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नेपाल में पूर्व PM की पत्नी को जलाया गया, अब भारत में होगा इलाज
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By khabarundekhi@gmail.com
नेपाल में Gen-Z युवाओं के हिंसक प्रदर्शन के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री झालानाथ खनल के घर में आग लगा दी गई थी। इसमें उनकी पत्नी रवि लक्ष्मी चित्रकार गंभीर रूप से झुलस गई थीं। अब उन्हें इलाज के लिए भारत लाया गया है।
नेपाल में बीते दिनों हुई हिंसा के बाद अब हालात सामान्य होने लगे हैं। युवाओं की ओर से हुए प्रदर्शन के दौरान नेपाल के राजनेताओं के घरों पर भी हमले किए गए थे। इस दौरान नेपाल के पूर्व पीएम झालानाथ खनल के घर को भी आग के हवाले कर दिया गया था जिसमें उनकी पत्नी रवि लक्ष्मी चित्रकार बुरी तरह से जल गई थीं। अब लक्ष्मी को इलाज के लिए भारत लाया गया है।
कैसे लगी थी आग?
दरअसल, नेपाल में बीते 9 सितंबर को Gen-Z युवाओं के प्रदर्शन के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री झालानाथ खनल की पत्नी बुरी तरह से जल गई थीं। युवाओं के हिंसक विरोध प्रदर्शन के बीच काठमांडू के दल्लू क्षेत्र में झालानाथ के घर में भीड़ ने आग लगा दी थी। इस घटना में उनकी पत्नी रवि लक्ष्मी चित्रकार गंभीर रूप से झुलस गई थीं। अब उन्हें आगे के इलाज के लिए भारत लाया गया है।
कैसी है पूर्व पीएम की पत्नी की हालत?
झालानाथ खनल ने साल 2011 में फरवरी से अगस्त महीने तक नेपाल के प्रधानमंत्री का पद संभाला था। आग में झुलसने के बाद उनकी पत्नी का इलाज नेपाल के कीर्तिपुर के एक हॉस्पिटल में किया जा रहा था। जानकारी के मुताबिक, रवि लक्ष्मी चित्रकार का शरीर 15 प्रतिशत तक जल चुका है। परिवारवालों ने जानकारी दी है कि उनका बांया हाथ पूरी तरह जल चुका है।
सीने में हुआ संक्रमण
आग की चपेट में आने के कारण पूर्व पीएम की पत्नी रवि लक्ष्मी चित्रकार की हालत खराब है। धुएं के कारण उनके फेफड़ों पर असर पड़ा है और उनके सीने में संक्रमण हो गया है। डॉक्टरों की सिफारिश के बाद रवि लक्ष्मी चित्रकार को इलाज के लिए भारत की राजधानी दिल्ली लेकर आया गया है।
ट्रंप का 88 लाख वाला H-1B 'वीजा बम' कितना खतरनाक? जानिए पूरी खबर
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By khabarundekhi@gmail.com
ट्रंप ने एच-1बी वीजा पर एक लाख डॉलर (करीब 83 लाख रुपये) की फीस थोप दी है. अब सवाल ये है कि क्या हर साल इतनी मोटी रकम खर्च करके टेक कंपनियां भारतीयों को अमेरिका में नौकरी पर रखेंगी?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ के बाद, भारतीयों पर एक और स्ट्राइक की है. उन्होंने एच-1बी वीजा पर एक लाख डॉलर (करीब 88 लाख रुपये) की फीस थोप दी है. ये चोट कितनी बड़ी है, इसका अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि 70 फीसदी एच-1बी वीजा भारतीयों को मिलते हैं. अब सवाल ये है कि क्या इतनी मोटी रकम खर्च करके कंपनियां भारतीयों को अमेरिका में नौकरी पर रखेंगी? इसकी तगड़ी मार भारतीयों के अलावा अमेरिकी टेक सेक्टर पर भी पड़ने की आशंका जताई जा रही है. आइए ट्रंप के इस फैसले को 5 आसान सवाल-जवाब में समझते हैं.
सवाल - H-1B वीजा पर एक लाख डॉलर फीस लगाने का क्या मतलब है?
जवाब - अमेरिकी कंपनियां भारत जैसे देशों से एक्सपर्ट प्रोफेशनल्स को इसी वीजा के जरिए अमेरिका ले जाकर काम कराती हैं. एच-1बी वीजा 3 साल के लिए मिलता है, जिसे 3 साल और बढ़ाया जा सकता है. अमेरिका अभी हर साल 85 हजार एच-1बी वीजा बांटता है. इस वीजा पर अभी 1700 से 4500 डॉलर तक की फीस लगती थी, जिसे बढ़ाकर एक लाख डॉलर कर दिया गया है. इससे भारतीयों का ग्रीन कार्ड (नागरिकता) पाने का सपना और दूर हो सकता है. कंपनियां भारतीयों के लिए ग्रीन कार्ड स्पॉन्सर करने से भी पीछे हट सकती हैं.
सवाल - $100,000 फीस नए आवेदकों पर लगेगी या पुराने वीजा धारकों पर भी?
जवाब - ये फीस कर्मचारियों को नहीं, कंपनियों को देनी होगी. कंपनियां जिस भी कर्मचारी को H-1B वीजा दिलाना चाहेंगी, उस हर प्रोफेशनल के लिए ये फीस लगेगी. फीस हर साल देनी होगी, चाहे आप पहली बार वीजा ले रहे हों या उसे रिन्यू करवा रहे हों. मतलब जो भारतीय H-1B वीजा पर पहले से अमेरिका में हैं और उनका वीजा रिन्यू होना है, तब भी कंपनी को $100,000 चुकाने होंगे. अगर वीजा छह साल तक चलेगा तो कुल खर्च 6 लाख डॉलर तक जा सकता है.
सवाल - अमेरिका में काम कर रहे भारतीयों की नौकरी अब कितनी सेफ है?
जवाब - यह पूरी तरह उस कर्मचारी की वैल्यू पर निर्भर करेगा. अगर कंपनी को लगता है कि आप इतने कुशल हैं कि आपका काम कोई अमेरिकी नहीं कर सकता तो वह ये फीस दे सकती हैं. लेकिन कंपनियां एंट्री लेवल या मिड लेवल प्रोफेशनल्स पर इतना खर्च नहीं करना चाहेंगी. दरअसल, अधिकतर टेक कंपनियां ऐसे कर्मचारियों को एक लाख डॉलर से बहुत कम सैलरी देती हैं. ऐसे में वीजा पर ही एक लाख डॉलर सालाना खर्च करना कंपनियों पर बोझ बन सकता है.
सवाल - क्या बचने का भी कोई रास्ता है, वर्क फ्रॉम होम कितना कारगर?
जवाब - ट्रंप के इस फैसले को अदालत में चुनौती देने की तैयारी शुरू हो गई है. अगर कोर्ट भी इस फैसले को नहीं रोकता है, तब कंपनियों को नई स्ट्रैटिजी अपनानी होगी. कुछ एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि ट्रंप के इस फैसले से अमेरिका की टियर-1 टेक कंपनियों पर 150 से 500 मिलियन डॉलर तक का एक्स्ट्रा बोझ पड़ सकता है. उनकी कमाई 2-4 पर्सेंट तक घट सकती है. ऐसे में वह सिर्फ उन्हीं भारतीय कर्मचारियों को अमेरिका ले जाकर नौकरी करवाएंगी, जो इतने खर्च पर उन्हें ज्यादा फायदा पहुंचा सके. बाकी एंट्री और मिड लेवल के अधिकतर कर्मचारियों को भारत भेजकर वर्क फ्रॉम होम कराया जा सकता है.
सवाल - क्या ये अमेरिकी टेक सेक्टर के लिए खतरा बनेगा, भारत का क्या फायदा?
जवाब - कई एक्सपर्ट्स कहने लगे हैं कि ट्रंप का ये कदम अमेरिकी टेक सेक्टर के लिए आत्मघाती साबित हो सकता है. उन्हें विदेशी कुशल पेशेवरों के बजाय कम कुशलता वाले अमेरिकियों को नौकरी पर रखना पड़ेगा. उन्हें ट्रेंड करने पर मोटी रकम खर्चनी होगी. इसका सीधा असर टेक इंडस्ट्री में अमेरिका के नंबर वन के ताज पर पड़ेगा. दूसरी तरफ, भारत इस फैसले में अपना फायदा देख रहा है. जी20 के पूर्व शेरपा और नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत ने कहा है कि ये फैसला भारत के लिए Brain Gain बन सकता है. मतलब, अमेरिका से लौटने वाले उच्च कुशल भारतीयों को नौकरी पर रखकर भारतीय कंपनियां और स्टार्टअप्स टेक इनोवेशन को नई ऊंचाई तक ले जा सकती हैं.
अमेरिका के H-1B वीजा की फीस बढ़ने से भारत को फायदा
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By khabarundekhi@gmail.com
प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष ने बताया कि अमेरिका के H1B Visa की फीस बढ़ने से भारत को कहीं न कहीं फायदा होगा, क्योंकि इंडियन प्रोफेशनल्स के लिए अपने देश में काम करने को बढ़ावा मिलेगा.
भारत की अर्थव्यवस्था इस समय अहम दौर से गुजर रही है. सरकार ने एक तरफ गुड्स एंड सेवा टैक्स (GST) घटा कर अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने की कोशिश की है. वहीं, दूसरी ओर अमेरिका के टैरिफ बढ़ाने से कुछ परेशानियां बढ़ी हैं. हालांकि, भारत अपने निर्यात को यूरोप और अफ़्रीकन देशों में फैलाने में जुट गया है, ताकि नुकसान से बचा जा सके. प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसी-पीएम) के अध्यक्ष प्रोफेसर एस. महेंद्र देव की मानें तो जीएसटी घटने से भारत की अर्थव्यवस्था को रफ़्तार मिलेगी.
ताकि GST कटौती का लाभ उपभोक्ताओं को मिले
महेंद्र देव ने कहा, 'गुड्स एंड सेवा टैक्स (GST) घटने से भारत की अर्थव्यवस्था को रफ़्तार मिलेगी. हालांकि, कुछ लोग ऐसा कह रहे हैं कि जीएसटी घटने का सीधा लाभ आम लोगों तक नहीं पहुंचेगा, लेकिन सरकार निगरानी कर रही है कि GST कटौती का लाभ उपभोक्ताओं को मिले. जीएसटी के 4 स्लैब को घटाकर दो स्लैब करने से भारत के अर्थव्यवस्था की रफ़्तार बढ़ेगी और उपभोक्ताओं को सीधा फ़ायदा पहुंचेगा. हालांकि, टैक्स की आमदनी घट सकती है, लेकिन खपत बढ़ने से हमें इसका नुक़सान नहीं होगा. उपभोक्ताओं तक जीएसटी सुधार का लाभ पहुंचे. इसके लिए हम लगातार निगरानी रख रहे हैं. कंपनियों ने अभी से ही मूल्य घटाने शुरू कर दिए हैं.
अमेरिका के H1B Visa की फीस बढ़ने से भारत को फायदा!
प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष ने बताया कि अमेरिका के H1B Visa की फीस बढ़ने से भारत को कहीं न कहीं फायदा होगा, क्योंकि इंडियन प्रोफेशनल्स के लिए अपने देश में काम करने को बढ़ावा मिलेगा. दरअसल, एच-1बी वीजा पर 1 लाख डॉलर का वार्षिक शुल्क लगाने से जुड़े अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले के बाद अमेरिकी बाजार में महत्वपूर्ण हिस्सेदारी रखने वाले भारतीय आईटी शेयरों पर भारी दबाव आ गया. डोनाल्ड ट्रंप के इस कदम से कंपनियों के लिए भारतीय टेक्नोलॉजी पेशेवरों को नियुक्त करना पहले से अधिक महंगा हो जाएगा।
अमेरिका के टैरिफ बढ़ाने से भारत पर क्या असर?
महेंद्र देव ने कहा कि अमेरिका के टैरिफ लगाने के बाद भारत अपने निर्यात को यूरोप के साथ-साथ अफ्रीकन देशों में फैलाने की कोशिश कर रहा है, ताकि नुक़सान से बचा जा सके. साथ ही उन्होंने कहा कि भारत-अमरीका में बातचीत चल रही है. एक से दो महीने में सकारात्मक नतीजे आ सकते हैं.
भारत-नेपाल सीमा तक पहुंची आग , आगजनी-पत्थरबाजी का प्रयास
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By khabarundekhi@gmail.com
नेपाली प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने बॉर्डर बैरियर के पास पहुंचकर पत्थरबाजी का प्रयास किया, लेकिन सीमा सुरक्षा बल (एसएसबी) के जवानों ने सतर्कता बरतते हुए हालात को काबू कर लिया.
नेपाल में लगी आंदोलन की आग अब भारत से सटी सीमा तक पहुंच रही है. सीमा पर स्थित जोगबनी बॉर्डर पर नेपाल के इलाके में उग्र प्रदर्शनकारियों ने हिंसक प्रदर्शन किया. उग्र आंदोलनकारी जगह-जगह टायर जलाकर विरोध कर रहे हैं. कुछ असामाजिक तत्वों ने बॉर्डर पर बैरियर के नजदीक आकर पत्थरबाजी करते हुए माहौल को तनावपूर्ण बनाने का प्रयास किया. हालात को देखते हुए सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
3-4 लेयर का सुरक्षा घेरा बनाया
प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने बॉर्डर बैरियर के पास पहुंचकर पत्थरबाजी का प्रयास किया, लेकिन सीमा सुरक्षा बल (एसएसबी) के जवानों ने सतर्कता बरतते हुए हालात को काबू कर लिया. एसएसबी ने सीमा पर तीन से चार लेयर का सुरक्षा घेरा बना दिया है. अतिरिक्त जवानों को भी तैनात किया गया है ताकि किसी भी तरह की घुसपैठ या अप्रिय घटना को रोका जा सके. नेपाल सीमा की तरफ आने-जाने वाले रास्तों को सील कर दिया गया है.
जोगबनी बॉर्डर पूरी तरह बंद
नेपाल के रानी इलाके में राजस्व वसूली के लिए लगाए गए भंसार गुमटी को भी उपद्रवियों ने आग के हवाले कर दिया. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जोगबनी बॉर्डर को पूरी तरह बंद कर दिया गया है. दोनों ओर के बैरियर गिरा दिए गए हैं. आम नागरिकों को नेपाल जाने या वहां से आने की अनुमति नहीं दी जा रही है. हालांकि, आपात स्थिति में एंबुलेंस को सीमा पार करने की छूट दी गई है. कुछ स्थानीय लोग सुरक्षा बलों की निगरानी में पैदल आ-जा रहे हैं.
बिहार के 7 जिलों में सीमा सील
नेपाल में सरकार विरोधी उग्र प्रदर्शन के मद्देनजर सीमा से सटे बिहार के सात जिलों- पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, अररिया, सुपौल, पूर्वी चंपारण, किशनगंज के बॉर्डर सोमवार को ही सील किए जा चुके हैं. सीमा पर हाई अलर्ट कर दिया गया है.
अररिया के पुलिस अधीक्षक अंजनी कुमार ने बताया कि सीमा पर आने-जाने वालों की कड़ी तलाशी ली जा रही है. एसएसबी को अलर्ट कर दिया गया है. जिले की सीमा पर तैनात पुलिस और एसएसबी के जवानों को किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए सतर्क रहने का आदेश दिया गया है. सीमा पार से आने-जाने की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है.
एसएसबी की 52वीं बटालियन के कमांडेंट महेंद्र प्रताप ने भी सोमवार को कहा था कि बिहार से सटी नेपाल की सीमा पर सुरक्षा बल पूरी तरह अलर्ट मोड में हैं. जवान सीमा की हर गतिविधि पर नजर रखे हुए हैं और स्थानीय प्रशासन के साथ लगातार संपर्क में हैं.
एयर इंडिया, इंडिगो की हवाई सेवा रद्द
इस बीत. एयर इंडिया ने नेपाल में सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बीच हवाई अड्डे बंद होने के कारण मंगलवार को दिल्ली से काठमांडू के बीच अपनी उड़ानें रद्द कर दीं. इंडिगो ने भी काठमांडू के लिए अपनी सेवाएं रद्द कर दी हैं. नेपाल में बड़े पैमाने पर सरकार विरोधी प्रदर्शन हो रहे हैं और काठमांडू के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है.
एयर इंडिया ने एक बयान में बताया कि काठमांडू में मौजूदा स्थिति को देखते हुए दिल्ली-काठमांडू-दिल्ली मार्ग पर उड़ान भरने वाली एआई2231/2232, एआई 2219/2220, एआई 217/218 और एआई 211/212 उड़ानें मंगलवार के लिए रद्द कर दी गई हैं. हम स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं और आगे की जानकारी साझा की जाएगी.
मालदीव का सबसे करीबी है भारत, हमारे संबंधों की जड़ें बहुत पुरानी PM मोदी
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत को मालदीव का सबसे भरोसेमंद मित्र होने पर भी गर्व है. आपदा हो या महामारी भारत हमेशा से फर्स्ट रेस्पोंडर बनकर साथ खड़ा रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मालदीव के दौरे पर हैं. मालदीव में पीएम मोदी ने कहा कि यह साल भारत और मालदीव अपने राजनयिक संबंधों के साथ 60 साल मना रहे हैं, लेकिन हमारे संबंधों की जड़ें इतिहास से भी पुरानी है और समुद्र जितनी गहरी है. उन्होंने कहा कि हम केवल पड़ोसी नहीं हैं, सहयात्री भी हैं. मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के साथ वार्ता के बाद पीएम मोदी ने कहा कि भारत मालदीव का सबसे करीबी पड़ोसी है. मालदीव भारत की नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी और महासागर विजन में अहम स्थान रखता है.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत को मालदीव का सबसे भरोसेमंद मित्र होने पर भी गर्व है. आपदा हो या महामारी भारत हमेशा से फर्स्ट रेस्पोंडर बनकर साथ खड़ा रहा है. साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि हमारी डवलपमेंट पार्टनरशिप को नई उड़ान देने के लिए हमने मालदीव के लिए 565 मिलियन डॉलर यानी 5000 करोड़ रुपये की ऋण सहायता देने का निर्णय लिया है.
द्विपक्षीय निवेश संधि को लेकर करेंगे बातचीत: पीएम मोदी
साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि हमारी आर्थिक साझेदारी को गति देने के लिए हमने कई कदम उठाए हैं. निवेश को गति देने के लिए हम द्विपक्षीय निवेश संधि को फाइनल करने पर बातचीत करेंगे. फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर भी बातचीत शुरू हो गई है. हमारा लक्ष्य है फ्रॉम पेपर वर्क टू प्रोस्पेरिटी.
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत मालदीव को उसकी रक्षा क्षमताओं को सुदृढ़ करने में हमेशा सहयोग देगा. साथ ही कहा कि रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में आपसी सहयोग आपसी विश्वास का प्रमाण है.
"आप चिंता न करें...हम इंग्लिश का इस्तेमाल कर लेंगे", PM मोदी ने ब्रिटेन में अनुवादक के अटकने पर दिखाया सहज अंदाज
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By khabarundekhi@gmail.com
ब्रिटेन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वह सहज अंदाज अब काफी वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने अनुवादक के अटकने पर कहा कि आप चिंता न करें, हम अंग्रेजी शब्दों का इस्तेमाल कर लेंगे। इस ब्रिटिश पीएम कीर स्टार्मर भी मंत्रमुग्ध हो गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के पीएम कीर स्टार्मर के बीच हाल ही में लंदन में हुई द्विपक्षीय वार्ता के बाद की प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक दिलचस्प और सहज क्षण देखने को मिला। जब संवाददाताओं द्वारा पूछे गए सवालों और नेताओं के जवाबों का अनुवाद किया जा रहा था, तब महिला अनुवादक कीर स्टार्मर की अंग्रेजी का हिंदी में अनुवाद करते वक्त अटक गई। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सहज रूप से कहा, "कोई बात नहीं, आप चिंता मत कीजिए...हम बीच-बीच में अंग्रेज़ी शब्दों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
कीर स्टार्मर पीएम मोदी के इस अंदाज पर हुए फिदा
प्रधानमंत्री मोदी की इस टिप्पणी के बाद ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर उनके इस अंदाज पर फिदा हो गए। उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, "मुझे लगता है कि हम एक-दूसरे को अच्छी तरह समझते हैं।" यह पल दोनों नेताओं के बीच अच्छे आपसी तालमेल और सहजता को दर्शाता है, जो उनके द्विपक्षीय संबंधों में विश्वास और सहयोग का संकेत भी देता है। उनका यह बयान दर्शाता है कि भाषा की बाधा दोनों नेताओं के बीच संवाद में कोई रुकावट नहीं बन रही है।
भारत और ब्रिटेन ने किया मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर
यह संवाद उस समय आया, जब भारत और ब्रिटेन ने एक ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते (Free Trade Agreement) पर हस्ताक्षर किए हैं, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश को नया बल मिलेगा। प्रेस वार्ता में पूछे गए सवालों और अनुवाद के दौरान दोनों नेताओं ने यह स्पष्ट किया कि उनके बीच का संवाद न केवल औपचारिक है, बल्कि आपसी समझ और सम्मान पर आधारित भी है। यह घटना दोनों देशों के बीच बढ़ते संबंधों की गहराई को उजागर करती है और यह संकेत देती है कि भारत और ब्रिटेन, भाषा और संस्कृति की विविधताओं के बावजूद समान लक्ष्यों की दिशा में मिलकर आगे बढ़ रहे हैं।
ब्रिटेन की 6 यूनिवर्सिटी के भारत में खुलेंगे कैंपस, कपड़ा-कृषि से फुटवियर बाजार को फायदा
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By khabarundekhi@gmail.com
भारत और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री की मौजूदगी में गुरुवार को फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए गए. दोनों देशों के बीच ये ट्रेड डील 6 अरब पाउंड का नया निवेश पैदा करेगी.
Free Trade Agreement India UK: भारत और ब्रिटेन के बीच गुरुवार को मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर हुए. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता में इस ट्रेड डील के फायदे गिनाए. पीएम मोदी ने कहा कि इस ट्रेड डील से भारत के कपड़ा उद्योग, चमड़ा उद्योग, रत्न एवं आभूषण उद्योग और कृषि और समुद्री उत्पाद क्षेत्र को बड़ा लाभ होगा. ब्रिटेन भारत के कुशल पेशेवर युवाओं का ज्यादा बेहतर फायदा उठा पाएगा. इससे हजारों की संख्या में रोजगार पैदा होंगे और निवेश बढ़ेगा.
पीएम मोदी ने कहा, इस ट्रेड डील के तहत ब्रिटेन की छह यूनिवर्सिटी के कैंपस भारत में खोले जाएंगे. पीएम मोदी ने पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए कहा, वो ब्रिटेन के पीएम कीर स्टार्मर का इस आतंकवादी हमले की निंदा करने और ऐसे षड़यंत्रकारियों के खिलाफ कार्रवाई के समर्थन के लिए धन्यवाद दिया. आतंकवाद पर दोहरा मापदंड नहीं चलेगा. भारत और ब्रिटेन दोनों देश इस मुद्दे पर एक साथ हैं. पीएम मोदी ने क्रिकेट का भी जिक्र करते हुए कहा कि ये भारत और ब्रिटेन के लिए सिर्फ एक खेल नहीं है, बल्कि एक जुनून है. उन्होंने ब्रिटिश प्रधानमंत्री को भारत आने का न्योता दिया.
ब्रिटेन के पीएम ने कहा कि इससे उनके देश की स्कॉच व्हिस्की, कुछ खाद्य उत्पादों, कारों को रियायती दरों पर भारतीय बाजार में पहुंच मिलेगी. इससे छह अरब पाउंड का नया निवेश पैदा होगा. पीएम मोदी ने एयर इंडिया विमान हादसे में मारे गए ब्रिटिश नागरिकों के प्रति शोक संवेदना भी व्यक्त की. स्टार्मर ने कहा कि ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से अलग होने के बाद ये उनके देश की सबसे बड़ी ट्रेड डील है.
पीएम मोदी ने कहा, ये समझौता भारत के युवाओं, किसानों और मछुआरों के साथ लघु उद्योगों में लगे कारीगरों को फायदा पहुंचाएगा. कृषि उत्पाद, प्रोसेस्ड फूड्स, रत्न-आभूषण, फुटवियर, इंजीनियरिंग के सामान पर ब्रिटेन का आयात शुल्क घट जाएगा. विशेषज्ञों का कहना है कि समुद्री उत्पादों पर टैरिफ घटना से भारत की मछलियों का ब्रिटेन को निर्यात बढ़ेगा. खासकर श्रिंप, कटल और अन्य तरह की मछलियों का ब्रिटेन बड़ा उपभोक्ता है.ब्रिटेन के समुद्री उत्पादों के आयात में अभी भारत करी हिस्सेदारी बेहद कम है.
भारत और ब्रिटेन के रक्षा और सुरक्षा क्षेत्र में साझेदारी बढ़ेगी. इसके लिए डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनाया गया है. विशेषज्ञों का कहना है कि इस डील से द्विपक्षीय व्यापार 39 फीसदी तक बढ़ सकता है और यह 25.5 अरब पाउंड तक पहुंच सकता है.
भारत-ब्रिटेन के बीच फ्री ट्रेड डील डन, दोनों देशों के कारोबार को क्या मिलेगा फायदा
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By khabarundekhi@gmail.com
इस ट्रेड डील के तहत, ब्रिटेन 99 फीसदी भारतीय उत्पाद-सेवाओं पर टैरिफ घटाएगा. जबकि ब्रिटेन के 90 फीसदी प्रोडक्ट्स को इस ट्रेड डील के जरिये न्यूनतम स्तर पर लाया जाएगा.
भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौते पर गुरुवार को मुहर लग गई. पीएम मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर की मौजूदगी में इस समझौते पर हस्ताक्षर हुए. इस ट्रेड डील के तहत, ब्रिटेन 99 फीसदी भारतीय उत्पाद-सेवाओं पर टैरिफ घटाएगा. जबकि ब्रिटेन के 90 फीसदी प्रोडक्ट्स को इस ट्रेड डील के जरिये न्यूनतम स्तर पर लाया जाएगा. इस मुक्त व्यापार समझौते के तहत, भारत ब्रिटेन की स्कॉच व्हिस्की, कारों और चॉकलेट-बिस्किट जैसे खाद्य उत्पादों पर टैरिफ घटाएगा. दूसरी ओर भारत के उत्पादों पर लगने वाली टैरिफ भी कम होगी.इन डील से दोनों देशों के कारोबार को क्या फायदा मिलेगा, जानिएव्हिस्की पर टैरिफ 150 फीसदी से घटाकर 90 प्रतिशत पर लाया जाएगा. अगले 10 सालों में इसे 40 फीसदी पर लाया जाएगा. वहीं ब्रिटेन भारत के फुटवियर, टेक्सटाइल, रत्न एवं आभूषण, मशीनरी-इंजीनियरिंग औऱ ऑटो पार्ट्स पर आयात शुल्क शून्य या न्यूनतम स्तर पर लाएगा.
इससे भारत में आगरा-कानपुर के चमड़ा उद्योग, सूरत-लुधियाना-वाराणसी के टेक्सटाइल उद्योग और सूरत-मुंबई के रत्न-आभूषण उद्योग को सस्ता बाजार मिलेगा.
भारत कम लागत में अपने उत्पाद ब्रिटेन के बाजार में बेच सकेगा
विशेषज्ञों का कहना है कि भारत के फल-सब्जियों, मसालों पर भी ब्रिटेन टैरिफ खत्म करेगा. भारत कम लागत में अपने उत्पाद ब्रिटेन के बाजार में बेच सकेगा. कपड़ा उद्योग क्षेत्र में बांग्लादेश-वियतनाम जैसे देशों के मुकाबले भारत बेहतर प्रतिस्पर्धा कर पाएगा.
ब्रिटेन के पीएम ने कहा- इससे दोनों देश के बीच व्यापार बढ़ेगा
ब्रिटेन के पीएम कीर स्टार्मर ने कहा कि इससे दोनों देश के बीच व्यापार बढ़ेगा. स्कॉटलैंड के व्हिस्की उद्योग को काफी फायदा मिलेगा. स्टार्मर ने कहा कि इससे 6 अरब पाउंड का नया निवेश पैदा होगा. हजारों रोजगार पैदा होंगे. इससे खेल के सामान, मशीनरी, कपड़े-जूते (कोल्हापुरी चप्पल समेत) और सोने-चांदी के आभूषणों का काम करने वाले कारीगरों को भी फायदा होगा.
पीएम मोदी ने कहा- ये समझौता बेहद लाभकारी
पीएम मोदी ने कहा, ये समझौता महज आर्थिक साझेदारी नहीं है. इससे भारतीय टेक्सटाइल, समुद्री और कृषि उत्पादों, फुटवियर को ब्रिटेन के बाजार में नए अवसर बनेंगे. भारत के युवाओं-किसानों और मछुआरों के लिए ये समझौता बेहद लाभकारी साबित होगा. दूसरी ओर, भारत के लोगों और इंडस्ट्री में ब्रिटेन में बने उत्पाद (जैसे मेडिकल उपकरण) सुलभ और किफायती दरों पर उपलब्ध होंगे.
इस समझौते के तहत दोनों देशों के सेवा क्षेत्र को फायदा मिलेगा. यह कई सालों की कड़ी मेहनत का नतीजा है. ये बिजनेस करने की लागत घटाएगा.ब्रिटेन के बाजार को भारत के कुशल कामगारों का बड़ा फायदा मिलेगा. यह विश्व की दो बड़ी आर्थिक शक्तियों के बीच समझौता है.
भारत-UK व्यापार समझौते से 'ब्रांड इंडिया' होगा और मजबूत
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By khabarundekhi@gmail.com
भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते से 99 प्रतिशत भारतीय निर्यात को ब्रिटेन के बाजारों में बिना टैरिफ पहुंच की अनुमति मिलेगी. इनमें बनारसी और चंदेरी वस्त्र और हाथ से बने कोल्हापुरी जूते जैसे चमड़े के काम शामिल हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लंदन में हैं और वो गुरुवार, 24 जुलाई को भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते पर मुहर लगाएंगे. उनके साथ इस समझौते पर ब्रिटिश पीएम कीर स्टार्मर हस्ताक्षर करेंगे. कोहलापुरी चप्पलों से लेकर बनारसी और चंदेरी साड़ियों तक, इस समझौते की एक बड़ी प्राथमिकता है "ब्रांड इंडिया" की रक्षा करना और उसका वैश्विक पटल पर प्रचार करना. यह समझौता चमड़ा, जूते और कपड़े जैसे श्रम प्रधान भारतीय उत्पादों - जो अक्सर महिलाओं द्वारा तैयार किए जाते हैं - को ब्रिटिश बाजारों में रियायती दर पर निर्यात करने की अनुमति देगा. यह कदम लिंग-समावेशी व्यापार ढांचे का एक नया अध्याय खोलेगा.
इस व्यापार सौदे को आधिकारिक तौर पर एक व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौता कहा जाता है. इसके तहत 2030 तक दोनों अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापार को दोगुना कर 120 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने का अनुमान है.
समझौते में, भारत ने महिलाओं, विशेष रूप से महिला उद्यमियों, व्यापार मालिकों और श्रमिकों के लिए व्यापार के अवसरों को बढ़ाने के लिए लैंगिक समानता प्रावधानों को शामिल किया है. यह भारत की पिछली व्यापार नीतियों में एक महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाता है.
ब्रिटिश सरकार ने समझौते पर हस्ताक्षर से पहले एक बयान में कहा, "हमने भ्रष्टाचार विरोधी, श्रम अधिकार, जेंडर और डेवलपमेंट पर मुक्त व्यापार समझौते में भारत के पहले अध्यायों को सुरक्षित करते हुए अपने मूल्यों का समर्थन किया है. यह अध्याय महिलाओं के लिए यूके-भारत FTA के पूर्ण लाभों तक पहुंचने के अवसरों को बढ़ाएगा. यह महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण को भी आगे बढ़ाएगा और व्यापार के माध्यम से लैंगिक समानता को बढ़ावा देगा."
समझौते में टैरिफ में कटौती शामिल है. भारत ब्रिटेन की तुलना में काफी अधिक संरक्षणवादी अर्थव्यवस्था है, और उसने अपने 90 प्रतिशत टैरिफ में कटौती की है. इससे यूके से भारत आने वाले उत्पादों पर औसत टैरिफ 15 प्रतिशत से घटकर 3 प्रतिशत हो जाएगा. बदले में, ब्रिटेन - जो पहले से ही भारत से सालाना 11 अरब यूरो मूल्य का सामान आयात करता है - भारतीय निर्माताओं को अधिक बाजार पहुंच प्रदान करेगा.
यह डील भारत को वैश्विक मानचित्र पर कैसे स्थापित करेगी?
इस समझौते से 99 प्रतिशत भारतीय निर्यात को ब्रिटेन के बाजारों में बिना टैरिफ पहुंच की अनुमति मिलेगी. इन निर्यातों में बनारसी और चंदेरी वस्त्र और हाथ से बने कोल्हापुरी जूते जैसे चमड़े के काम शामिल हैं.
भारत का का लक्ष्य भारत की ब्रांड पहचान, सांस्कृतिक पहचान को बढ़ाना और कारीगरों की आय में वृद्धि करना है - विशेषकर महिला नेतृत्व वाले व्यवसायों की. यह भारतीय कपड़ा और हस्तशिल्प उत्पादों की ‘चोरी' पर भी अंकुश लगाएगा, जहां पश्चिमी फैशन उद्योग बिना उचित श्रेय या मुआवजे दिए भारतीय शिल्प कौशल से डिजाइन और शैलियों को कॉपी कर लेते हैं.
इसका लेटेस्ट उदाहरण वैश्विक फैशन ब्रांड- Prada के साथ एक विवाद में सामने आया था. Prada ने 2026 मेन्सवियर कलेक्शन में भारतीय विरासत का जिक्र किए बिना कोल्हापुरी चप्पलों के डिजाइनों का उपयोग किया था.
इस मुक्त व्यापार समझौते से महिलाओं के लिए रोजगार सृजन और वित्तीय स्वतंत्रता को बढ़ावा मिलने की भी उम्मीद है. भारत श्रम-गहन क्षेत्रों में शीर्ष आपूर्तिकर्ता (सप्लायर) के रूप में स्थापित होगा.
रूस में क्रैश हुआ यात्री विमान, 50 के करीब लोग थे सवार, चीन से लगी सीमा के पास हुआ हादसा
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ये विमान ब्लागोवेशचेंस्क से टिंडा तक लगभग 570 किलोमीटर की उड़ान पर था. विमान में चालक दल के छह सदस्य समेत करीब 50 लोग सवार थे. इसी दौरान एटीसी से उसका संपर्क टूट गया था.
रूस में एएन-24 एएन-24 ट्विन टर्बोप्रॉप यात्री विमान के क्रैश होने की खबर आ रही है. इस विमान में क्रूम मेंबर समेत करीब 50 लोग सवार थे. इससे पहले इस विमान का ATC यानी एयर ट्रैफिक कंट्रोलर से संपर्क टूटने की बात सामने आई थी. लेकिन अब ये साफ हो गया है कि ये विमान क्रैश हो चुका है. ये विमान चीन सीमा के पास अमूर क्षेत्र में ये हादसा हुआ है.
अभी तक मिली जानकारी के अनुसार ये विमान ब्लागोवेशचेंस्क से टिंडा तक लगभग 570 किलोमीटर की उड़ान पर था. विमान में चालक दल के छह सदस्य समेत करीब 50 लोग सवार थे. इसी दौरान एटीसी से उसका संपर्क टूट गया था.
आपातकालीन सेवाओं ने बताया कि विमान अपने गंतव्य से कई किलोमीटर पहले रडार से गायब हो गया था. खोज और बचाव अभियान अभी जारी है. यह इलाका मुख्यतः बोरियल वन (टैगा) से घिरा है, जिससे बचाव कार्य मुश्किल हो रहा है.
PM मोदी का लंदन में प्रवासी भारतीयों ने यूं किया स्वागत
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पीएम मोदी की ये चौथी ब्रिटेन यात्रा है. उन्हें ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने न्योता दिया था. इसके बाद वे 2 दिन के लिए मालदीव दौरे पर जाएंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लंदन पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया. इस दौरान प्रवासी भारतीयों ने अपने हाथों में तिरंगा थाम रखा था और भारत माता की जय के नारे लगा रहे थे. पीएम मोदी ने एक्स प्लेटफॉर्म पर कुछ तस्वीरें शेयर कर लिखा, "ब्रिटेन में भारतीय समुदाय द्वारा दिए गए गर्मजोशी भरे स्वागत से मैं अभिभूत हूं. भारत की प्रगति के प्रति उनका स्नेह और जुनून सचमुच उत्साहवर्धक है."
प्रधानमंत्री का भारतीय समुदाय के सदस्यों ने स्वागत और अभिवादन किया. इस दौरान प्रवासी भारतीयों ने अपने हाथों में तिरंगा थाम रखा था और वे भारत माता की जय और मोदी-मोदी के नारे लगा रहे थे. वहीं पीएम मोदी ने हाथ जोड़कर और हाथ मिलाकर सभी का अभिवादन स्वीकार किया.
पीएम मोदी ने इस यात्रा को दोनों देशों के बीच आर्थिक साझेदारी के लिए लाभदायक बताया है. उन्होंने कहा इससे रोजगार और समृद्धि के नए द्वार खुलेंगे.
लंदन पहुंचने के बाद पीएम मोदी ने एक्स पोस्ट में इस दौरे की अहमियत पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा, लंदन पहुंच गया हूं. यह यात्रा दोनों देशों के बीच आर्थिक साझेदारी को आगे बढ़ाने में काफी मददगार साबित होगी. हमारा ध्यान हमारे लोगों के लिए समृद्धि, विकास और रोजगार सृजन को बढ़ावा देने पर रहेगा. वैश्विक प्रगति के लिए भारत-ब्रिटेन की मज़बूत दोस्ती जरूरी है.
पीएम की ये चौथी ब्रिटेन यात्रा है. उन्हें ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने न्योता दिया था. इसके बाद वे 2 दिन के लिए मालदीव दौरे पर जाएंगे.
कीर स्टार्मर के प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम मोदी की यह पहली ब्रिटेन यात्रा है. प्रधानमंत्री की मुलाकात ब्रिटिश सम्राट किंग चार्ल्स से भी होगी. यह उनकी चौथी ब्रिटेन यात्रा है. उन्हें ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने न्योता दिया था. ब्रिटेन में पीएम मोदी रक्षा, व्यापार और प्रौद्योगिकी में द्विपक्षीय संबंधों को विस्तार देंगे. भारत-ब्रिटेन फ्री ट्रेड डील को औपचारिक रूप दिया जाएगा. इसके बाद वह मालदीव जाएंगे.
व्हिस्की-कारों से लेकर मेकअप सामान तक... भारत-ब्रिटेन की FTA डील से क्या-क्या सस्ता होगा
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भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौते पर 24 जुलाई को हस्ताक्षर होंगे. इससे भारत में तमाम ब्रिटिश उत्पाद सस्ते होंगे. वहीं भारत के रत्न-आभूषण, चायपत्ती से लेकर बासमती चावल तक को नया बाजार मिलेगा.
FTA between India and UK: भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौते पर गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन में उनके समकक्ष कीर स्टार्मर की मौजूदगी में मुहर लगेगी. एफटीए के तहत ब्रिटेन भारत के करीब 99 फीसदी उत्पादों पर टैरिफ को जीरो लेवल तक लाएगा. जबकि भारत ब्रिटेन के 90 फीसदी प्रोडक्ट्स पर टैरिफ को घटाएगा. इससे स्कॉच व्हिस्की से लेकर ब्रांडेड मेकअप का सामान तक सस्ता होगा. भारत के टेक्सटाइल, रत्न-आभूषण, इंजीनियरिंग से लेकर ऑटो सेक्टर को नया बाजार मिलेगा.
1. स्कॉच व्हिस्की सस्ती होगीब्रिटेन की स्कॉच व्हिस्की पर टैरिफ 150 से अभी 75 और एक दशक में 40 फीसदी रह जाएगा. यानी 3000 की स्कॉच व्हिस्की की बॉटल 1200 रुपये की हो जाएगी. 4000 रुपये कीमत वाली जिन की बोतल 1600 रुपये में मिलेगी
2. कारें सस्ती होंगीनिसान, टोयोटा से लेकर लग्जरी कारें लोटस-मार्गन बेंटले, जगुआर, लैंडरोवर, मैकलॉरेन और रोल्सरॉयस जैसी कारें सस्ती होंगी. इन पर टैरिफ 100 फीसदी से घटकर 10 प्रतिशत पर आएगा. अमिताभ बच्चन-आमिर खान समेत बड़े सेलेब्रिटी रोल्सरॉयस जैसी कारों के शौकीन रहे हैं. लेकिन टैरिफ और हैवी ड्यूटी बड़ा मुद्दा रहा है.
3. ब्रांडेड कॉस्मेटिक सामान सस्ता होगाब्रिटेन की ब्रांडेड कॉस्मेटिक कंपनी लश, द बॉडी शॉप, रिमेल लंदन के सौंदर्य उत्पाद सस्ते होंगे. ब्रिटेन ने भारतीय मेकअप ब्रांड्स मायसन और नयाका से साझेदारी भी की है. इन पर टैरिफ 100 फीसदी से घटकर 10 प्रतिशत पर आएगा. इससे भारतीय बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी तो अन्य कंपनियां भी दाम घटाने को मजबूर होंगी.
4. चॉकलेट-बिस्किट सस्ते होंगेभारत ब्रिटेन के खाद्य उत्पादों जैसे चॉकलेट-बिस्किट आदि पर भी टैरिफ को घटाकर न्यूनतम करेगा. Arla Foods, यूनीलीवर और लंदन डेयरी ब्रिटेन की बड़ी फूड प्रोडक्ट्स कंपनियां हैं. मुख्यतया भारतीय कंपनी ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज ने भी चीज-घी और पनीर जैसे उत्पादों के लिए दूसरी कंपनियों से करार किया है . इससे ब्रांडेड कंपनियों के डेयरी उत्पाद सस्ते होंगे.
5. भारतीय कपड़ों के लिए नया बाजारभारत के कपड़ों और अन्य परिधानों पर ब्रिटेन अभी 8 से 12 फीसदी टैरिफ लगाता है, जो अब खत्म हो जाएगा. इससे बांग्लादेश और वियतनाम के मुकाबले ब्रिटेन में भारतीय कपड़े ज्यादा सस्ते होंगे. तिरुपुर, सूरत से लेकर लुधियाना तक टेक्सटाइल इंडस्ट्री को फायदा मिलेगा.
6. भारतीय युवाओं को रोजगार के मौकेब्रिटेन भारत के सर्विस सेक्टर के लिए नियमों में ढील देगा. कम अवधि के रोजगार के लिए भारत से आने वाले युवाओं को छूट मिलेगी. उनके लिए सोशल सिक्योरिटी टैक्स जैसी जरूरतें नहीं होंगी. इससे योग शिक्षक, शेफ-म्यूजीशियन और अन्य कामों में लगे युवा आसानी से ब्रिटेन जा पाएंगे.
7. रत्न-आभूषण से चमड़ा उद्योग को नया बाजारभारत के रत्न-आभूषण, चमड़ा उत्पादों को ब्रिटेन में नया बाजार मिलेगा. उन पर कोई शुल्क नहीं लगेगा.इससे सोने-चांदी के आभूषण और चमड़े के उत्पाद ब्रिटेन में सस्ते होंगे. कानपुर-आगरा से लेकर सूरत-मुंबई तक इन उद्योगों को फायदा मिलेगा.
8. इंजीनियरिंग और ऑटो उत्पाद सस्तेब्रिटेन भारत निर्मित मशीनरी, इंजीनियरिंग टूल्स, ऑटो पार्ट्स पर आयात शुल्क खत्म करेगा. वहां भारतीय उत्पाद सस्ते होंगे. इससे भारत के लिए ब्रिटेन और यूरोपीय इंडस्ट्रियल सप्लाई चेन में पहुंच बेहतर होगी. पुणे, चेन्नई से लेकर नोएडा-गुरुग्राम तक राहत होगी. भारतीय इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहन निर्माताओं को भी राहत मिलेगी.
9. आईटी और पेशेवर सेवाओं सस्ती होंगीब्रिटेन भारत के आईटी और पेशेवर सेवा क्षेत्र में वीजा नियमों में ढील देगा. इससे इंजीनियरिंग, आर्किटेक्ट और अकाउंटिंग जैसे सेक्टर में भारतीय पेशेवरों के लिए ब्रिटेन में नए रोजगार के अवसर मिलेंगे. आईटी-फाइनेंस, लॉ और हेल्थकेयर में 60 हजार से ज्यादा नए रोजगार अगले 5 साल में पैदा होंगे.
10. चाय से लेकर बासमती तक निर्यात बढ़ेगाभारत के कृषि और खाद्य उत्पादों का ब्रिटेन में निर्यात सस्ता होगा. इसमें बासमती चावल, प्रीमियम चायपत्ती, मसाले और समुद्री उत्पाद पर ब्रिटेन आयात शुल्क खत्म करेगा. केरल-बंगाल से लेकर असम और गुजरात तक इसका फायदा दिखेगा. केमिकल, सौर ऊर्जा से लेकर प्लास्टिक तक भारत के इंडस्ट्री को राहत मिलेगी.