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मालदीव का सबसे करीबी है भारत, हमारे संबंधों की जड़ें बहुत पुरानी PM मोदी
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By khabarundekhi@gmail.com
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत को मालदीव का सबसे भरोसेमंद मित्र होने पर भी गर्व है. आपदा हो या महामारी भारत हमेशा से फर्स्ट रेस्पोंडर बनकर साथ खड़ा रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मालदीव के दौरे पर हैं. मालदीव में पीएम मोदी ने कहा कि यह साल भारत और मालदीव अपने राजनयिक संबंधों के साथ 60 साल मना रहे हैं, लेकिन हमारे संबंधों की जड़ें इतिहास से भी पुरानी है और समुद्र जितनी गहरी है. उन्होंने कहा कि हम केवल पड़ोसी नहीं हैं, सहयात्री भी हैं. मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के साथ वार्ता के बाद पीएम मोदी ने कहा कि भारत मालदीव का सबसे करीबी पड़ोसी है. मालदीव भारत की नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी और महासागर विजन में अहम स्थान रखता है.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत को मालदीव का सबसे भरोसेमंद मित्र होने पर भी गर्व है. आपदा हो या महामारी भारत हमेशा से फर्स्ट रेस्पोंडर बनकर साथ खड़ा रहा है. साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि हमारी डवलपमेंट पार्टनरशिप को नई उड़ान देने के लिए हमने मालदीव के लिए 565 मिलियन डॉलर यानी 5000 करोड़ रुपये की ऋण सहायता देने का निर्णय लिया है.
द्विपक्षीय निवेश संधि को लेकर करेंगे बातचीत: पीएम मोदी
साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि हमारी आर्थिक साझेदारी को गति देने के लिए हमने कई कदम उठाए हैं. निवेश को गति देने के लिए हम द्विपक्षीय निवेश संधि को फाइनल करने पर बातचीत करेंगे. फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर भी बातचीत शुरू हो गई है. हमारा लक्ष्य है फ्रॉम पेपर वर्क टू प्रोस्पेरिटी.
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत मालदीव को उसकी रक्षा क्षमताओं को सुदृढ़ करने में हमेशा सहयोग देगा. साथ ही कहा कि रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में आपसी सहयोग आपसी विश्वास का प्रमाण है.
"आप चिंता न करें...हम इंग्लिश का इस्तेमाल कर लेंगे", PM मोदी ने ब्रिटेन में अनुवादक के अटकने पर दिखाया सहज अंदाज
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By khabarundekhi@gmail.com
ब्रिटेन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वह सहज अंदाज अब काफी वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने अनुवादक के अटकने पर कहा कि आप चिंता न करें, हम अंग्रेजी शब्दों का इस्तेमाल कर लेंगे। इस ब्रिटिश पीएम कीर स्टार्मर भी मंत्रमुग्ध हो गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के पीएम कीर स्टार्मर के बीच हाल ही में लंदन में हुई द्विपक्षीय वार्ता के बाद की प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक दिलचस्प और सहज क्षण देखने को मिला। जब संवाददाताओं द्वारा पूछे गए सवालों और नेताओं के जवाबों का अनुवाद किया जा रहा था, तब महिला अनुवादक कीर स्टार्मर की अंग्रेजी का हिंदी में अनुवाद करते वक्त अटक गई। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सहज रूप से कहा, "कोई बात नहीं, आप चिंता मत कीजिए...हम बीच-बीच में अंग्रेज़ी शब्दों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
कीर स्टार्मर पीएम मोदी के इस अंदाज पर हुए फिदा
प्रधानमंत्री मोदी की इस टिप्पणी के बाद ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर उनके इस अंदाज पर फिदा हो गए। उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, "मुझे लगता है कि हम एक-दूसरे को अच्छी तरह समझते हैं।" यह पल दोनों नेताओं के बीच अच्छे आपसी तालमेल और सहजता को दर्शाता है, जो उनके द्विपक्षीय संबंधों में विश्वास और सहयोग का संकेत भी देता है। उनका यह बयान दर्शाता है कि भाषा की बाधा दोनों नेताओं के बीच संवाद में कोई रुकावट नहीं बन रही है।
भारत और ब्रिटेन ने किया मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर
यह संवाद उस समय आया, जब भारत और ब्रिटेन ने एक ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते (Free Trade Agreement) पर हस्ताक्षर किए हैं, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश को नया बल मिलेगा। प्रेस वार्ता में पूछे गए सवालों और अनुवाद के दौरान दोनों नेताओं ने यह स्पष्ट किया कि उनके बीच का संवाद न केवल औपचारिक है, बल्कि आपसी समझ और सम्मान पर आधारित भी है। यह घटना दोनों देशों के बीच बढ़ते संबंधों की गहराई को उजागर करती है और यह संकेत देती है कि भारत और ब्रिटेन, भाषा और संस्कृति की विविधताओं के बावजूद समान लक्ष्यों की दिशा में मिलकर आगे बढ़ रहे हैं।
ब्रिटेन की 6 यूनिवर्सिटी के भारत में खुलेंगे कैंपस, कपड़ा-कृषि से फुटवियर बाजार को फायदा
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By khabarundekhi@gmail.com
भारत और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री की मौजूदगी में गुरुवार को फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए गए. दोनों देशों के बीच ये ट्रेड डील 6 अरब पाउंड का नया निवेश पैदा करेगी.
Free Trade Agreement India UK: भारत और ब्रिटेन के बीच गुरुवार को मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर हुए. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता में इस ट्रेड डील के फायदे गिनाए. पीएम मोदी ने कहा कि इस ट्रेड डील से भारत के कपड़ा उद्योग, चमड़ा उद्योग, रत्न एवं आभूषण उद्योग और कृषि और समुद्री उत्पाद क्षेत्र को बड़ा लाभ होगा. ब्रिटेन भारत के कुशल पेशेवर युवाओं का ज्यादा बेहतर फायदा उठा पाएगा. इससे हजारों की संख्या में रोजगार पैदा होंगे और निवेश बढ़ेगा.
पीएम मोदी ने कहा, इस ट्रेड डील के तहत ब्रिटेन की छह यूनिवर्सिटी के कैंपस भारत में खोले जाएंगे. पीएम मोदी ने पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए कहा, वो ब्रिटेन के पीएम कीर स्टार्मर का इस आतंकवादी हमले की निंदा करने और ऐसे षड़यंत्रकारियों के खिलाफ कार्रवाई के समर्थन के लिए धन्यवाद दिया. आतंकवाद पर दोहरा मापदंड नहीं चलेगा. भारत और ब्रिटेन दोनों देश इस मुद्दे पर एक साथ हैं. पीएम मोदी ने क्रिकेट का भी जिक्र करते हुए कहा कि ये भारत और ब्रिटेन के लिए सिर्फ एक खेल नहीं है, बल्कि एक जुनून है. उन्होंने ब्रिटिश प्रधानमंत्री को भारत आने का न्योता दिया.
ब्रिटेन के पीएम ने कहा कि इससे उनके देश की स्कॉच व्हिस्की, कुछ खाद्य उत्पादों, कारों को रियायती दरों पर भारतीय बाजार में पहुंच मिलेगी. इससे छह अरब पाउंड का नया निवेश पैदा होगा. पीएम मोदी ने एयर इंडिया विमान हादसे में मारे गए ब्रिटिश नागरिकों के प्रति शोक संवेदना भी व्यक्त की. स्टार्मर ने कहा कि ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से अलग होने के बाद ये उनके देश की सबसे बड़ी ट्रेड डील है.
पीएम मोदी ने कहा, ये समझौता भारत के युवाओं, किसानों और मछुआरों के साथ लघु उद्योगों में लगे कारीगरों को फायदा पहुंचाएगा. कृषि उत्पाद, प्रोसेस्ड फूड्स, रत्न-आभूषण, फुटवियर, इंजीनियरिंग के सामान पर ब्रिटेन का आयात शुल्क घट जाएगा. विशेषज्ञों का कहना है कि समुद्री उत्पादों पर टैरिफ घटना से भारत की मछलियों का ब्रिटेन को निर्यात बढ़ेगा. खासकर श्रिंप, कटल और अन्य तरह की मछलियों का ब्रिटेन बड़ा उपभोक्ता है.ब्रिटेन के समुद्री उत्पादों के आयात में अभी भारत करी हिस्सेदारी बेहद कम है.
भारत और ब्रिटेन के रक्षा और सुरक्षा क्षेत्र में साझेदारी बढ़ेगी. इसके लिए डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनाया गया है. विशेषज्ञों का कहना है कि इस डील से द्विपक्षीय व्यापार 39 फीसदी तक बढ़ सकता है और यह 25.5 अरब पाउंड तक पहुंच सकता है.
भारत-ब्रिटेन के बीच फ्री ट्रेड डील डन, दोनों देशों के कारोबार को क्या मिलेगा फायदा
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By khabarundekhi@gmail.com
इस ट्रेड डील के तहत, ब्रिटेन 99 फीसदी भारतीय उत्पाद-सेवाओं पर टैरिफ घटाएगा. जबकि ब्रिटेन के 90 फीसदी प्रोडक्ट्स को इस ट्रेड डील के जरिये न्यूनतम स्तर पर लाया जाएगा.
भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौते पर गुरुवार को मुहर लग गई. पीएम मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर की मौजूदगी में इस समझौते पर हस्ताक्षर हुए. इस ट्रेड डील के तहत, ब्रिटेन 99 फीसदी भारतीय उत्पाद-सेवाओं पर टैरिफ घटाएगा. जबकि ब्रिटेन के 90 फीसदी प्रोडक्ट्स को इस ट्रेड डील के जरिये न्यूनतम स्तर पर लाया जाएगा. इस मुक्त व्यापार समझौते के तहत, भारत ब्रिटेन की स्कॉच व्हिस्की, कारों और चॉकलेट-बिस्किट जैसे खाद्य उत्पादों पर टैरिफ घटाएगा. दूसरी ओर भारत के उत्पादों पर लगने वाली टैरिफ भी कम होगी.इन डील से दोनों देशों के कारोबार को क्या फायदा मिलेगा, जानिएव्हिस्की पर टैरिफ 150 फीसदी से घटाकर 90 प्रतिशत पर लाया जाएगा. अगले 10 सालों में इसे 40 फीसदी पर लाया जाएगा. वहीं ब्रिटेन भारत के फुटवियर, टेक्सटाइल, रत्न एवं आभूषण, मशीनरी-इंजीनियरिंग औऱ ऑटो पार्ट्स पर आयात शुल्क शून्य या न्यूनतम स्तर पर लाएगा.
इससे भारत में आगरा-कानपुर के चमड़ा उद्योग, सूरत-लुधियाना-वाराणसी के टेक्सटाइल उद्योग और सूरत-मुंबई के रत्न-आभूषण उद्योग को सस्ता बाजार मिलेगा.
भारत कम लागत में अपने उत्पाद ब्रिटेन के बाजार में बेच सकेगा
विशेषज्ञों का कहना है कि भारत के फल-सब्जियों, मसालों पर भी ब्रिटेन टैरिफ खत्म करेगा. भारत कम लागत में अपने उत्पाद ब्रिटेन के बाजार में बेच सकेगा. कपड़ा उद्योग क्षेत्र में बांग्लादेश-वियतनाम जैसे देशों के मुकाबले भारत बेहतर प्रतिस्पर्धा कर पाएगा.
ब्रिटेन के पीएम ने कहा- इससे दोनों देश के बीच व्यापार बढ़ेगा
ब्रिटेन के पीएम कीर स्टार्मर ने कहा कि इससे दोनों देश के बीच व्यापार बढ़ेगा. स्कॉटलैंड के व्हिस्की उद्योग को काफी फायदा मिलेगा. स्टार्मर ने कहा कि इससे 6 अरब पाउंड का नया निवेश पैदा होगा. हजारों रोजगार पैदा होंगे. इससे खेल के सामान, मशीनरी, कपड़े-जूते (कोल्हापुरी चप्पल समेत) और सोने-चांदी के आभूषणों का काम करने वाले कारीगरों को भी फायदा होगा.
पीएम मोदी ने कहा- ये समझौता बेहद लाभकारी
पीएम मोदी ने कहा, ये समझौता महज आर्थिक साझेदारी नहीं है. इससे भारतीय टेक्सटाइल, समुद्री और कृषि उत्पादों, फुटवियर को ब्रिटेन के बाजार में नए अवसर बनेंगे. भारत के युवाओं-किसानों और मछुआरों के लिए ये समझौता बेहद लाभकारी साबित होगा. दूसरी ओर, भारत के लोगों और इंडस्ट्री में ब्रिटेन में बने उत्पाद (जैसे मेडिकल उपकरण) सुलभ और किफायती दरों पर उपलब्ध होंगे.
इस समझौते के तहत दोनों देशों के सेवा क्षेत्र को फायदा मिलेगा. यह कई सालों की कड़ी मेहनत का नतीजा है. ये बिजनेस करने की लागत घटाएगा.ब्रिटेन के बाजार को भारत के कुशल कामगारों का बड़ा फायदा मिलेगा. यह विश्व की दो बड़ी आर्थिक शक्तियों के बीच समझौता है.
भारत-UK व्यापार समझौते से 'ब्रांड इंडिया' होगा और मजबूत
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By khabarundekhi@gmail.com
भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते से 99 प्रतिशत भारतीय निर्यात को ब्रिटेन के बाजारों में बिना टैरिफ पहुंच की अनुमति मिलेगी. इनमें बनारसी और चंदेरी वस्त्र और हाथ से बने कोल्हापुरी जूते जैसे चमड़े के काम शामिल हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लंदन में हैं और वो गुरुवार, 24 जुलाई को भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते पर मुहर लगाएंगे. उनके साथ इस समझौते पर ब्रिटिश पीएम कीर स्टार्मर हस्ताक्षर करेंगे. कोहलापुरी चप्पलों से लेकर बनारसी और चंदेरी साड़ियों तक, इस समझौते की एक बड़ी प्राथमिकता है "ब्रांड इंडिया" की रक्षा करना और उसका वैश्विक पटल पर प्रचार करना. यह समझौता चमड़ा, जूते और कपड़े जैसे श्रम प्रधान भारतीय उत्पादों - जो अक्सर महिलाओं द्वारा तैयार किए जाते हैं - को ब्रिटिश बाजारों में रियायती दर पर निर्यात करने की अनुमति देगा. यह कदम लिंग-समावेशी व्यापार ढांचे का एक नया अध्याय खोलेगा.
इस व्यापार सौदे को आधिकारिक तौर पर एक व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौता कहा जाता है. इसके तहत 2030 तक दोनों अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापार को दोगुना कर 120 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने का अनुमान है.
समझौते में, भारत ने महिलाओं, विशेष रूप से महिला उद्यमियों, व्यापार मालिकों और श्रमिकों के लिए व्यापार के अवसरों को बढ़ाने के लिए लैंगिक समानता प्रावधानों को शामिल किया है. यह भारत की पिछली व्यापार नीतियों में एक महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाता है.
ब्रिटिश सरकार ने समझौते पर हस्ताक्षर से पहले एक बयान में कहा, "हमने भ्रष्टाचार विरोधी, श्रम अधिकार, जेंडर और डेवलपमेंट पर मुक्त व्यापार समझौते में भारत के पहले अध्यायों को सुरक्षित करते हुए अपने मूल्यों का समर्थन किया है. यह अध्याय महिलाओं के लिए यूके-भारत FTA के पूर्ण लाभों तक पहुंचने के अवसरों को बढ़ाएगा. यह महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण को भी आगे बढ़ाएगा और व्यापार के माध्यम से लैंगिक समानता को बढ़ावा देगा."
समझौते में टैरिफ में कटौती शामिल है. भारत ब्रिटेन की तुलना में काफी अधिक संरक्षणवादी अर्थव्यवस्था है, और उसने अपने 90 प्रतिशत टैरिफ में कटौती की है. इससे यूके से भारत आने वाले उत्पादों पर औसत टैरिफ 15 प्रतिशत से घटकर 3 प्रतिशत हो जाएगा. बदले में, ब्रिटेन - जो पहले से ही भारत से सालाना 11 अरब यूरो मूल्य का सामान आयात करता है - भारतीय निर्माताओं को अधिक बाजार पहुंच प्रदान करेगा.
यह डील भारत को वैश्विक मानचित्र पर कैसे स्थापित करेगी?
इस समझौते से 99 प्रतिशत भारतीय निर्यात को ब्रिटेन के बाजारों में बिना टैरिफ पहुंच की अनुमति मिलेगी. इन निर्यातों में बनारसी और चंदेरी वस्त्र और हाथ से बने कोल्हापुरी जूते जैसे चमड़े के काम शामिल हैं.
भारत का का लक्ष्य भारत की ब्रांड पहचान, सांस्कृतिक पहचान को बढ़ाना और कारीगरों की आय में वृद्धि करना है - विशेषकर महिला नेतृत्व वाले व्यवसायों की. यह भारतीय कपड़ा और हस्तशिल्प उत्पादों की ‘चोरी' पर भी अंकुश लगाएगा, जहां पश्चिमी फैशन उद्योग बिना उचित श्रेय या मुआवजे दिए भारतीय शिल्प कौशल से डिजाइन और शैलियों को कॉपी कर लेते हैं.
इसका लेटेस्ट उदाहरण वैश्विक फैशन ब्रांड- Prada के साथ एक विवाद में सामने आया था. Prada ने 2026 मेन्सवियर कलेक्शन में भारतीय विरासत का जिक्र किए बिना कोल्हापुरी चप्पलों के डिजाइनों का उपयोग किया था.
इस मुक्त व्यापार समझौते से महिलाओं के लिए रोजगार सृजन और वित्तीय स्वतंत्रता को बढ़ावा मिलने की भी उम्मीद है. भारत श्रम-गहन क्षेत्रों में शीर्ष आपूर्तिकर्ता (सप्लायर) के रूप में स्थापित होगा.
रूस में क्रैश हुआ यात्री विमान, 50 के करीब लोग थे सवार, चीन से लगी सीमा के पास हुआ हादसा
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By khabarundekhi@gmail.com
ये विमान ब्लागोवेशचेंस्क से टिंडा तक लगभग 570 किलोमीटर की उड़ान पर था. विमान में चालक दल के छह सदस्य समेत करीब 50 लोग सवार थे. इसी दौरान एटीसी से उसका संपर्क टूट गया था.
रूस में एएन-24 एएन-24 ट्विन टर्बोप्रॉप यात्री विमान के क्रैश होने की खबर आ रही है. इस विमान में क्रूम मेंबर समेत करीब 50 लोग सवार थे. इससे पहले इस विमान का ATC यानी एयर ट्रैफिक कंट्रोलर से संपर्क टूटने की बात सामने आई थी. लेकिन अब ये साफ हो गया है कि ये विमान क्रैश हो चुका है. ये विमान चीन सीमा के पास अमूर क्षेत्र में ये हादसा हुआ है.
अभी तक मिली जानकारी के अनुसार ये विमान ब्लागोवेशचेंस्क से टिंडा तक लगभग 570 किलोमीटर की उड़ान पर था. विमान में चालक दल के छह सदस्य समेत करीब 50 लोग सवार थे. इसी दौरान एटीसी से उसका संपर्क टूट गया था.
आपातकालीन सेवाओं ने बताया कि विमान अपने गंतव्य से कई किलोमीटर पहले रडार से गायब हो गया था. खोज और बचाव अभियान अभी जारी है. यह इलाका मुख्यतः बोरियल वन (टैगा) से घिरा है, जिससे बचाव कार्य मुश्किल हो रहा है.
PM मोदी का लंदन में प्रवासी भारतीयों ने यूं किया स्वागत
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पीएम मोदी की ये चौथी ब्रिटेन यात्रा है. उन्हें ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने न्योता दिया था. इसके बाद वे 2 दिन के लिए मालदीव दौरे पर जाएंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लंदन पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया. इस दौरान प्रवासी भारतीयों ने अपने हाथों में तिरंगा थाम रखा था और भारत माता की जय के नारे लगा रहे थे. पीएम मोदी ने एक्स प्लेटफॉर्म पर कुछ तस्वीरें शेयर कर लिखा, "ब्रिटेन में भारतीय समुदाय द्वारा दिए गए गर्मजोशी भरे स्वागत से मैं अभिभूत हूं. भारत की प्रगति के प्रति उनका स्नेह और जुनून सचमुच उत्साहवर्धक है."
प्रधानमंत्री का भारतीय समुदाय के सदस्यों ने स्वागत और अभिवादन किया. इस दौरान प्रवासी भारतीयों ने अपने हाथों में तिरंगा थाम रखा था और वे भारत माता की जय और मोदी-मोदी के नारे लगा रहे थे. वहीं पीएम मोदी ने हाथ जोड़कर और हाथ मिलाकर सभी का अभिवादन स्वीकार किया.
पीएम मोदी ने इस यात्रा को दोनों देशों के बीच आर्थिक साझेदारी के लिए लाभदायक बताया है. उन्होंने कहा इससे रोजगार और समृद्धि के नए द्वार खुलेंगे.
लंदन पहुंचने के बाद पीएम मोदी ने एक्स पोस्ट में इस दौरे की अहमियत पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा, लंदन पहुंच गया हूं. यह यात्रा दोनों देशों के बीच आर्थिक साझेदारी को आगे बढ़ाने में काफी मददगार साबित होगी. हमारा ध्यान हमारे लोगों के लिए समृद्धि, विकास और रोजगार सृजन को बढ़ावा देने पर रहेगा. वैश्विक प्रगति के लिए भारत-ब्रिटेन की मज़बूत दोस्ती जरूरी है.
पीएम की ये चौथी ब्रिटेन यात्रा है. उन्हें ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने न्योता दिया था. इसके बाद वे 2 दिन के लिए मालदीव दौरे पर जाएंगे.
कीर स्टार्मर के प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम मोदी की यह पहली ब्रिटेन यात्रा है. प्रधानमंत्री की मुलाकात ब्रिटिश सम्राट किंग चार्ल्स से भी होगी. यह उनकी चौथी ब्रिटेन यात्रा है. उन्हें ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने न्योता दिया था. ब्रिटेन में पीएम मोदी रक्षा, व्यापार और प्रौद्योगिकी में द्विपक्षीय संबंधों को विस्तार देंगे. भारत-ब्रिटेन फ्री ट्रेड डील को औपचारिक रूप दिया जाएगा. इसके बाद वह मालदीव जाएंगे.
व्हिस्की-कारों से लेकर मेकअप सामान तक... भारत-ब्रिटेन की FTA डील से क्या-क्या सस्ता होगा
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By khabarundekhi@gmail.com
भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौते पर 24 जुलाई को हस्ताक्षर होंगे. इससे भारत में तमाम ब्रिटिश उत्पाद सस्ते होंगे. वहीं भारत के रत्न-आभूषण, चायपत्ती से लेकर बासमती चावल तक को नया बाजार मिलेगा.
FTA between India and UK: भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौते पर गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन में उनके समकक्ष कीर स्टार्मर की मौजूदगी में मुहर लगेगी. एफटीए के तहत ब्रिटेन भारत के करीब 99 फीसदी उत्पादों पर टैरिफ को जीरो लेवल तक लाएगा. जबकि भारत ब्रिटेन के 90 फीसदी प्रोडक्ट्स पर टैरिफ को घटाएगा. इससे स्कॉच व्हिस्की से लेकर ब्रांडेड मेकअप का सामान तक सस्ता होगा. भारत के टेक्सटाइल, रत्न-आभूषण, इंजीनियरिंग से लेकर ऑटो सेक्टर को नया बाजार मिलेगा.
1. स्कॉच व्हिस्की सस्ती होगीब्रिटेन की स्कॉच व्हिस्की पर टैरिफ 150 से अभी 75 और एक दशक में 40 फीसदी रह जाएगा. यानी 3000 की स्कॉच व्हिस्की की बॉटल 1200 रुपये की हो जाएगी. 4000 रुपये कीमत वाली जिन की बोतल 1600 रुपये में मिलेगी
2. कारें सस्ती होंगीनिसान, टोयोटा से लेकर लग्जरी कारें लोटस-मार्गन बेंटले, जगुआर, लैंडरोवर, मैकलॉरेन और रोल्सरॉयस जैसी कारें सस्ती होंगी. इन पर टैरिफ 100 फीसदी से घटकर 10 प्रतिशत पर आएगा. अमिताभ बच्चन-आमिर खान समेत बड़े सेलेब्रिटी रोल्सरॉयस जैसी कारों के शौकीन रहे हैं. लेकिन टैरिफ और हैवी ड्यूटी बड़ा मुद्दा रहा है.
3. ब्रांडेड कॉस्मेटिक सामान सस्ता होगाब्रिटेन की ब्रांडेड कॉस्मेटिक कंपनी लश, द बॉडी शॉप, रिमेल लंदन के सौंदर्य उत्पाद सस्ते होंगे. ब्रिटेन ने भारतीय मेकअप ब्रांड्स मायसन और नयाका से साझेदारी भी की है. इन पर टैरिफ 100 फीसदी से घटकर 10 प्रतिशत पर आएगा. इससे भारतीय बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी तो अन्य कंपनियां भी दाम घटाने को मजबूर होंगी.
4. चॉकलेट-बिस्किट सस्ते होंगेभारत ब्रिटेन के खाद्य उत्पादों जैसे चॉकलेट-बिस्किट आदि पर भी टैरिफ को घटाकर न्यूनतम करेगा. Arla Foods, यूनीलीवर और लंदन डेयरी ब्रिटेन की बड़ी फूड प्रोडक्ट्स कंपनियां हैं. मुख्यतया भारतीय कंपनी ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज ने भी चीज-घी और पनीर जैसे उत्पादों के लिए दूसरी कंपनियों से करार किया है . इससे ब्रांडेड कंपनियों के डेयरी उत्पाद सस्ते होंगे.
5. भारतीय कपड़ों के लिए नया बाजारभारत के कपड़ों और अन्य परिधानों पर ब्रिटेन अभी 8 से 12 फीसदी टैरिफ लगाता है, जो अब खत्म हो जाएगा. इससे बांग्लादेश और वियतनाम के मुकाबले ब्रिटेन में भारतीय कपड़े ज्यादा सस्ते होंगे. तिरुपुर, सूरत से लेकर लुधियाना तक टेक्सटाइल इंडस्ट्री को फायदा मिलेगा.
6. भारतीय युवाओं को रोजगार के मौकेब्रिटेन भारत के सर्विस सेक्टर के लिए नियमों में ढील देगा. कम अवधि के रोजगार के लिए भारत से आने वाले युवाओं को छूट मिलेगी. उनके लिए सोशल सिक्योरिटी टैक्स जैसी जरूरतें नहीं होंगी. इससे योग शिक्षक, शेफ-म्यूजीशियन और अन्य कामों में लगे युवा आसानी से ब्रिटेन जा पाएंगे.
7. रत्न-आभूषण से चमड़ा उद्योग को नया बाजारभारत के रत्न-आभूषण, चमड़ा उत्पादों को ब्रिटेन में नया बाजार मिलेगा. उन पर कोई शुल्क नहीं लगेगा.इससे सोने-चांदी के आभूषण और चमड़े के उत्पाद ब्रिटेन में सस्ते होंगे. कानपुर-आगरा से लेकर सूरत-मुंबई तक इन उद्योगों को फायदा मिलेगा.
8. इंजीनियरिंग और ऑटो उत्पाद सस्तेब्रिटेन भारत निर्मित मशीनरी, इंजीनियरिंग टूल्स, ऑटो पार्ट्स पर आयात शुल्क खत्म करेगा. वहां भारतीय उत्पाद सस्ते होंगे. इससे भारत के लिए ब्रिटेन और यूरोपीय इंडस्ट्रियल सप्लाई चेन में पहुंच बेहतर होगी. पुणे, चेन्नई से लेकर नोएडा-गुरुग्राम तक राहत होगी. भारतीय इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहन निर्माताओं को भी राहत मिलेगी.
9. आईटी और पेशेवर सेवाओं सस्ती होंगीब्रिटेन भारत के आईटी और पेशेवर सेवा क्षेत्र में वीजा नियमों में ढील देगा. इससे इंजीनियरिंग, आर्किटेक्ट और अकाउंटिंग जैसे सेक्टर में भारतीय पेशेवरों के लिए ब्रिटेन में नए रोजगार के अवसर मिलेंगे. आईटी-फाइनेंस, लॉ और हेल्थकेयर में 60 हजार से ज्यादा नए रोजगार अगले 5 साल में पैदा होंगे.
10. चाय से लेकर बासमती तक निर्यात बढ़ेगाभारत के कृषि और खाद्य उत्पादों का ब्रिटेन में निर्यात सस्ता होगा. इसमें बासमती चावल, प्रीमियम चायपत्ती, मसाले और समुद्री उत्पाद पर ब्रिटेन आयात शुल्क खत्म करेगा. केरल-बंगाल से लेकर असम और गुजरात तक इसका फायदा दिखेगा. केमिकल, सौर ऊर्जा से लेकर प्लास्टिक तक भारत के इंडस्ट्री को राहत मिलेगी.
PM मोदी जाएंगे नेपाल, उससे पहले पड़ोसी देश के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली करेंगे भारत का दौरा
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By khabarundekhi@gmail.com
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली भारत दौरे पर आने वाले हैं। हालांकि अभी उन्होंने दौरे की तारीख का ऐलान नहीं किया है। ओली ने यह भी दावा किया कि पीएम मोदी नवंबर तक नेपाल का दौरा कर सकते हैं।
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली भारत दौरे पर आने वाले हैं। ओली ने कहा है कि वह भारत का दौरा करेंगे और इस यात्रा को लेकर दोनों पक्षों के बीच तैयारी चल रही है। हालांकि उन्होंने यात्रा की कोई निश्चित तारीख नहीं बताई। मगर कहा कि वह उचित समय पर भारत का दौरा करेंगे। उन्होंने इस दौरान यह भी बताया कि पीएम मोदी को उन्होंने नेपाल आने का न्यौता दिया है, वह नवंबर तक काठमांडू दौरे पर आ सकते हैं।
ओली ने क्यों कहा उचित समय पर करूंगा भारत दौरा?
ओली की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब स्थानीय मीडिया में यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि उन्हें भारत की ओर से कोई औपचारिक निमंत्रण नहीं मिला है, जिससे यह संकेत मिल रहा था कि भारत के साथ उनके संबंधों में खटास आ गई है। ओली ने गुरुवार देर रात नेपाल के यूट्यूब चैनल ‘दिशानिर्देश टीवी’ को दिए एक इंटरव्यू में कहा, "मैं शायद भारत की यात्रा पर जाऊंगा। मेरी यात्रा तभी होगी जब दोनों पक्ष इसकी पूरी तैयारी कर लेंगे।"
ओली ने भारत से पहले किया था चीन दौरा
गौरतलब है कि जुलाई 2023 में ओली ने चौथी बार नेपाल के प्रधानमंत्री का पद संभाला था, जब वे नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (यूएमएल) के अध्यक्ष के रूप में कार्य कर रहे थे। पद संभालने के बाद उन्होंने अपनी पहली विदेश यात्रा के रूप में चीन का दौरा चुना, जो परंपरा से हटकर था। क्योंकि अब तक अधिकांश नेपाली प्रधानमंत्री पहली विदेश यात्रा भारत की करते रहे हैं।
पीएम मोदी को दिया नेपाल आने का न्यौता
ओली ने यह भी खुलासा किया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नेपाल आने का निमंत्रण भेजा है। "प्रधानमंत्री मोदी शायद नवंबर के आसपास नेपाल आएंगे। मैंने उन्हें पहले ही आमंत्रण भेज दिया है। इस दौरान उन्होंने दोहराया"मेरी भारत यात्रा उचित समय पर होगी।" प्रधानमंत्री मोदी और ओली की मुलाकात आखिरी बार 4 अप्रैल को बैंकॉक में 6वें बिम्सटेक सम्मेलन के दौरान हुई थी।
भारत ने मेरे खिलाफ कुछ गलत नहीं किया
ओली ने यह भी कहा कि भारत को लेकर उनके खिलाफ फैलाई गईं अफवाहें झूठी हैं। न्होंने स्पष्ट किया,"जब मैं प्रधानमंत्री बना, तब भारत ने मेरे खिलाफ कुछ भी गलत नहीं किया। एक अन्य संदर्भ में, ओली ने कहा, "हमारे भारत और चीन दोनों के साथ बहुत अच्छे संबंध हैं। भारत और चीन दोनों तेजी से उभरती आर्थिक शक्तियाँ हैं, और यह अच्छा है कि हमारे पड़ोसी विकास के मार्ग पर हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि नेपाल को उनके विकास के ‘spill-over’ प्रभाव से लाभ हो सकता है।
भारत-चीन में नहीं हो कटुता
ओली ने सुझाव दिया, "भारत और चीन को आपसी प्रतिस्पर्धा में कटुता नहीं लानी चाहिए। प्रतिस्पर्धा स्वस्थ होनी चाहिए। उन्हें सौहार्दपूर्ण संबंधों की राह अपनानी चाहिए...ना कि ऐसा मार्ग जो तनाव पैदा करे।" जब उनसे पूछा गया कि यदि भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ता है तो इसका नेपाल पर क्या असर होगा, तो ओली ने कहा, "यदि भारत और चीन के बीच अच्छे संबंध होते हैं, तो नेपाल को भी लाभ होगा। हम उनसे सहयोग और साझेदारी के जरिए और उनके बड़े बाजार से भी लाभ उठा सकते हैं।
ब्रिटेन की संसद में सम्मानित हुए बाबा बागेश्वर, सांसद समूह ने किया सम्मान, हनुमान चालीसा का हुआ पाठ
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इस अवसर पर बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर ने कहा कि इन सब कार्यों की प्रेरणा उन्हें अपने शास्त्रों और भारतीय संस्कृति से मिलती है जिसमें नर को ही नारायण मानकर सेवा का संदेश दिया गया है।
बुन्देलखण्ड के गौरव और देश के जाने-माने कथाव्यास पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने ब्रिटेन में भारत का मान बढ़ाया है। उन्हें ब्रिटेन की संसद में सांसदों के एक समूह के द्वारा आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर को यह सम्मान मानवता के लिए किए जा रहे उनके कार्यों, वैश्विक प्रेम, शांति और सामंजस्य के क्षेत्र में दिए जा रहे योगदान के लिए था।
हाउस ऑफ कॉमन्स में खास कार्यक्रम
इस गरिमामय कार्यक्रम में यूके की सांसद सीमा मल्होत्रा, हैरो सिटी की मेयर अंजना पटेल, सांसद बॉब ब्लेकमैन, हाउस ऑफ लॉर्ड्स की सदस्य बारोनेस वर्मा उपस्थित रहीं। इस मौके पर लंदन स्थित हाउस ऑफ कॉमन्स में यह विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया।
बाबा बागेश्वर के कार्यों की सराहना
कार्यक्रम के दौरान पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के द्वारा भारत में गरीब बेटियों के लिए किए जा रहे विवाह समारोह, प्रतिदिन हजारों लोगों के लिए की जा रही अन्नपूर्णा सेवा, जरूरतमंद मरीजों के लिए बनाए जा रहे कैंसर अस्पताल जैसे कार्यों की सराहना की गई। इस अवसर पर बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर ने कहा कि इन सब कार्यों की प्रेरणा उन्हें अपने शास्त्रों और भारतीय संस्कृति से मिलती है जिसमें नर को ही नारायण मानकर सेवा का संदेश दिया गया है।
भारतवंशियों को बागेश्वर धाम आने का न्यौता
उन्होंने इस अवसर पर लंदन में एक लंबा उद्बोधन देते हुए सभी भारतवंशियों और लंदन के लोगों को बागेश्वर धाम आने का न्यौता भी दिया। इस अवसर पर बागेश्वर महाराज ने यह भी कहा कि विश्व शांति के लिए भारतीय जीवनशैली और सनातन का मार्ग सर्वश्रेष्ठ रास्ता है। उन्होंने कहा कि एक सनातनी ही संपूर्ण विश्व को अपना परिवार मानते हुए उसके कल्याण की कामना करता है। हमें ऐसी महान संस्कृति को समझने और अपनाने की जरूरत है।
ब्रिटेन की संसद में गूंजा हनुमान चालीसा
बाबा बागेश्वर की उपस्थिति में ब्रिटेन की संसद में मौजूद सांसदों एवं अन्य लोगों ने सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ किया। बाबा बागेश्वर ने कहा की अंतरिक्ष से सुभाष शुक्ला ने जो संदेश दिया उसे सबको याद रखना चाहिए ऊपर से देश के भीतर की सनातन संस्कृति एक विश्व एक परिवार की धारणा को लेकर चलती है।
श्रीमद् भागवत गीता पढ़कर मोहम्मद आरिफ हुए सनातनी
ब्रिटेन की संसद में बाबा बागेश्वर से सवाल पूछे जाने के दौरान पाकिस्तानी मूल के मोहम्मद आरिफ ने कहा कि वह उनका जन्म पाकिस्तान में जरूर हुआ है लेकिन भगवत गीता पढ़कर अब वह हिंदू हो गए हैं। उन्होंने बाबा बागेश्वर से पूछा क्या हिंदू होने के लिये नाम बदलना जरूरी है? क्या बिना नाम बदले हिंदू नहीं हो सकते? इस पर बाबा बागेश्वर ने जवाब देते हुए कहा कि हिंदू धर्म नहीं बल्कि एक मानवता की विचारधारा है। यदि आप भागवत गीता पढ़ रहे हैं तो आपका इतना ही परिचय काफी है। दिल में विचार बदल गए तो आप सनातनी हो गए।
एप्पल ने भारतीय मूल के सबीह खान को कंपनी का नया COO किया नियुक्त
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एप्पल ने भारतीय मूल के सबीह खान को कंपनी का नया COO किया नियुक्त
नए मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) के रूप में, खान टिम कुक को रिपोर्ट करेंगे और उनसे एप्पलकेयर की देखरेख सहित और भी जिम्मेदारियां संभालने की उम्मीद है.
आईफोन मेकर एप्पल ने घोषणा की है कि कंपनी में 30 वर्षों से काम करने वाले भारतीय मूल के सबीह खान अब एप्पल के नए मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) होंगे. सबीह खान एप्पल में जेफ विलियम्स का स्थान लेने जा रहे हैं, जो इसी महीने इस पद से हट रहे हैं और इस वर्ष के अंत में रिटायर होंगे. यह नेतृत्व परिवर्तन ऐसे समय में हो रहा है जब एप्पल को आईफोन की बिक्री में गिरावट और टैरिफ संबंधी समस्याओं जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है.
जेफ विलियम्स 27 वर्षों से अधिक समय से एप्पल के साथ हैं. वे अब अपने रिटायरमेंट तक कंपनी की डिजाइन टीम और परियोजनाओं का नेतृत्व करते रहेंगे. इसके बाद, एप्पल की डिजाइन टीम सीधे सीईओ टिम कुक को रिपोर्ट करेगी. कुक ने विलियम्स के वर्षों के शानदार काम की प्रशंसा की और उन्हें एप्पल की सफलता में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति बताया.
उन्होंने विलियम्स को दुनिया की सर्वश्रेष्ठ सप्लाई चेन में से एक बनाने, एप्पल वॉच लॉन्च करने, कंपनी की रणनीति को आकार देने और जुनून और प्रतिबद्धता के साथ डिजाइन टीम का नेतृत्व करने का श्रेय दिया. सबीह खान 2019 में एप्पल में वरिष्ठ उपाध्यक्ष (संचालन) के रूप में शामिल हुए. उन्होंने कंपनी की ग्लोबल सप्लाई चेन के प्रबंधन और खरीद एवं विनिर्माण की देखरेख में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
नए मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) के रूप में, खान टिम कुक को रिपोर्ट करेंगे और उनसे एप्पलकेयर की देखरेख सहित और भी जिम्मेदारियां संभालने की उम्मीद है.
कुक ने खान की सराहना करते हुए कहा, "सबीह एक शानदार रणनीतिकार और एप्पल की सप्लाई चेन के प्रमुख आर्किटेक्ट हैं. उन्होंने एडवांस मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी को पेश करने, संयुक्त राज्य अमेरिका में एप्पल के उत्पादन का विस्तार करने और कंपनी को वैश्विक चुनौतियों से निपटने में अधिक मजबूत और फ्लेक्सिबल बनाने में मदद की है."
कुक ने एनवायरमेंटल सस्टेनेबिलिटी को बढ़ावा देने में खान के नेतृत्व की भी प्रशंसा की और कहा कि उनके प्रयासों की बदौलत एप्पल ने अपने कार्बन उत्सर्जन में 60 प्रतिशत से अधिक की कमी की है.
यह बदलाव ऐसे समय में हो रहा है जब एप्पल अमेरिकी टैरिफ के प्रभाव को कम करने की रणनीति के तहत अपने कुछ मैन्युफैक्चरिंग कामों को चीन से भारत स्थानांतरित करने पर काम कर रहा है.
सबीह खान ने टफ्ट्स विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र और मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त की है तथा रेनसेलर पॉलिटेक्निक इंस्टीट्यूट से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री प्राप्त की है.
ब्राजील के बाद अपनी यात्रा के अंतिम चरण में नामीबिया पहुंचे पीएम मोदी, बजाया ड्रम
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ब्राजील के बाद अपनी यात्रा के अंतिम चरण में नामीबिया पहुंचे पीएम मोदी, बजाया ड्रम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी यात्रा के अंतिम चरण में अब नामीबिया पहुंच गए हैं। वह बुधवार को नामीबिया की धरती पर उतरे, जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने बहुप्रतीक्षित नामीबिया दौरे पर पहुंच चुके हैं। यह यात्रा भारत और नामीबिया के बीच रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम मानी जा रही है। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की तीन दशकों में पहली आधिकारिक नामीबिया यात्रा है। नामीबिया में पीएम मोदी का पारंपरिक तरीके से शानदार स्वागत किया गया। इस दौरान नामीबिया के स्थानीय कलाकारों के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने भी ड्रम बजाया।
इन मुद्दों पर होगी द्विपक्षीय वार्ता
प्रधानमंत्री मोदी और नामीबियाई राष्ट्रपति नेटुम्बो नांडी-एनडैटवाह के बीच वन-टू-वन संवाद और दोनों देशों के मंत्रियों की टीम स्तरीय चर्चा होगी। इन वार्ताओं में व्यापार, रक्षा, डिजिटल सहयोग और वैश्विक दक्षिण में साझेदारी जैसे मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श शामिल हैं।
सूर्य नमस्कार से हुआ पीएम मोदी का स्वागत
संयुक्त समझौतों पर हस्ताक्षर
भारत और नामीबिया के बीच व्यापार, निवेश, शिक्षा, स्वास्थ्य, ICT और पर्यावरण जैसे क्षेत्रों में कुल छह महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापनों (MoUs) पर हस्ताक्षर किए जा सकते हैं। इनमें यूपीआई समेत खनिज और ऊर्जा क्षेत्रों में सहयोग पर भी समझौते होंगे। भारत और नामीबिया डायमंड के प्रत्यक्ष आयात की दिशा में बातचीत कर रहे हैं, जिससे मध्यस्थों की भूमिका कम होगी। साथ ही यूरेनियम, कोबाल्ट और लैंथेनाइड्स जैसे महत्त्वपूर्ण खनिजों पर दीर्घकालिक समझौतों की संभावना जताई गई है।
पीएम मोदी ने नामीबिया पहुंचकर किया ट्वीट
नामीबिया पहुंचने के बाद पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, "कुछ समय पहले विंडहूक में पहुंचा। नामीबिया एक मूल्यवान और विश्वसनीय अफ्रीकी साझेदार है, जिसके साथ हम द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करना चाहते हैं। आज राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नांडी-एनडैटवाह से मिलने और नामीबियाई संसद को संबोधित करने के लिए उत्सुक हूं।"
नामीबिया की संसद को करेंगे संबोधित
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी इस यात्रा के दौरान नामीबियाई संसद को संबोधित करेंगे। यह पहली बार है जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री दक्षिण अफ्रीका क्षेत्र के बाहर किसी अफ्रीकी देश की संसद में भाषण देगा। इसके अलावा वह नामीबिया के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. सैम नुजौमा को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
डिजिटल भुगतान प्रणाली यूपीआई डील
पीएम मोदी के इस दौरे की खास बात यह है कि अब नामीबिया में भी यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) प्रणाली शुरू की जा रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने NPCI और नामीबिया के केंद्रीय बैंक के बीच इसे लेकर एक समझौता करेंगे।