.  इस मामले में जेल भेजे गए हेडमास्टर के समर्थन में स्कूल के बच्चे और अभिभावक आ गए हैं. ग्रामीणों ने स्कूल में ताला जड़ दिया है. लोग हेडमास्टर को जेल से रिहा करने की मांग कर रहे हैं.  इस मामले के कितने किरदार हैं इस मामले की जांच में बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह दोषी पाए गए हैं. इस मामले में अवंतिका गुप्ता नाम की एक शिक्षक को पहले ही निलंबित किया जा चुका है. इस महिला शिक्षक के साथ बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह की फोटो वायरल हो रही थी. वहीं बीएसए को उनके ऑफिस में पीटने वाले प्रधानाध्यापक विजेंद्र कुमार वर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.  इस मामले के जानकार लोगों का कहना है कि बीएसए आरोपी प्रधानाध्यापक विजेंद्र कुमार वर्मा पर शिक्षिका अवंतिका गुप्ता की फर्जी हाजिरी लगाने का दबाव बना रहे थे. इसी को लेकर विवाद था. प्रधानाध्यापक और बीएसए के मारपीट का वीडियो भी वायरल हुआ था.  कब और कैसे हुआ था विवाद यह घटना 23 सितंबर की है, जब हेडमास्टर बृजेंद्र वर्मा अपने खिलाफ हुई शिकायत पर सफाई देने के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंचे थे. हेडमास्टर की सफाई बीएसए को पसंद नहीं आई. इसके बाद दोनों में बहस होने लगी. देखते-देखते बहस इतनी बढ़ गई कि हेडमास्टर अचानक से आगे आए और मेज पर फाइल पटकी. उन्होंने कमर से बेल्ट निकालकर बीएसए को पीटना शुरू कर दिया. हेडमास्टर ने छह सेकेंड में बीएसए को पांच बार बेल्ट से मारा. बृजेंद्र कुमार वर्मा सीतापुर जिले के महमूदाबाद क्षेत्र के नदवा स्थित प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक हैं.  मारपीट की घटना के बाद बीएसए की शिकायत पर पुलिस ने हेड मास्टर के खिलाफ मामला दर्ज किया. उन्हें अदालत में पेश किया गया. वहां से उन्हें जेल भेज दिया गया. वहीं बीएसए ने हेड मास्टर को सस्पेंड कर दिया था. हेडमास्टर को सस्पेंड किए जाने का स्कूल के बच्चे और अभिभावक विरोध प्रदर्शन पर कर रहे हैं. ग्रामीणों ने स्कूल में ताला डाल दिया है और बच्चों ने स्कूल में पढ़ने से मना कर दिया है. बच्चे हेडमास्टर को जेल से रिहा करने की मांग कर रहे हैं. 
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बुलेट की रफ्तार से भिड़ीं बाइक, चीथड़े उड़े...

हापुड़ का ये बाइक हादसा (Hapur Bike Collasion) इतना भयानक है कि किसी की भी रह कांप जाए. इस हादसे में दोनों बाइक सवार तीन लोग बुरी तरह से घायल हो गए हैं. उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उत्तर प्रदेश के हापुड़ से एक्सीडेंट (Hapur Bike Accident) की ऐसी घटना सामने आई है जिसे देखकर किसी का भी दिल दहल जाए. धोलाना इलाके के पीपलेडा में तेज रफ्तार स्पोर्ट्स बाइक सामने से आ रही बाइक से आपस में टकरा गई. आमने-सामने की ये टक्कर इतनी भीषण थी कि बाइक कई फिट हवा में उछलकर नीचे गिर गई. इस दौरान स्पोर्ट्स बाइक सवार के साथ ही सामने से आ रही बाइक पर सवार दो लोग भी उछलकर जमीन पर गिर पड़े. तीनों घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. भीषण एक्सीडेंट की ये घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. हवा में उछलकर सड़क पर गिरीं बाइकें इस हादसे के बाद तीनों बाइक सवार हवा में उछलकर बेसुध होकर सड़क पर गिर गए. स्थानीय लोगों की मदद से उनको अस्पताल पहुंचाया गया. दिल दहला देने वाला ये हादसा हापुड़ के गांव पिपलेडा में सोमवार दोपहर करीब 3 बजे धौलाना थाना क्षेत्र के डासना मार्ग पर हुआ. एक बाइक तो नॉर्मल स्पीड से आ रही थी. लेकिन स्पोर्ट्स बाइक सवार हवा की रफ्तार से सामने से आ रहा था. उसने सामने से आ रही बाइक को जोरदार टक्कर मार दी. दोनों बाइक हवा में कई फीट कर उछल गईं. बाइकों की भिड़ंत का CCTV डरा रहा हादसे का सीसीटीवी फुटेज डरा देने वाला है. हालांकि वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि गलती स्पोर्ट्स सवार की थी. वह बहुत तेज स्पीड में बाइक चला रहा था. सामने से आ रही बाइक की स्पीड तो धीमी थी. लेकिन तेज रफ्तार बाइक उससे जा टरकाई.
उत्तर प्रदेश 

अलीगढ़ में NH-34 पर कार-टैंकर में भीषण टक्कर, कार में लगी आग से 4 की जिंदा जलकर मौत

कार करीब 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ रही थी. अचानक टायर फटने से वाहन अनियंत्रित हो गया और डिवाइडर तोड़ते हुए सामने से आ रहे टैंकर से जोरदार टक्कर हो गई. उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में मंगलवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसे ने पूरे इलाके को दहला दिया. नेशनल हाईवे-34 पर गोपी पुल के पास तेज रफ्तार कार और टैंकर की भिड़ंत में भीषण आग लग गई. इस हादसे में कार सवार पांच लोगों की मौत हो गई, जिनमें एक महिला और एक बच्चा भी शामिल हैं. वहीं, एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया जिसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.  प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, कार करीब 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ रही थी. अचानक टायर फटने से वाहन अनियंत्रित हो गया और डिवाइडर तोड़ते हुए सामने से आ रहे टैंकर से जोरदार टक्कर हो गई. टक्कर इतनी भीषण थी कि कार में तुरंत आग भड़क उठी. देखते ही देखते लपटों ने पूरी गाड़ी को अपनी चपेट में ले लिया.  कार के भीतर फंसे लोग बाहर निकल ही नहीं पाए और जिंदा जल गए. घटना की जानकारी मिलते ही अकराबाद थाना पुलिस और दमकल विभाग की टीम तुरंत मौके पर पहुंची. फायर ब्रिगेड ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया और शवों को कार से बाहर निकाला.
उत्तर प्रदेश 

अरुणाचल के पहाड़ों में नवरात्रि के पहले दिन PM मोदी को हुए शैलपुत्री के दर्शन

पीएम मोदी ने कहा कि जैसे तिरंगे का पहला रंग केसरिया है, वैसे ही अरुणाचल का पहला रंग भी केसरिया है. यहां का हर व्यक्ति शौर्य और शांति का प्रतीक है.  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अरुणाचल प्रदेश में हजारों करोड़ के विकास योजनाओं का उद्धाटन करते हुए कहा कि अरुणाचल की यह भूमि उगते सूर्य की धरती के साथ देशभक्ति के उफान की भी धरती है. जैसे तिरंगे का पहला रंग केसरिया है, वैसे ही अरुणाचल का पहला रंग भी केसरिया है. यहां का हर व्यक्ति शौर्य और शांति का प्रतीक है.  पहला यह कि नवरात्रि के पावन अवसर पर मुझे इन शानदार पहाड़ों के दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है. नवरात्रि के इस दिन हम हिमालय की पुत्री माँ शैलपुत्री की पूजा करते हैं. इन पहाड़ों के बीच रहकर अपनी भक्ति अर्पित करना सचमुच दिव्य अनुभूति है. आज देश में NextGenGST Reforms लागू हुए हैं. GST बचत उत्सव की शुरुआत हुई है. त्योहारों के इस मौसम में जनता जनार्दन को यह डबल बोनस मिला है.  कांग्रेस की सोच से देश को दिलाया मुक्ति: PM मोदी 2014 में जब आपने मुझे सेवा का मौका दिया, तब मैंने कांग्रेस की सोच से देश को मुक्ति दिलाने की ठान ली. हमारी प्रेरणा किसी राज्य में वोटों और सीटों की संख्या नहीं, Nation First की भावना है. हमारा एक ही मंत्र है, 'नागरिक देवो भव:' प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की एक पुरानी आदत है कि विकास का जो भी काम मुश्किल होता है, उस काम को वह कभी हाथ ही नहीं लगाती। कांग्रेस की इस आदत से नॉर्थ ईस्ट को बहुत नुकसान हुआ.  जहां विकास कार्य करना चुनौती होता था, उसे कांग्रेस पिछड़ा घोषित कर भूल जाती थी. जो सीमा से सटे गांव थे, उन्हें लास्ट विलेज कहकर पल्ला झाड़ लेती थी. यही कारण है कि सीमावर्ती क्षेत्रों से लोगों का पलायन होता गया.  अरुणाचल विकास में पीछे रह गया: PM मोदी पीएम मोदी ने कहा कि हमारे अरुणाचल प्रदेश में वैसे तो सूर्य की किरण सबसे पहले आती हैं, लेकिन दुर्भाग्य से यहां विकास की किरण आते-आते कई दशक लग गए.  मैं 2014 से पहले भी यहां कई बार आया हूं, आपके बीच रहा हूं. अरुणाचल को प्रकृति ने इतना कुछ दिया है, ये धरती, यहां के परिश्रमी लोग, यहां का सामर्थ्य, यहां इतना कुछ है. लेकिन जो लोग दिल्ली में बैठकर देश चला रहे थे, उन्होंने अरुणाचल को हमेशा नजरअंदाज किया. 
हिमाचल  उत्तर प्रदेश 

लालू को किडनी देने वाली बेटी क्यों हुईं बागी? RJD के सभी सोशल अकाउंट किया अनफॉलो

बिहार में चुनाव से पहले RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद के परिवार में सब कुछ ठीक नजर नहीं आ रहा है. लालू को किडनी डोनेट करने वाली उनकी बेटी रोहिणी आचार्य के तेवर बागी नजर आ रहे हैं. RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को किडनी देने वाली बेटी रोहिणी आचार्या बागी तेवर में नजर आ रही हैं. बीते दिनों बिहार अधिकार यात्रा में तेजस्वी की सीट पर संजय यादव के बैठे होने पर सवाल उठाने वाली रोहिणी ने अब RJD के सोशल अकाउंट को अनफॉलो कर दिया है. संजय यादव पर सवाल उठाने के बाद रोहिणी को सोशल मीडिया ट्रोल भी किया गया था. जिसके बाद शुक्रवार को रोहिणी ने दो पोस्ट करते हुए लिखा था कि आत्मसम्मान सर्वोपरि हैं. अब यह बात सामने आ रही है कि रोहिणी आचार्य ने राजद के सभी सोशल मीडिया अकाउंट को अनफॉलो कर दिया है. रोहिणी ने RJD के सभी सोशल मीडिया पेज अनफॉलो किए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की लाडली बेटी रोहिणी आचार्य ने पार्टी के सारे सोशल अकाउंट्स को अनफॉलो कर दिया है. कुछ ही महीने पहले मां राबड़ी देवी के लाल तेजप्रताप यादव को पार्टी और घर, दोनों से निकाला गया था और अब पार्टी और परिवार से नाराज चल रहीं रोहिणी ने ये कदम उठाया है. रोहिणी लालू की वही बेटी हैं, जिन्‍होंने अपनी किडनी डोनेट कर पिता को नया जीवन दिया है. संजय यादव को लेकर रोहिणी नाराज दरअसल, राजद में पिछले कुछ दिनों से सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. पार्टी में भी और पार्टी सुप्रीमो के घर में भी. वजह है- 'संजय यादव', जिनको लेकर तेजस्‍वी और रोहिणी के बीच मतभेद. पिछले दो-तीन दिनों में तेजस्‍वी के करीबी संजय यादव पर रोहिणी की आपत्ति सोशल मीडिया पर खुलकर सामने आ चुकी है.  रोहिणी के सभी पोस्ट हो गए गायब शुक्रवार रात भी उन्‍होंने एक्‍स पर दो पोस्‍ट किए और खुद को एक जिम्‍मेदार बेटी और बहन बताया. लेकिन अगली सुबह शनिवार को अचानक उनका एक्‍स अकाउंट प्राइवेट हो गया. शनिवार सुबह 8 बजे से पहले जो पोस्‍ट सार्वजनिक थे, वे 8 बजे के बाद अचानक से गायब हो गए. राजधानी पटना के सियासी गलियारों में ये चर्चा का विषय बन गया है कि क्‍या रोहिणी पर पोस्‍ट हटाने का दबाव बनाया गया!
उत्तर प्रदेश 

गाजियाबाद में तेज रफ्तार थार ने महिला को उड़ाया, हादसा CCTV फुटेज में हुआ कैद

Thar Hit Woman : एक महिला सड़क किनारे से आ रही थी, तभी तेज रफ्तार से आई एक थार ने उसे जोरदार टक्कर मार दी. टक्कर इतनी भीषण थी कि महिला गाड़ी के बोनट के आगे आ गई. उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के थाना सिहानी गेट के लोहिया नगर में एक सड़क हादसे में एक तेज रफ्तार थार गाड़ी ने सड़क पार कर रही महिला को टक्कर मार दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गईं. हादसे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में दिख रहा है कि एक महिला सड़क किनारे से आ रही थी, तभी तेज रफ्तार से आई एक थार ने उसे जोरदार टक्कर मार दी. टक्कर इतनी भीषण थी कि महिला गाड़ी के बोनट के आगे आ गई. पुलिस ने बताया कि थार चालक हादसे के बाद गाड़ी लेकर फरार हो गया. पुलिस ने थार और उसके चालक की तलाश कर रही है. हालांकि, महिला के परिजनों ने पुलिस को अभी तक कोई भी कानूनी कार्यवाही करने से मना किया है, लेकिन पुलिस का कहना है कि वे अपने स्तर पर गाड़ी की तलाश कर रही हैं. महिला की हालत फिलहाल स्थिर है.  
उत्तर प्रदेश 

बिहार चुनाव से पहले CM नीतीश का बड़ा ऐलान, स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड पर बिना ब्‍याज ₹4 लाख

पहले छात्रों को लोन पर ब्याज चुकाना पड़ता था, लेकिन अब उस पर कोई अतिरिक्त बोझ नहीं होगा. किस्तों की अवधि बढ़ने से हर महीने की EMI कम हो जाएगी. गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के बच्चों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में मदद मिलेगी. बिहार में चुनाव से पहले मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने पढ़ाई कर रहे छात्र और छात्राओं के लिए बड़ा ऐलान किया है. दरअसल, स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के तहत मिलने वाले 4 लाख के लोन को सरकार ने इंटरेस्ट फ्री कर दिया है. यही नहीं, लोन के भुगतान के लिए मासिक किस्‍त की संख्‍या को 70 से बढ़ाकर 120 कर दिया है. यानि अगर आप बिहार में स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के तहत 4 लाख रुपया लेते हैं तो आपको उसे चुकाने के लिए पूरे 10 साल मिलेंगे और कोई इंटरेस्ट भी नही देना होगा.   जी हां! मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के विद्यार्थियों को लेकर एक और अहम घोषणा की है. स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत अब चार लाख रुपये तक की राशि पूरी तरह ब्याज मुक्त (इंटरेस्ट फ्री) होगी. सरकार ने न केवल ब्याज माफ किया है बल्कि किश्तों की संख्या भी 70 से बढ़ाकर 120 कर दी है. इसका मतलब ये है कि अब छात्रों को लिए गए कर्ज की अदायगी 10 साल में आसान किस्तों के जरिए करनी होगी. छात्रों को क्या-क्‍या फायदे? पहले छात्रों को लोन पर ब्याज चुकाना पड़ता था, लेकिन अब उस पर कोई अतिरिक्त बोझ नहीं होगा. किस्तों की अवधि बढ़ने से हर महीने की EMI कम हो जाएगी. गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के बच्चों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में मदद मिलेगी. क्‍या है सरकार का मकसद? नीतीश कुमार ने कहा कि इस कदम से बिहार के छात्र-छात्राओं को बेहतर शिक्षा और करियर के लिए प्रोत्साहन मिलेगा. सरकार का उद्देश्य है कि किसी भी छात्र को सिर्फ आर्थिक तंगी की वजह से पढ़ाई बीच में न छोड़नी पड़े.
उत्तर प्रदेश 
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