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PM मोदी बोले, 'डबल इंजन की रफ्तार से आगे बढ़ रहा ओडिशा

पीएम मोदी ने कहा कि ओडिशा में हजारों घर बनाने का काम चल रहा है। ओडिशा डबल इंजन की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। ओडिशा के विकास के लिए, देश के विकास के लिए हजारों करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स का काम शुरू हुआ है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि ओडिशा डबल इंजन की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने झारसुगुड़ा से दूरसंचार, रेलवे और उच्च शिक्षा जैसे क्षेत्रों से जुड़ीं 60,000 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं की शुरुआत की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि ‘डबल इंजन’ सरकार के प्रयासों से राज्य तेजी से प्रगति कर रहा है। मोदी ने देश भर में आठ आईआईटी के विस्तार की आधारशिला रखी, जिससे अगले चार वर्षों में 10,000 नए छात्र आईआईटी में पढ़ सकेंगे।  प्रधानमंत्री ने झारसुगुड़ा में रैली में को संबोधित करते हुए कहा कि कला और संस्कृति के प्रति ओडिशा का प्रेम और लगाव विश्व प्रसिद्ध है। मोदी ने कहा कि ‘डबल इंजन’ सरकार के प्रयासों से ओडिशा तेजी से प्रगति कर रहा है। उन्होंने गुजरात के सूरत जिले में बरहामपुर को उधना से जोड़ने वाली अमृत भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई।  अमृत भारत ट्रेन से ओड़िया लोगों को फायदा पीएम मोदी ने कहा कि ब्रह्मपुर-उधना अमृत भारत ट्रेन से गुजरात में रह रहे ओड़िया लोगों को फायदा होगा। चिप से लेकर शिप तक भारत को आत्मनिर्भर बनाना हमारा संकल्प है। प्रधानमंत्री ने 1,400 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 34 किलोमीटर लंबी कोरापुट-बैगुड़ा रेल लाइन और 82 किलोमीटर लंबे मनाबर-कोरापुट-गोरपुर खंड राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने बीएसएनएल की 'स्वदेशी' तकनीक से निर्मित 97,500 से अधिक 4जी दूरसंचार टावरों की शुरुआत की। मोदी ने संबलपुर शहर में 273 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित पांच किलोमीटर लंबे फ्लाईओवर का उद्घाटन किया। जून 2024 में ओडिशा में भाजपा के सत्ता में आने के बाद से 15 महीने में प्रधानमंत्री का राज्य का यह छठा दौरा है। मोदी का झारसुगुड़ा दौरा सात साल के अंतराल के बाद हुआ है। वह 22 सितंबर 2018 को ओडिशा के दूसरे वाणिज्यिक हवाई अड्डे का उद्घाटन करने के लिए यहां आए थे। मां समोली और मां रामोचंडी को नमन कर शुरू किया भाषण पीएम मोदी ने मां समोली और मां रामोचंडी को नमन कर अपने भाषण की शुरुआत की। उन्होंने कहा, नवरात्रि का पर्व चल रहा है और ऐसे पावन दिनों में मुझे मां समोली और मां रामोचंडी देवी की इस भूमि पर आप सभी के दर्शन का सौभाग्य मिला है। आपका आशीर्वाद ही हमारी शक्ति है। मैं आप सभी को नमन करता हूं। डेढ़ साल पहले, विधानसभा चुनाव के दौरान ओडिशा के लोगों ने एक नए संकल्प के साथ आगे बढ़ने का प्रण लिया था, ये संकल्प था विकसित ओडिशा। आज हम देख रहे हैं, ओडिशा डबल इंजन की रफ्तार से आगे बढ़ने लगा है। आज फिर एक बार, ओडिशा के विकास के लिए, देश के विकास के लिए हजारों करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स का काम शुरू हुआ है। बीएसएनएल का नया अवतार सामने आया पीएम ने कहा कि आज से बीएसएनएल का नया अवतार भी सामने आया है। बीएसएनएल स्वदेशी 4जी सर्विसेज लॉन्च हुई हैं। हमारा बहुत जोर गरीबों को, दलितों को, पिछड़ों को, आदिवासियों को मूल सुविधाएं पहुंचाने पर है। जब एक गरीब परिवार को पक्का घर मिलता है, तो वर्तमान ही नहीं, भावी पीढ़ियों का जीवन भी आसान हो जाता है। हमारी सरकार देशभर के 4 करोड़ से अधिक गरीब परिवारों को पक्का घर दे चुकी है। ओडिशा में भी हजारों घर बनाने का काम चल रहा है। आज करीब 50,000 परिवारों को घर की स्वीकृति मिली है।  जहाज निर्माण पर जोर जो भी देश आर्थिक रूप से सशक्त होना चाहता है, वो बड़े-बड़े जहाज निर्माण पर बहुत बल देता है। व्यापार हो, तकनीक हो या फिर देश की सुरक्षा जहाज निर्माण से हर जगह फायदा होता है। अपने जहाज होंगे तो संकट के समय दुनिया के साथ आयात-निर्यात में रुकावट नहीं आएगी। इसलिए भाजपा सरकार ने देश में बड़े-बड़े जहाज निर्माण के लिए 70 हजार करोड़ रुपये का पैकेज स्वीकृत किया है।
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अब महाराष्ट्र के अहिल्यानगर पहुंचा आई लव मोहम्मद का विवाद, सड़क पर बना दी रंगोली

पर्व के समय कुछ लोग माहौल बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं. आई लव मोहम्मद का विवाद अब महाराष्ट्र के अहिल्यानगर तक पहुंच गया है. जानिए पूरा मामला... अहिल्यानगर शहर के मालीवाड़ा इलाके में ज़मीन पर कुछ शरारती तत्वों ने आई लव पैगंबर मोहम्मद की रंगोली बना दी. इससे इलाके में तनाव हो गया. शहर के कोतवाली थाने के सामने मुस्लिम समुदाय के सैकड़ों लोग इकट्ठा हो गए. शिकायत की. इसके बाद रोड जाम कर प्रदर्शन करने लगे. मामला हाथ से निकलता देख पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज कर दिया. इसके बाद रंगोली बनाने के मामले में एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. एहतियात के तौर पर पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है. साथ ही पुलिस ने किसी भी अफवाह पर ध्यान न देने की अपील की है.  गिरफ्तारी की जानकारी देने के बाद भी प्रदर्शनकारी चक्काजाम करने सड़कों पर इकट्ठा रहे. अब इस पर सीएम फडणवीस सहित अजित पवार की पार्टी का भी बयान आया है. अजित पवार पार्टी के नेता क्या बोले अहिल्यानगर लाठीचार्ज मामले पर स्थानीय NCP(अजित पवार गुट) एमएलए संग्राम जगताप ने कहा कि त्योहार मनाना ठीक है, पर किसी भी पक्ष से उकसाने वाली सामग्री नहीं होनी चाहिए. हमें कुछ बोर्ड देखने को मिलते हैं, उस बोर्ड पर यह लिखा है कि "मेरा घर जला दो, कोई शिकवा न होगा, मुझे क़त्ल कर दो, बदला न होगा. मगर, शान-ए-मोहम्मद पर कोई बात आई तो सिर्फ तलवार उठेगी, समझौता न होगा." तलवार उठाना यह संविधान में कहीं भी मान्य नहीं होता है पर अगर कोई इस तरह की कोई चुनौती देता है, वह भी पुलिस स्टेशन में और पुलिस स्टेशन के गेट के बाहर ऐसे बोर्ड के ज़रिए तो इन्हें हटाने के लिए भी पुलिस-प्रशासन के कर्मचारी होंगे. संग्राम जगताप ने कहा कि महानगरपालिका के कर्मचारी होंगे. वे वहां गए भी थे. फिर भी ये बोर्ड हटाए नहीं गए. क्यों नहीं हटाए गए? किसकी वजह से नहीं हटाए गए? किसका फ़ोन आया? क्या हुआ? ये सब बातें भी जनता के सामने आनी चाहिए.  जो संदिग्ध है, उसे पुलिस ने सुबह के समय ही हिरासत में ले लिया. हिरासत में लेने के बाद भी रास्ता रोकने की कोई ज़रूरत नहीं थी.  पुणे से छत्रपति संभाजीनगर जाने वाला राष्ट्रीय हाईवे जाम करना, पुलिस प्रशासन को बंधक बनाना, पुलिस प्रशासन के साथ धक्का-मुक्की करना ये सब ग़लत है.  इसलिए मेरा आवाहन होगा अहमदनगर(अहिल्यानगर) वासियों से कि आप सभी शांति बनाए रखें.  सीएम फड़णवीस क्या बोले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "मैं यात्रा कर रहा था, इसलिए मुझे ठीक से पता नहीं है कि क्या हुआ था, लेकिन मैं यह ज़रूर कहना चाहूंगा कि जिस तरह से ऐसे बोर्ड लगाए गए हैं और जो कुछ हो रहा है, हमें यह देखना होगा कि क्या इसके पीछे कोई साज़िश है... क्या कोई हमारे सामाजिक सौहार्द्र को बिगाड़ने की कोशिश कर रहा है? क्या ऐसा करने की कोई साज़िश है... लोकसभा चुनाव के दौरान जिस तरह से ध्रुवीकरण की कोशिशें की गईं... हमें इसकी भी जांच करनी होगी. हर किसी को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है, लेकिन अगर इसके बाद लोगों में तनाव पैदा हो रहा है, तो यह ठीक नहीं है..."
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मंदिरों के बाहर प्रसाद बेचने वालों की पहचान करो, साध्वी प्रज्ञा के बयान पर हंगामा

पूर्व सांसद ने कहा कि मंदिरों में नवरात्रि में ऐसे कई ग्रुप बनाकर खोजना पड़ेगा कि हमारे मंदिरों के आसपास प्रसाद कौन बेचता है? भोपाल से भारतीय जनता पार्टी की पूर्व सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर एक बार फिर अपने बयान को लेकर विवादों में हैं. दुर्गा वाहिनी के एक कार्यक्रम में साध्वी प्रज्ञा ने मंच से कहा कि अगर गैर-हिंदू मंदिरों के बाहर प्रसाद बेचते दिखें तो उन्हें पीटा जाए और पुलिस के हवाले करने से पहले सबक सिखाया जाए.  इतना ही नहीं, उन्होंने लोगों से अपील की कि हर घर में तेज धार वाले हथियार मौजूद होने चाहिए ताकि आवश्यकता पड़ने पर उनका इस्तेमाल किया जा सके.  पूर्व सांसद ने कहा कि मंदिरों में नवरात्रि में ऐसे कई ग्रुप बनाकर खोजना पड़ेगा कि हमारे मंदिरों के आसपास प्रसाद कौन बेचता है? अगर प्रसाद बेचते हुए कोई विधर्मी का पता चले तो जितनी हो सके उसकी ठुकाई करो.  विधर्मियों से हम प्रसाद नहीं खरीदेंगे. न उनको बेचने देंगे और ना ही मंदिर में आने देंगे.  उनके इस बयान के सामने आते ही राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है. विपक्षी दलों और सामाजिक संगठनों ने इसे खुलेआम हिंसा का आह्वान बताते हुए कड़ी निंदा की है.  मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार साध्वी प्रज्ञा ने अपने संबोधन में महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा पर भी जोर दिया और कहा कि दुर्गा वाहिनी का उद्देश्य हर घर में शक्ति का संचार करना है.  फिलहाल, भाजपा या प्रशासन की ओर से इस बयान पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. 
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BRICS देशों ने पहलगाम हमले की निंदा की, UNSC में भारत की दावेदारी को भी मिला पुश

मंत्रियों ने टैरिफ और गैर-टैरिफ उपायों में अंधाधुंध वृद्धि, संरक्षणवादी नीतियों, और एकतरफा व्यापार प्रतिबंधों पर गहरी चिंता व्यक्त की. “ऐसे उपाय वैश्विक व्यापार को बाधित करते हैं, आपूर्ति श्रृंखलाओं को प्रभावित करते हैं और वैश्विक दक्षिण को हाशिए पर धकेलने का खतरा पैदा करते हैं.” न्यूयॉर्क-संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए 80) के अवसर पर आयोजित ब्रिक्स विदेश मंत्रियों की बैठक में शुक्रवार को कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई. इनमें 2026 में भारत की आगामी ब्रिक्स अध्यक्षता, आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार की मांग, और वैश्विक व्यापार में बढ़ती बाधाओं पर चिंता प्रमुख रहे. बैठक की अध्यक्षता भारत ने की, जिसमें विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सत्र का नेतृत्व किया. भारत अगले वर्ष ब्रिक्स की अध्यक्षता संभालने जा रहा है और इस संदर्भ में उसे सभी सदस्य देशों का सर्वसम्मत समर्थन मिला. बैठक के बाद जारी संयुक्त वक्तव्य में कहा गया, “मंत्रियों ने यूएनजीए 80 के दौरान ब्रिक्स विदेश मंत्रियों की बैठक आयोजित करने के लिए भारत की सराहना की. उन्होंने 2026 में भारत की अध्यक्षता और XVIII ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए पूर्ण समर्थन व्यक्त किया.” आतंकवाद पर सख्त रुख, पहलगाम हमले की निंदा बैठक में 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी, की कड़े शब्दों में निंदा की गई. “मंत्रियों ने आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने की पुष्टि की. उन्होंने आतंकवादियों की सीमा पार आवाजाही, वित्तपोषण और सुरक्षित पनाहगाहों पर चिंता जताई.” यह बयान भारत द्वारा हाल ही में संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की टिप्पणी पर दिए गए जवाब के अनुरूप है, जिसमें भारत ने आतंकवाद के महिमामंडन की आलोचना की थी. यूएनएससी सुधारों पर जोर बैठक में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को अधिक लोकतांत्रिक, प्रतिनिधिक और प्रभावी बनाने की मांग दोहराई गई. “मंत्रियों ने भारत और ब्राजील की स्थायी सदस्यता की आकांक्षाओं का समर्थन किया. चीन और रूस ने भी इन देशों की बड़ी भूमिका निभाने की आकांक्षाओं के प्रति समर्थन जताया.” मंत्रियों ने टैरिफ और गैर-टैरिफ उपायों में अंधाधुंध वृद्धि, संरक्षणवादी नीतियों, और एकतरफा व्यापार प्रतिबंधों पर गहरी चिंता व्यक्त की. “ऐसे उपाय वैश्विक व्यापार को बाधित करते हैं, आपूर्ति श्रृंखलाओं को प्रभावित करते हैं और वैश्विक दक्षिण को हाशिए पर धकेलने का खतरा पैदा करते हैं.” यह टिप्पणी अमेरिका द्वारा हाल ही में भारतीय वस्तुओं पर 50% टैरिफ लगाने के संदर्भ में भी देखी जा रही है. बैठक में ब्राजील, रूस, चीन, दक्षिण अफ्रीका के अलावा ईरान, इंडोनेशिया, यूएई, इथियोपिया और मिस्र जैसे नए सदस्य देशों ने भी भाग लिया, जो ब्रिक्स के वैश्विक दक्षिण के मंच के रूप में बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है.
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'गुजरात में रविवार को गूंजेगा ऑपरेशन सिंदूर का गरबा', CM भूपेंद्र पटेल का बड़ा ऐलान

गुजरात में रविवार रात 11 बजे ऑपरेशन सिन्दूर के गरबा की गूंज गूंजेगी। इसका ऐलान सीएम भूपेंद्र पटेल ने किया है। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने एक्स हैंडल पर पोस्ट कर कहा कि 28 सितंबर को पूरे गुजरात में ऑपरेशन सिन्दूर के गरबा की गूंज गूंजेगी। उन्होंने प्रदेश की जनता से कहा कि रविवार रात 11 से 11:10 बजे तक हम सब मिलकर ऑपरेशन सिंदूर की स्मृति में रचित गरबा भी गाएं। जब पूरे गुजरात से ऑपरेशन सिंदूर के गरबा की गूंज एक साथ उठेगी, तो एक अद्भुत माहौल बनेगा। गरबा कार्यक्रमों के सभी आयोजकों, सभी कलाकारों और सभी प्रतिभागियों से मेरा आह्वान है कि आइए हम सब मिलकर ऑपरेशन सिंदूर का गरबा गाएं और भारत की शक्ति को उजागर करें।  सीएम भूपेंद्र पटेल ने आयोजकों, कलाकारों से की अपील भूपेंद्र पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्णायक नेतृत्व में भारतीय सेना के वीर जवानों ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के माध्यम से आतंकवादियों को करारा जवाब दिया है। देश की माताओं और बहनों की रक्षा के संकल्प के साथ, हमारे वीरों ने पूरे विश्व को नए भारत की शक्ति का परिचय कराया है। वर्तमान में, नवरात्रि उत्सव के दौरान, शक्ति की भक्ति के साथ, हम प्रतिदिन उत्साह के साथ गरबा गा रहे हैं, तो आइए रविवार रात 11 बजे से 11:10 बजे तक ऑपरेशन सिंदूर की स्मृति में रचित गरबा भी गाएं। गरबा महोत्सव में सीएम ने लिया हिस्सा  इससे पहले मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गुरुवार को अहमदाबाद के आईपीएस मेस में आयोजित गरबा महोत्सव में हिस्सा लिया और आदि शक्ति मां अंबा की पूजा-अर्चना की। उन्होंने सभी आईपीएस अधिकारियों और पुलिस कर्मियों को नवरात्रि की शुभकामनाएं दीं। प्रसिद्ध कलाकार श्री भरत बारिया और उनकी मंडली ने मनमोहक नृत्य प्रस्तुति के साथ आरती की। पोरबंदर से आई एक मंडली ने मनियारो और ढाल-तलवार रास प्रस्तुत किया, जबकि आणंद के युवाओं ने पारंपरिक और समकालीन रास-गरबा दोनों प्रस्तुत किए। आईपीएस अधिकारियों ने भी अपने परिवारों के साथ नवरात्रि उत्सव में भाग लिया। कार्यक्रम में मुख्य सचिव पंकज जोशी, गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एम के दास, पुलिस महानिदेशक विकास सहाय, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी डॉ के एन एल राव और मनोज अग्रवाल, अहमदाबाद के पुलिस आयुक्त जी एस मलिक सहित अन्य वरिष्ठ आईपीएस और पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।
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बेलापुर जेटी के पास मोटरसाइकिल खाड़ी में गिरी, एक युवक लापता, सर्च ऑपरेशन जारी

पुलिस के अनुसार, लापता युवक की पहचान अर्थव शेलके (29) के रूप में हुई है. उसे ढूंढने के लिए नवी मुंबई मरीन पुलिस, गोताखोरों, स्थानीय मछुआरों और रेस्क्यू टीम की मदद से बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. नवी मुंबई के बेलापुर जेटी के पास शनिवार सुबह करीब 6:30 बजे एक गंभीर सड़क दुर्घटना हुई, जिसमें तेज रफ्तार मोटरसाइकिल खाड़ी में जा गिरी. बाइक पर सवार दो युवकों में से एक को सुरक्षित बचा लिया गया, जबकि दूसरा युवक अब भी लापता है. पुलिस के अनुसार, लापता युवक की पहचान अर्थव शेलके (29) के रूप में हुई है. उसे ढूंढने के लिए नवी मुंबई मरीन पुलिस, गोताखोरों, स्थानीय मछुआरों और रेस्क्यू टीम की मदद से बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. वहीं, बाइक पर पीछे बैठे श्रेयस जोग (23) को दमकल विभाग की टीम ने समय रहते सुरक्षित बाहर निकाल लिया. यह हादसा ध्रुवतारा क्षेत्र में स्थित बेलापुर जेटी के पास हुआ. स्थानीय निवासियों ने इस स्थान पर लगातार हो रही दुर्घटनाओं को लेकर चिंता जताई है. उन्होंने प्रशासन से बैरिकेड्स लगाने, उचित रोशनी की व्यवस्था करने और अन्य सुरक्षा उपायों को तुरंत लागू करने की मांग की है. गौरतलब है कि ध्रुवतारा जेटी पर इस तरह की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं. करीब एक महीने पहले एक महिला की ऑडी कार गलत रास्ते से खाड़ी में गिर गई थी, लेकिन मरीन पुलिस की तत्परता से उसकी जान बच गई थी. दो महीने पहले भी एक वाहन इसी तरह खाड़ी में गिरा था.
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बिल्डरों के खिलाफ CBI की बड़ी कार्रवाई, मुंबई, कोलकाता और बेंगलुरु में छापेमारी

अदालत के निर्देश पर सीबीआई ने एनसीआर के विभिन्न बिल्डरों के खिलाफ 22 नियमित केस दर्ज किए थे, जिनकी जांच वर्तमान में चल रही है. सीबीआई ने प्रेस विज्ञपति में शनिवार को बताया कि अब सातवीं प्रारंभिक जांच, जो एनसीआर के बाहर के बिल्डरों से जुड़ी थी, पूरी कर ली गई है. सीबीआई ने घर खरीदारों से धोखाधड़ी और वित्तीय संस्थानों के अधिकारियों के साथ सांठगांठ के आरोपों पर कोलकाता, बेंगलुरु और मुंबई के बिल्डरों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू की. सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर सीबीआई ने 6 अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं और तीनों महानगरों में कुल 12 ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया है.  दरअसल, देशभर के हजारों घर खरीदारों ने बिल्डरों और डेवलपर्स द्वारा धोखा दिए जाने और उसके बाद वित्तीय संस्थानों की जबरन वसूली जैसी कार्यवाहियों से परेशान होकर सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था. घर खरीदारों को किया जा रहा था गुमराह इन याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान सर्वोच्च न्यायालय ने बिल्डरों और वित्तीय संस्थानों के बीच कथित अशुद्ध गठजोड़ को गंभीर माना. अदालत ने पाया कि बिल्डर और वित्तीय संस्थान साथ मिलकर घर खरीदारों को गुमराह कर रहे थे. इसी संदर्भ में अप्रैल 2025 में सर्वोच्च न्यायालय ने सीबीआई को 7 प्रारंभिक जांच दर्ज करने का आदेश दिया था. सीबीआई ने 7 में से 6 प्रारंभिक जांच पूरी कर ली थी, जो राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के बिल्डरों से जुड़ी थीं. इन मामलों पर सर्वोच्च न्यायालय में स्टेटस रिपोर्ट दायर की गई थी. कोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने दर्ज किए थे केस इसके बाद अदालत के निर्देश पर सीबीआई ने एनसीआर के विभिन्न बिल्डरों के खिलाफ 22 नियमित केस दर्ज किए थे, जिनकी जांच वर्तमान में चल रही है. सीबीआई ने प्रेस विज्ञपति में शनिवार को बताया कि अब सातवीं प्रारंभिक जांच, जो एनसीआर के बाहर के बिल्डरों से जुड़ी थी, पूरी कर ली गई है. इस पर स्टेटस रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में प्रस्तुत की गई. रिपोर्ट का संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को कोलकाता, बेंगलुरु और मुंबई के बिल्डरों तथा वित्तीय संस्थानों के अज्ञात अधिकारियों के खिलाफ 6 नियमित केस दर्ज करने का निर्देश दिया. छापेमारी में मिले अहम दस्तावेज और डिजिटल सबूत निर्देशों का पालन करते हुए सीबीआई ने 6 केस दर्ज किए और तीनों शहरों में 12 ठिकानों पर छापेमारी की. छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य बरामद किए गए हैं. सीबीआई सूत्रों के अनुसार तलाशी अभियान अब भी जारी है और जांच आगे बढ़ाई जा रही है. सीबीआई की यह कार्रवाई न सिर्फ बिल्डरों और डेवलपर्स बल्कि वित्तीय संस्थानों की भूमिका पर भी सवाल खड़े करती है. जांच एजेंसी अब यह पता लगाने में जुटी है कि कैसे बिल्डरों और अधिकारियों की मिलीभगत से गृह खरीदारों को योजनाबद्ध तरीके से ठगा गया.
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सैलाब के बीच घंटों फंसी रही जिंदगी, नांदेड़ में पेड़ पर चढ़े बुजुर्ग को घंटों बाद बचाया गया

घटना नांदेड़ जिले के लोहा तालुका की है. गांव के निवासी आनंदा कोल्हे रात में अपने खेत गए थे. लगातार बारिश हो रही थी. इस दौरान खेत में पानी अचानक बढ़ गया. दूर-दूर तक सिर्फ पानी ही पानी था. चारों और पानी ही पानी था, बुजुर्ग को अपनी जान बचाने का कोई रास्‍ता नजर नहीं आ रहा था, ऐसे में वह एक पेड़ पर चढ़ गया. घटना महाराष्‍ट्र के नांदेड़ जिले की है, जहां बाढ़ के पानी के कारण पेड़ पर चढ़े बुजुर्ग को घंटों बाद सुरक्षित बाहर निकाला गया. बुजुर्ग को निकाला गया. इस बुजुर्ग ने बाढ़ के पानी के बीच फंसने पर हिम्‍मत नहीं हारी और पेड़ पर मदद के इंतजार में डटा रहा. घंटों की मशक्‍कत के बाद ग्रामीणों ने प्रशासन की मदद से बुजुर्ग को सुरक्षित बचा लिया गया.  घटना नांदेड़ जिले के लोहा तालुका की है. गांव के निवासी आनंदा कोल्हे रात में अपने खेत गए थे. लगातार बारिश हो रही थी. इस दौरान खेत में पानी अचानक बढ़ गया. दूर-दूर तक सिर्फ पानी ही पानी था. इसलिए आनंदा को अपनी जान बचाने के लिए एक पेड़ का सहारा लेना पड़ा.   प्रशासन और स्थानीय नागरिकों को इस घटना की जानकारी मिलने के बाद, एक संयुक्त अभियान चलाया गया और किसान को सुरक्षित बचा लिया गया. बता दें कि महाराष्ट्र के सतारा शहर में भी पानी घुस गया है. नदी नहर के पास बसे घरों के बाद, अब बाढ़ का पानी शहर की सड़कों को भी जलमग्न कर रहा है. 
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परिजनों की मौत के बाद उनके खाते से बिना दस्‍तावेज निकाल पाएंगे 15 लाख रुपये! पढ़ें पूरी जानकारी

डिपॉजिटर्स यानी जमाकर्ता की मौत होने की स्थिति में, फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट या टर्म डिपॉजिट (Term Deposit) को बिना किसी जुर्माने (penal charge) के समय से पहले बंद करने की अनुमति दी जाएगी, भले ही एफडी लॉक-इन-पीरियड के भीतर हो भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बैंक ग्राहकों के मृतक परिजनों के लिए दावा निपटान (claim settlement) प्रक्रिया को सरल बनाने और उसमें तेजी लाने के लिए नए और कड़े निर्देश जारी किए हैं. RBI के नए निर्देशों के अनुसार, अब परिजन बैंक खाते में जमा 15 लाख रुपये तक की राशि (थ्रेशोल्ड लिमिट) के लिए कानूनी दस्तावेज के बिना भी आसानी से क्लेम कर सकते हैं. सहकारी बैंकों (Co-operative banks) के लिए यह सीमा 5 लाख रुपये निर्धारित की गई है. देरी होने पर बैंकों पर जुर्माना लगाया जाएगा. RBI ने वेबसाइट पर जारी सर्कुलर में बैंकों को इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं. 31 मार्च, 2026 तक ये निर्देश लागू किए जाने हैं. देरी हुई तो बैंकों को देना होगा जुर्माना यदि बैंक की गलती के कारण जमा (Deposit) संबंधी दावे के निपटान में देरी होती है, तो बैंक को देरी के लिए ब्याज के रूप में मृतक के परिजनों को मुआवजा देना होगा. ये मुआवजा, बैंक दर (Bank Rate) + 4% प्रति वर्ष की दर से तय ब्‍याज से कम नहीं होगा.  मृतक ग्राहकों के दावों के निपटान को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक के दिशानिर्देशों में और भी कई नियम जारी किए हैं.  दस्‍तावेजों पर जोर नहीं होगा  जिन खातों में नॉमिनेशन या सर्वाइवरशिप क्‍लॉज (Survivorship Clause) है, उनमें नॉमिनी या उत्तरजीवी को भुगतान करने के लिए बैंक, उत्तराधिकार प्रमाण पत्र (Succession Certificate), लेटर ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन (Letter of Administration) या वसीयत का प्रोबेट (Probate of Will) जैसे कानूनी दस्तावेजों पर जोर नहीं देगा. केवल बैंकों को ये सुनिश्चित करना होगा कि नॉमिनी को ये स्पष्ट रूप से बता दिया जाए कि वे कानूनी वारिसों के न्यासी (trustee) के रूप में ये भुगतान प्राप्त कर रहे हैं. फिक्‍स डिपॉजिट (Fixed Deposit) पर कोई जुर्माना नहीं डिपॉजिटर्स यानी जमाकर्ता की मौत होने की स्थिति में, फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट या टर्म डिपॉजिट (Term Deposit) को बिना किसी जुर्माने (penal charge) के समय से पहले बंद करने की अनुमति दी जाएगी, भले ही एफडी लॉक-इन-पीरियड के भीतर हो. लॉकर (Safe Deposit Locker/Safe Custody) के दावे सेफ डिपॉजिट लॉकर और सेफ कस्‍टडी में रखी वस्तुओं के दावों के लिए भी पूरी प्रक्रिया का स्‍टैंडर्ड तय किया गया है. बैंक को सभी आवश्यक दस्तावेज मिलने के 15 कैलेंडर दिनों के भीतर दावेदारों के साथ संपर्क कर लॉकर की सामग्री की इन्वेंट्री बनाने की तारीख तय करनी होगी. अगर बैंक 15 दिन की समय सीमा का पालन नहीं करता है, तो हर दिन की देरी के लिए दावेदार को मुआवजे के तौर पर 5,000 रुपये देने होंगे. यानी 15 की बजाय 20 दिन लगाए तो 5 दिन की देरी के लिए 25,000 रुपये देने होंगे.  
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सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी पर पत्नी गीतांजलि का रिएक्शन

गीतांजलि ने केंद्र सरकार के किसी भी व्यक्ति को अपने पति सोनम वांगचुक पर लगे आरोपों, जिनमें विदेशी चंदा विनियमन अधिनियम (FCRA) और सीबीआई जांच से जुड़े मुद्दे शामिल हैं, पर प्राइम टाइम टीवी पर ‘लाइव’ बहस में शामिल होने की चुनौती दी। जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार को उनकी पत्नी गीतांजलि अंगमो ने आरोप लगाया कि उनके पति के साथ बिना किसी कारण एक अपराधी की तरह व्यवहार किया गया। लद्दाख को राज्य का दर्जा और संवैधानिक सुरक्षा की मांग को लेकर लेह में हिंसक विरोध प्रदर्शन के दो दिन बाद, सोनम को उनके गांव उल्याकटोपो से गिरफ्तार किया गया। हिंसक विरोध प्रदर्शन में चार लोग मारे गए थे और 59 अन्य घायल हो गए। सोनम को शुक्रवार को लद्दाख के DGP एस डी सिंह जामवाल के नेतृत्व में एक पुलिस दल ने गिरफ्तार किया। उन्हें जोधपुर सेंट्रल जेल लाया गया है। उनकी यहां मेडिकल जांच पूरी हो गई है। जेल में उन्हें हाइसिक्योरिटी वार्ड में रखा गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय वांगचुक को ठहराया था जिम्मेदार केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार की हिंसा का कारण रहे ‘‘भड़काऊ बयानों’’ के लिए वांगचुक को जिम्मेदार ठहराया है। हालांकि, जलवायु कार्यकर्ता ने इस आरोप से इनकार किया है। एचआईएएल (हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव्स, लद्दाख) की सह-संस्थापक अंगमो ने अपने पति को हिरासत में लिए जाने की कड़ी निंदा की और सरकार पर उनकी छवि खराब करने के लिए ‘‘झूठे विमर्श’’ फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके घर में ‘‘पुलिस ने तोड़फोड़ की’’ और वांगचुक को गलत तरीके से ‘‘राष्ट्र-विरोधी’’ के रूप में चित्रित किया जा रहा है। 'यह लोकतंत्र का सबसे बुरा रूप' गीतांजलि ने से कहा, ‘‘यह लोकतंत्र का सबसे बुरा रूप है... बिना किसी सुनवाई के, बिना किसी कारण के, उन्होंने उन्हें (सोनम वांगचुक को) एक अपराधी की तरह पकड़ा।’’ उन्होंने सरकार पर जानबूझकर उनके पति की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार को किसी ऐसे व्यक्ति की छवि खराब करने के लिए इस स्तर तक नहीं गिरना चाहिए जो पिछले पांच सालों से शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन कर रहा है, जिसने राष्ट्रीय गौरव में किसी और से अधिक योगदान दिया है, चाहे वह रोलेक्स पुरस्कारों के माध्यम से हो या, कृषि और पर्यावरण, यूएनडीपी और हर जगह उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों के माध्यम से, जैसा कि आप जानते हैं।’’  उन्होंने कहा, ‘‘अगर बुद्धिजीवियों और नवप्रवर्तकों के साथ ऐसा ही व्यवहार किया जाता है, तो विश्वगुरु बनने का सपना एक मजाक बनकर रह जाएगा।’’ BJP के सिद्धांतों पर उठाया सवाल  गीतांजलि ने केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा की भी आलोचना करते हुए कहा, ‘‘कृपया उनसे कहिए कि वे खुद को हिंदू न कहें...क्योंकि हिंदुत्व की बुनियाद ही सत्य है।’’ खुद को एक धर्मनिष्ठ हिंदू बताते हुए, वांगचुक की पत्नी ने भाजपा के सिद्धांतों पर सवाल उठाया और कहा, ‘‘वे किसी भी तरह से हिंदू नहीं हैं। भाजपा हिंदू नहीं है क्योंकि इसकी नींव झूठ पर है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘...मैं वेद और वेदांत की शिक्षिका और छात्रा हूं और यह, वह भारत नहीं है जिसका श्री अरविंदो ने सपना देखा था और यह, वह हिंदू धर्म नहीं है जिसकी वेद और वेदांत में चर्चा है।’’ गीतांजलि ने ‘लाइव’ बहस की दी चुनौती  गीतांजलि ने केंद्र सरकार के किसी भी व्यक्ति को अपने पति पर लगे आरोपों, जिनमें विदेशी चंदा विनियमन अधिनियम (FCRA) और सीबीआई जांच से जुड़े मुद्दे शामिल हैं, पर प्राइम टाइम टीवी पर ‘लाइव’ बहस में शामिल होने की चुनौती दी। उन्होंने कहा, ‘‘मैं उन्हें चुनौती देती हूं कि वे प्राइम टाइम पर आकर मेरे साथ सभी आरोपों पर आमने-सामने बहस करें।’’ सोनम वांगचुक के खिलाफ लगाए गए विशिष्ट आरोप अभी अस्पष्ट हैं।
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क्या है स्वदेशी 4G नेटवर्क, जिसे PM ने किया लॉन्च, जाने 5G के दौर में आखिर ये क्यों?

पीएम मोदी ने ओडिशा में 4जी नेटवर्क लॉन्च किया है. इसके बाद कई लोगों के मन में ये सवाल जरूर होगा कि 5G के दौर में आखिर 4G नेटवर्क क्यों. तो इसके पीछे की वजह भी जान लें. पीएम मोदी ने शनिवार को ओडिशा के झारसुगुड़ा से बीएसएनएल के स्वदेशी 4जी नेटवर्क का उद्घाटन किया. भारत भी अब दूरसंचार उपकरण बनाने वाले प्रतिष्ठित देशों की सूची में शामिल हो गया है. बीएसएनएल की रजत जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री ने 97,500 से अधिक 4जी मोबाइल टावरों का भी उद्घाटन किया, जिनमें से 92,600 टावर इसी टेलीकॉम सेवा प्रदाता की 4जी तकनीक से लैस हैं. इन टावरों का निर्माण करीब 37,000 करोड़ रुपये की लागत से स्वदेशी प्रौद्योगिकी के साथ किया गया है. स्वदेशी 4जी नेटवर्क की शुरुआत के साथ ही भारत भी डेनमार्क, स्वीडन, दक्षिण कोरिया और चीन जैसे उन देशों की लिस्ट में में शामिल हो गया है, जो स्वदेशी दूरसंचार उपकरण बनाते हैं. स्वदेशी 4जी नेटवर्क क्या है? यह दूर संचार कंपनी बीएसएनएल का स्वदेशी 4जी नेटवर्क है. इससे देशभर में BSNL उपभोक्ताओं को हाईस्पीड इंटरनेट सेवा मिलेगी. ग्रामीण समुदायों को यह सशक्त बनाएगा. साथ ही बीएसएनएल के 5जी नेटवर्क की शुरुआत करने और एकीकरण का मार्ग भी प्रशस्त करेगा. इस शुरुआत से 26,700 से अधिक दूर-दराज, सीमावर्ती और वामपंथी उग्रवाद प्रभावित इलाकों के गांवों को कनेक्शन मिलेगा, जिनमें ओडिशा के 2,472 गांव भी शामिल हैं. इससे 20 लाख से ज्यादा नए ग्राहकों को सेवा मिलेगी. ये 4जी मोबाइल टावर सौर ऊर्जा से चलते हैं, जिससे ये भारत के सबसे बड़े हरित दूरसंचार केंद्रों का समूह बन गए हैं . यह सतत ढांचा तैयार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है. 4जी सेचुरेटेड नेटवर्क से जुड़े 30,000 गांव पीएम मोदी ने डिजिटल भारत निधि के जरिए भारत के 100 प्रतिशत 4जी सेचुरेटेड नेटवर्क का भी अनावरण किया, जिसमें मिशन मोड परियोजना के तहत 29,000 से 30,000 गांवों को जोड़ा गया है. 5G नेटवर्क के दौर में 4G नेटवर्क क्यों? टेलिकॉम कंपनी BSNL नेटवर्क के मामले में एयरटेल, जियो और वीआई से पिछड़ रही थी. लेकिन अब बीएसएनएल का स्वदेशी 4G नेटवर्क लॉन्च हो गया है, अब इसके उपभोक्ताओं को भी बढ़िया स्पीड मिलेगी. ये पूरी तरह से स्वदेशी है. किसको मिलेगा 4G नेटवर्क का फायदा? BSNL के स्वदेशी 4जी नेटवर्क का फायदा इसके ग्राहकों को तो मिलेगा ही साथ ही 20 लाख से ज्यादा नए ग्राहकों को भी मिलेगा. इससे ये बात समझी जा सकती है कि 4जी टॉवर का उद्घाटन होना कितना खास है. टेलिकॉम मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 4G नेटवर्क को लेकर कहा था कि इसे आसानी से 5जी में बदला जा सकता है. इसमें तेजस नेटवर्क की तरफ से विकसित रेडियो एक्सेस नेटवर्क शामिल है. यह C-DOC की तरफ से तैयार एक कोर नेटवर्क है. इसे टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज ने एकीकृत किया है.
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NIA ने नाबालिग बांग्लादेशी लड़की की तस्करी में शामिल दो लोगों को किया गिरफ्तार

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने शनिवार को पश्चिम बंगाल के कोलकाता और बनगांव इलाकों में पांच ठिकानों पर छापेमारी की और उत्तर 24 परगना के रहने वाले आमिर अली शेख और अमल कृष्ण मंडल नामक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पश्चिम बंगाल के कोलकाता और बनगांव में पांच ठिकानों पर छापेमारी की और एक नाबालिग बांग्लादेशी लड़की की तस्करी में कथित संलिप्तता के लिए दो लोगों को गिरफ्तार किया. अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान आमिर अली शेख और अमल कृष्ण मंडल के रूप में हुई है तथा दोनों पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के रहने वाले हैं. एनआईए ने एक बयान में कहा कि पीड़िता को रोजगार के बहाने अवैध रूप से भारत लाया गया और फिर उसका शोषण किया गया. बयान के मुताबिक, शनिवार को तलाश अभियान के दौरान भारी मात्रा में भारतीय, बांग्लादेशी और अन्य विदेशी मुद्रा के अलावा कई आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए. बयान में कहा गया है कि ताजा गिरफ्तारियों और बरामदगी के साथ एनआईए ने सीमा पार से बांग्लादेशी लड़कियों की भारत में तस्करी करने वाले मानव तस्करी गिरोह को ध्वस्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है.
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