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Category उत्तराखंड
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केदारनाथ में भूस्खलन की वजह से 2 की मौत, कई लोग घायल
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केदारनाथ में भूस्खलन की वजह से 2 की मौत, कई लोग घायल
घायलों में से एक महिला को हल्की चोटें आयी हैं जबकि दो पुरूष गंभीर रूप से घायल हुए हैं जिन्हें उपचार के लिए गौरीकुंड भेजा गया है.
केदारनाथ धाम के पैदल मार्ग पर बुधवार को भूस्खलन होने से 2 लोगों की मौत हो गई, वहीं दो गंभीर रूप से घायल हो गए. इस घटनाक्रम की सूचना पर चौकी जंगलचट्टी पर नियुक्त पुलिस बल तथा डीडीआरएफ पहुंचे. जिन्होंने नीचे खाई में गिरे लोगों का रेस्क्यू किया और उन्हें ऊपर लेकर आए. ये यात्री पैदल मार्ग पर यात्रा करते हुए मलबा पत्थर की चपेट में आने की वजह से खाई में जा गिरे थे.
अब तक की मिली जानकारी के अनुसार 3 व्यक्तियों को चोटें आई हैं, जिनमे से एक महिला को हल्की चोटें तथा 02 पुरूषों को गम्भीर चोटें आयी हैं, इनको गौरीकुण्ड के लिए रेफर किया गया है. इसके अतिरिक्त 02 व्यक्ति की मौत हो गई है. सभी के नाम पते की जानकारी जुटाई जा रही है. इस स्थल पर पुलिस सुरक्षा के बीच यात्रियों का आवागमन कराया जा रहा है.
महिला बाइक राइडर से कार में जा रहे लफंगों ने किये अश्लील इशारे, यूपी पुलिस ने किया गिरफ्तार
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महिला बाइक राइडर से कार में जा रहे लफंगों ने किये अश्लील इशारे, यूपी पुलिस ने किया गिरफ्तार
महिला ने वीडियो के दौरान गाड़ी के यूपी नंबर पर भी फोकस किया था. इसके बाद यूपी पुलिस ने एक्शन लेते हुए कार को सीज कर लिया है और अश्लील इशारे और भद्दे कमेंट्स करने वाले तीनों आरोपी देवेंद्र, राहुल और निखिल को गिरफ्तार कर लिया है.
रात का समय था और एक महिला राइडर बाइक से उत्तराखंड जा रही थी. तभी उसके आगे चल रही एक गाड़ी की खिड़की से अर्द्धग्न होकर एक शख्स निकला और महिला को अश्लील इशारे किए, भद्दे कमेंट्स करने लगा. दूसरी खिड़की से एक अन्य शख्स भी चलती कार से बाहर झूलने लगा. ये देख महिला सहम गई, पहले तो उसे समझ ही नहीं आया कि आखिर ये हो क्या रहा है. फिर उसने अपना मोबाइल निकाला और इस पूरी घटना का वीडियो बना लिया. महिला की शिकायत पर इन लफंगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
उत्तराखंड में हुई ये घटना बीते शनिवार की बताई जा रही है. महिला बाइक पर उत्तराखंड जा रही थी. ये महिला उत्तराखंड की ही रहने वाली थी. वहीं, जिस गाड़ी में सवार लोगों ने उन्हें अश्लील इशारे किये, वो उत्तर प्रदेश के बताए जा रहे हैं. अश्लील इशारे और भद्दे कमेंट्स कर रहे लोगों का वीडियो बनाते हुए महिला ने कहा, 'देखो ये लोग उत्तराखंड आकर कैसी हरकतें कर रहे हैं. पूरे ही गाड़ी से बाहर आ गए हैं और कैसे-कैसे इशारे कर रहे हैं. इन लोगों को बिल्कुल भी शर्म नहीं है. ये लोग दिल्ली, यूपी, हरियाणा से आकर यहां ऐसी हरकतें करते हैं. इन लोगों को अपनी मां-बहनों के सामने ऐसी हरकतें करनी चाहिए.'
इस महिला बाइक राइडर ने कहा, 'मैं उत्तराखंड से ही हूं और रात में घर जाना पड़ रहा है. जब इन लोगों ने देखा कि एक महिला बाइक पर जा रही है, तो ये मुझे भद्दे इशारे करने लगे. मैंने इनकी हरकतों का वीडियो बना लिया है. मैं इस घटना का वीडियो बनाकर अपने जैसी दूसरी महिलाओं को हिम्मत देना चाहती हूं. यह कहना चाहती हूं कि ऐसी घटनाओं को इग्नोर नहीं करना चाहिए. ऐसे लोगों की हरकतों को उजागर करना चाहिए, ताकि दूसरों को सबक मिल सके.'
महिला बाइक राइडर द्वारा बनाया गया, ये वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. महिला ने वीडियो के दौरान गाड़ी के यूपी नंबर पर भी फोकस किया था. इसके बाद यूपी पुलिस ने एक्शन लेते हुए कार को सीज कर लिया है और अश्लील इशारे और भद्दे कमेंट्स करने वाले तीनों आरोपी देवेंद्र, राहुल और निखिल को गिरफ्तार कर लिया है. खुमारी उतरने के बाद ये लोग अब महिला से कान पकड़कर माफी मांग रहे हैं. इस वीडियो में अब ये कह रहे हैं- 'सभी महिलाएं हमारी माताएं-बहने हैं, आज के बाद गलती नहीं होगी.' इस वीडियो में ये लोग लंगड़ाते हुए नजर आ रहे हैं.
केदारनाथ के ट्रैफिक जाम से बचने के लिए एंबुलेंस ही कर डाली बुक
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केदारनाथ के ट्रैफिक जाम से बचने के लिए एंबुलेंस ही कर डाली बुक
बीच रास्ते में एंबुलेंस को कोई नहीं रोकेगा, यही वजह थी कि हरिद्वार से एंबुलेंस का हूटर बजाते हुए यह सभी गौरीकुंड के लिए निकल पड़े. लेकिन इनकी चालाकी सोनप्रयाग पुलिस ने पकड़ ली.
केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए रोजाना लाखों की संख्या में लोग उत्तराखंड पहुंच रहे हैं. ऐसे में रास्ते में जाम मिलना आम बात है. इतनी भारी संख्या में यात्रियों के पहुंचने से हरिद्वार से ही जाम मिलना शुरू हो जाता है. केदारनाथ जाने के दौरान मिलने वाले इसी ट्रैफिक से बचने के लिए कुछ यात्रियों ने एक अनोखा तरीका निकाला और यात्रा के लिए दो एंबुलेंस ही बुक कर डाली. ये लोग अपने प्लान में कामयाब भी हो रहे थे. हालांकि सोनप्रयाग के पास पुलिस ने इनकी चालाकी को पकड़ लिया.
क्या है पूरा मामला
अक्सर कई लोग ट्रैफिक जाम से बचने के लिए नए-नए तरीके अपनाते हैं. एक ऐसा ही अनोखा तरीका न सिर्फ जाम से बचने के लिए बल्कि जल्दी से जल्दी केदारनाथ धाम पहुंचने के लिए कुछ लोगों ने अपनाया. दरअसल जाम से बचने के लिए यात्रियों ने दो एंबुलेंस बुक कर उनमें यात्रा करने की योजना बनाई. एंबुलेंस में मरीज की बजाय यात्री केदारनाथ धाम की यात्रा पर निकल गए. यह मामला 14 जून का है और इस दिनों सोशल मीडिया में काफी चर्चा में है.
इन यात्रियों को पता था कि एंबुलेंस को कोई नहीं रोकेगा. यही वजह थी कि हरिद्वार से एंबुलेंस का हूटर बजाते हुए यह सभी गौरीकुंड के लिए निकल पड़े. लेकिन इनकी चालाकी सोनप्रयाग के पास पुलिस ने पकड़ ली. हरिद्वार से ऋषिकेश, ब्यासी, देवप्रयाग ,श्रीनगर, रुद्रप्रयाग, तिलवाड़ा, अगस्त मुनि और गुप्तकाशी फटा, इन जगहों पर पुलिस की कड़ी चेकिंग रहती है. लेकिन शायद इमरजेंसी को देखते हुए इन जगहों पर पुलिस ने एंबुलेंस को नहीं रोका.
इस वजह से पुलिस को हुआ शक
सोनप्रयाग पुलिसकर्मी को शक हुआ कि ना तो गौरीकुंड से और ना ही केदारनाथ से कोई यात्री के घायल या फिर बीमार होने की सूचना उनके पास आई है. क्योंकि अक्सर जब भी कोई केदारनाथ या फिर गौरीकुंड में घायल या बीमार होता है या फिर कोई और इमरजेंसी होती है, तो तत्काल सोनप्रयाग पुलिस को सूचना दी जाती है. ऐसे में पुलिस कर्मियों ने दोनों एंबुलेंस को रोका. जब एंबुलेंस के गेट खोले गए तो पुलिसकर्मी चौंक गए. क्योंकि उसमें ना कोई घायल था ना ही कोई बीमार. उसमें यात्री मौजूद थे, जो एयर कंडीशनर एंबुलेंस में मजे से बैठे हुए थे. गौरीकुंड की तरफ बिना किसी ट्रैफिक जाम में फंसे जा रहे थे.
सोनप्रयाग पुलिस ने दोनों एंबुलेंस जिसमें एक राजस्थान की है, जिसका नंबर RJ14 PF 2013. दूसरी एंबुलेंस जो हरिद्वार की थी, जिसका नंबर UK08 PA 1684 है. दोनों को सीज कर दिया है. पुलिस ने मोटर वाहन अधिनियम के तहत सीज कर दोनों चालकों का चालान किया.
केदारनाथ घाटी में हेलीकॉप्टर सेवाएं शुरू, नियमों का उल्लंघन करने पर होगी कड़ी कार्रवाई
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केदारनाथ घाटी में हेलीकॉप्टर सेवाएं शुरू, नियमों का उल्लंघन करने पर होगी कड़ी कार्रवाई
रविवार को उत्तराखंड में रुद्रप्रयाग के गौरीकुंड क्षेत्र में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस हादसे में सभी 7 लोगों की मौत हो गई थी. हेलीकॉप्टर ने सुबह 5:17 बजे गुप्तकाशी के लिए उड़ान भरी थी और केदारनाथ से यात्रियों को लेकर लौट रहा था.
केदारनाथ घाटी में एक बार फिर से हेलीकॉप्टर सेवाएं शुरू कर दी गई हैं. रविवार को केदारनाथ में श्रद्धालुओं को लेकर जा रहा एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था. जिसके बाद हेलीकॉप्टर सेवाएं बंद कर दी गई थी. इस दर्दनाक हादसे में आर्यन एवियेशन प्राइवेट लिमिटेड के हेलीकॉप्टर में सवार सभी सातों लोगों की मौके पर ही मृत्यु हो गयी थी. बता दें केदारनाथ घाटी में लगातार कई हेलीकॉप्टर दुर्घटनाएं हुई हैं, जो कई तरह के सवाल खड़े कर रही है. पिछले 14 सालों में 13 हादसों में 41 लोगों की जान गई है.
केदारनाथ धाम में बड़ी हेली दुर्घटनाएं
25 जून, 2013, एमआई-17 हेलिकॉप्टर गौरीकुंड के पास दुर्घटनाग्रस्त, 21 जवानों की मौत
28 जून 2013 केदारनाथ से दो किमी आगे गरुड़चट्टी में हेलिकॉप्टर क्रैश, 3 की मौत
18 अक्तूबर 2022 को केदारनाथ से गुप्तकाशी जा रहा गरूडचटटी के पास पहाड़ी से टकराने से हेलीकप्टर क्रैश, 7 की मौत,
15 जून 2025 केदारनाथ से गुप्तकाशी लौट रहा हेली गौरी माई खर्क के पास क्रैश, सात की मौत
रविवार की घटना के बाद राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उच्चाधिकारियों के साथ एक बैठक की थी तथा हेलीकॉप्टर हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश देने के अलावा हेली उड़ानों के बेहतर समन्वय के लिए ‘कमांड एवं कोऑर्डिनेशन सेंटर' स्थापित करने के भी निर्देश दिए थे.
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा था कि सोमवार तक चार धाम के लिए हेली सेवा पूर्ण रूप से बंद रहेगी. उन्होंने कहा था, ‘‘चार धाम में सेवा दे रहे सभी हेली ऑपरेटर एवं पायलटों के उच्च हिमालय क्षेत्रों में उड़ान अनुभवों की जांच होगी एवं सभी हेली ऑपरेटर के साथ बैठक के बाद ही हेली सेवा को शुरू किया जाएगा.''
आर्यन एवियेशन पर मुकदमा दर्ज
रविवार को हुए हेलीकॉप्टर हादसे के संबंध में उत्तराखंड सरकार ने आर्यन एवियेशन प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ लापरवाही बरतने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है . गौरीकुंड और त्रियुगीनारायण के बीच गौरीमाई खर्क के जंगलों में खराब मौसम और कम दृश्यता के कारण हुई दुर्घटना में, हेलीकॉप्टर में सवार पायलट समेत सभी सात यात्रियों की मौके पर ही मृत्यु हो गयी थी.
उत्तराखंड में चीन सीमा से लगी अग्रिम चौकियों के दौरे पर पहुंचे थलसेना प्रमुख
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उत्तराखंड में चीन सीमा से लगी अग्रिम चौकियों के दौरे पर पहुंचे थलसेना प्रमुख
सेना प्रमुख ने राष्ट्र निर्माण और सामाजिक विकास में उल्लेखनीय योगदान देने वाले विशिष्ट पूर्व सैनिकों को ‘Veterans Achievement Award’ से सम्मानित भी किया.
थलसेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने आज उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में चीन से लगी सीमा पर अग्रिम चौकियों का दौरा किया. जनरल द्विवेदी ने वहां तैनात सैनिकों की ऑपरेशनल तैयारियों और प्रशासनिक हालात का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने सीमाओं की रक्षा में जुटे जवानों से बातचीत की और उनकी अटूट निष्ठा, अदम्य साहस ओर पेशेवर प्रतिबद्धता के लिए सराहना की. उन्होंने सतत चौकसी और किसी भी हालत से निपटने के लिए तैयार रहने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया.
उद्घाटन अवसर पर अपने पहले पॉडकास्ट में सेना प्रमुख ने कहा, “Ibex Tarana केवल एक रेडियो स्टेशन नहीं, बल्कि युवाओं की आवाज़ को बुलंद करने का एक सशक्त माध्यम है. यह न केवल समुदाय को जोड़ने का कार्य करेगा, बल्कि स्थानीय प्रतिभाओं को मंच देगा और लोगों को अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ने में अहम भूमिका निभाएगा.” इस अवसर पर उन्होंने राष्ट्र निर्माण और सामाजिक विकास में उल्लेखनीय योगदान देने वाले विशिष्ट पूर्व सैनिकों को ‘Veterans Achievement Award' से सम्मानित भी किया.
केदारनाथ में टला बड़ा हादसा, हाईवे पर करानी पड़ी हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग, देखें वीडियो
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केदारनाथ में टला बड़ा हादसा, हाईवे पर करानी पड़ी हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग, देखें वीडियो
बताया जा रहा है कि इस हेलीकॉप्टर में पायलट समेत कुल छह लोग सवार थे. इमरजेंसी लैंडिंग के दौरान पायलट को मामूली चोटें आई हैं. जबकि अन्य सभी लोग सुरक्षित हैं.
केदारनाथ:उत्तराखंड के केदारनाथ में शनिवार को एक बार बड़ा हादसा होने से बच गया. दरअसल, यहां एक हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराबी के कारण उसकी इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी. ये इमरजेंसी लैंडिंग राष्ट्रीय राजमार्ग पर कराई गई है. बताया जा रहा है कि इस हेलीकॉप्टर ने बडासू हैली पैड से केदारनाथ के लिए उड़ान भरी थी. इसमें पायलट समेत कुल छह लोग सवार थे. हादसे में पायलट को हल्की चोटें आई हैं. जबकि अन्य सभी लोग पूरी तरह से सुरक्षित हैं. सूत्रों के अनुसार इस हादसे की अहम वजह मानकों की अनदेखी को बताया जा रहा है. हालांकि, इसे लेकर अभी जांच चल रही है.
आपको बता दें कि पिछले महीने केदारनाथ में लैंडिंग के दौरान एक हेलीकॉप्टर का पिछला हिस्सा टूट गया था. गनीमत ये रही थी कि हेलीकॉप्टर में सवार सभी यात्रियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा था. सभी पूरी तरह सुरक्षित थे. जानकारी के मुताबिक जिस हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई थी वह ऋषिकेश एम्स का था, जो कि मरीज को लेने केदारनाथ पहुंचा था. लेकिन हेलीपैड से करीब 20 किमी. पहले इसकी इमरजेंसी लैडिंग करवानी पड़ी, उसी दौरान विमान अनियंत्रित होकर गिर पड़ा और इसके पीछे का हिस्सा टूट गया.
हरिद्वार जमीन घोटाला में बड़ी कार्रवाई, दो IAS और एक PCS अधिकारी सस्पेंड
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हरिद्वार जमीन घोटाला में बड़ी कार्रवाई, दो IAS और एक PCS अधिकारी सस्पेंड
हरिद्वार जमीन घोटाले में कड़ी कार्रवाई करते हुए दो आईएएस और एक पीसीएस सहित सात और अधिकारियों को निलंबित कर दिया.
उत्तराखंड सरकार की तरफ से हरिद्वार के जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह और हरिद्वार नगर निगम के नगर आयुक्त वरुण चौधरी को निलंबित कर दिया है. इसके अलावा पीसीएस अधिकारी अजय वीर को भी निलंबित किया गया है. दरअसल, जमीन खरीदने में इन अफसर ने अनदेखी और लापरवाही की थी. अधिकारियों ने यहां बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर इस मामले में अब तक 10 अधिकारियों को निलंबित किया जा चुका है, जबकि दो कार्मिकों का सेवा विस्तार समाप्त कर दिया गया है.
क्या था मामला ?
नगर निगम हरिद्वार में ज़मीन ख़रीद घोटाला
19 सितंबर से शुरू होकर जमीन खरीद की कागजी प्रक्रिया 26 अक्टूबर को समाप्त हो गई
नवंबर माह में तीन अलग अलग तारीखों में, अलग-अलग लोगों से 33-34 बीघा जमीन खरीद ली गई
जमीन को नगर निगम ने 53.70 करोड़ ₹ में खरीदी
खरीद की प्रक्रिया के दौरान ही भूमि की श्रेणी में बदलाव का खेल हुआ
श्रेणी बदलने से 13 करोड़ की जमीन 53 करोड़ की हो गई
श्रेणी बदलने के लिए 143 की प्रक्रिया तीन अक्टूबर से शुरू होकर 21 अक्टूबर को ख़त्म हो गई.
श्रेणी बदलने का यह समय भूमि खरीद की प्रक्रिया के दौरान का है
आवेदन की तिथि से परवाना अमलदरामद होने तक मात्र सत्रह दिन में तत्कालीन एसडीएम अजय वीर सिंह ने सारा काम निपटा दिया. एसडीएम कोर्ट में एक अक्टूबर से जो मिश्लबंद बनता है. उसने चढ़ाने के बजाय नया मिश्लबंद (राजस्व वादों की पंजिका) बना दिया.
नियमों को किया गया दरकिनारहरिद्वार नगर निगम द्वारा सराय गांव में कूड़े के ढेर के पास स्थित 2.30 हेक्टेअर अनुपयुक्त और सस्ती कृषि जमीन का भू उपयोग परिवर्तित कर उसे बाजार भाव से साढ़े तीन गुने से अधिक मंहगे दामों पर 54 करोड़ रु में खरीदे जाने का मामला सामने आने के बाद प्रदेश भर में हलचल मच गयी थी. जांच में पाया गया कि इस भूमि की न तो वास्तविक आवश्यकता थी और न ही पारदर्शी बोली प्रक्रिया अपनाई गई. इसके अलावा, भूमि खरीद में शासन के स्पष्ट नियमों को दरकिनार कर संदेहास्पद तरीके से सौदा किया गया.
CM धामी ने दिए थे जांच के आदेशहरिद्वार नगर निगम के नगर आयुक्त द्वारा की गयी जांच में प्रथम दृष्टया गंभीर अनियमितताएं मिलीं थीं. इसके बाद इसका संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसकी जांच प्रदेश के गन्ना और चीनी सचिव रणवीर सिंह चौहान को सौंपी जिन्होंने 29 मई को अपनी रिपोर्ट सौंप दी. जांच रिपोर्ट के मिलते ही मुख्यमंत्री ने कार्मिक विभाग को दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए जिसके बाद सभी सात आरोपी अधिकारियों को निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए गए .मंगलवार को निलंबित होने वाले इन अधिकारियों में कर्मेंद्र सिंह, वरूण चौधरी और तत्कालीन उपजिलाधिकारी अजयवीर सिंह के अलावा वरिष्ठ वित्त अधिकारी निकिता बिष्ट, वरिष्ठ वैयक्तिक सहायक विक्की, हरिद्वार तहसील के रजिस्ट्रार कानूनगो राजेश कुमार, हरिद्वार तहसील के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी कमलदास शामिल हैं .
इससे पहले, इस प्रकरण में हरिद्वार नगर निगम में प्रभारी अधिशासी अभियंता आनंद कुमार मिश्रवाण, कर एवं राजस्व अधीक्षक लक्ष्मीकांत भट्ट, अवर अभियंता दिनेश चंद कांडपाल को पहले ही निलंबित कर दिया गया था जबकि प्रभारी सहायक नगर आयुक्त रविंद्र कुमार दयाल और संपत्ति लिपिक का सेवा विस्तार समाप्त कर दिया गया .
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पहले दिन से ही उनकी सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि उत्तराखंड में ‘पद' नहीं, ‘कर्तव्य' और ‘जवाबदेही' महत्वपूर्ण हैं. उन्होंने कहा, ‘‘ चाहे व्यक्ति कितना भी वरिष्ठ हो, अगर वह जनहित और नियमों की अवहेलना करेगा, तो कार्रवाई निश्चित है . हम उत्तराखंड में भ्रष्टाचार मुक्त नई कार्य संस्कृति विकसित करना चाहते हैं. सभी लोक सेवकों को इसके मानकों पर खरा उतरना होगा.''
शहरी विकास विभाग ने प्रारंभिक जांच के लिए आईएएस रणवीर सिंह चौहान को जांच अधिकारी बनाया था. जांच अधिकारी ने अपनी जांच में हरिद्वार के जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह जो नगर निगम के प्रशासन भी थे, उनको अपने पदीय दायित्वों की अनदेखी करने, प्रशासक के रूप में भूमि की अनुमति प्रदान करते हुए निर्धारित प्रक्रिया का पालन नहीं करने और नगर निगम के हितों को ध्यान में नहीं रखने, शासनादेशों की अनदेखी करने एवं नगर निगम अधिनियम 1959 की सुसंगत धाराओं का उल्लंघन करने का प्रथम दृष्टया उत्तरदायी पाया है. गंभीर आरोपों को लेकर उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है. इसके साथ ही राज्यपाल की ओर से आईएएस कर्मेंद्र सिंह के खिलाफ अनुशासनिक/कार्रवाई करने की स्वीकृति भी दे दी गई है.
रुद्रप्रयाग में उड़ी छत, बह गईं स्कूटी-बाइकें आंधी-तूफान और तेज बारिश से बुरा हाल
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रुद्रप्रयाग में उड़ी छत, बह गईं स्कूटी-बाइकें आंधी-तूफान और तेज बारिश से बुरा हाल
रुद्रप्रयाग में शुक्रवार रात आए आंधी-तूफान और भारी बारिश (Uttarakhand Rain) से लोगों को काफी नुकसान हुआ है. कई वाहन गदेरे में मलबे के साथ बह गए. वहीं कई घरों को भी नुकसान पहुंचा है.
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में मौसम (Uttarakhand Weather) का कहर देखने को मिल रहा है. शुक्रवार रात आए आंधी-तूफान और मूसलाधार बारिश से रुद्रप्रयाग के लोगों का बुरा हाल है. तेज बारिश (Rudraprayag Rain) की वजह से बरसाती नाले उफान पर आ गए हैं. अगस्त्यमुनि में विजयनगर गदेरा में उफान देखा जा रहा है. इस वजह से गदेरे के किनारे खड़ी करीब एक दर्जन से ज्यादा स्कूटी और बाइकें मलबे की चपेट में आकर पानी में बह गईं.
तेज बारिश की वजह से रुद्रप्रयाग जिले के दरमोला गांव में भी भारी नुकसान हुआ है. कहीं टिन शेड उड़ गए तो कहीं कीमती सामान पानी में बह गया.
शुक्रवार रात आए तेज आंधी-तूफान की वजह से कई घरों और गौशाला की उड़ी छत भी उड़ गई. मौसम के तेवर अभी भी तल्ख बने हुए हैं. उत्तराखंड के ज्यादातर जिलों में आज भी बारिश का अलर्ट है.
रुद्रप्रयाग,पौड़ी और नैनीताल जैसे पहाड़ी इलाकों में अंधड़ के साथ तेज बारिश और बिजली चमकने का ऑरेंज अलर्ट मौसम विभाग ने जारी किया है. तेज हवाओं के साथ बारिश ओलावृष्टि और बिजली चमकने की संभावना जताई जा रही है.
शुक्रवार को रुद्रप्रयाग में आए आंधी-तूफान और भारी बारिश से लोगों को काफी नुकसान हुआ है. कई वाहन गदेरे में मलबे के साथ बह गए. वहीं कई घरों को भी नुकसान पहुंचा है. लोग अपने-अपने नुकसान का आकलन कर रहे हैं.
मौसम विभाग के मुताबिक, शनिवार को देहरादून में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे. शाम होते-होते कुछ जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. साथ ही कुछ जगहों पर 40-50 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चल सकती है.
उत्तराखंड में क्यों गर्मी में आ रही आंधी-बारिश? आखिर क्या है मौसम की मेहरबानी जाने
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उत्तराखंड में क्यों गर्मी में आ रही आंधी-बारिश? आखिर क्या है मौसम की मेहरबानी जाने
उत्तराखंड मौसम विज्ञान केंद्र के निर्देशक विक्रम सिंह ने बताया है कि 30 मई तक राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है, और हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी रहेगा. इसके अलावा, तेज हवाओं के साथ ओलावृष्टि और गरज के साथ पानी की बौछार भी हो सकती है.
मौसम में बदलाव के कारण दिल्ली और उत्तराखंड में गर्मी कम हो गई है और बारिश व तेज हवाओं ने दस्तक दी है. हालांकि लोगों को गर्मी से राहत मिली है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि यह बदलाव आने वाले भविष्य के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं. मौसम में बदलाव के कारणों में साइक्लोनिक सर्कुलेशन और नमी की अधिकता शामिल हो सकती है. दिल्ली, नोएडा और उत्तरकाशी में बारिश और आंधी ने भारी तबाही मचाई है, जबकि मानसून अभी तक नहीं आया है. भारतीय मौसम विभाग ने 27 मई को मानसून आने की भविष्यवाणी की है, लेकिन गर्मियों के महीने में ही बारिश और तेज हवाएं चलने से ऐसा लग रहा है कि मानसून पहले ही आ चुका है.
मई का महीना आमतौर पर भीषण गर्मी के लिए जाना जाता है. लेकिन इस साल तापमान 35 से 39 डिग्री सेल्सियस के बीच ही रहा है, जो पिछले सालों से काफी अलग है. पिछले साल मई में तापमान अक्सर 40 डिग्री सेल्सियस के पार चला जाता था. उत्तराखंड मौसम विज्ञान केंद्र के निर्देशक विक्रम सिंह के अनुसार, उत्तराखंड में मई में 65% अधिक बारिश दर्ज की गई है. मौसम विभाग का अनुमान है कि 30 मई तक देश में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा.
उत्तराखंड मौसम विज्ञान केंद्र के निर्देशक विक्रम सिंह ने बताया है कि 30 मई तक राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है, और हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी रहेगा. इसके अलावा, तेज हवाओं के साथ ओलावृष्टि और गरज के साथ पानी की बौछार भी हो सकती है. हालांकि, तापमान में ज्यादा वृद्धि की संभावना नहीं है.
इस बारिश से किसानों को राहत मिली है, लेकिन तेज हवाओं ने मैदानी क्षेत्रों में बागवानी की फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है. किसानों को अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने की सलाह दी गई है. मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें लोगों को सतर्क रहने की अपील की गई है.
पर्यावरण विद् और प्रोफेसर एसपी सती ने बताया है कि मौसमी चक्र में लगातार बदलाव आ रहे हैं, जिसके कारण मई के महीने में बारिश और तेज हवाएं चल रही हैं. उन्होंने कहा कि 20 साल पहले मौसम की स्थिति अलग थी. लेकिन अब पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में बदलाव आ रहा है. पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मई के महीने में बारिश, ओलावृष्टि और तेज हवाएं चल रही हैं. प्रोफेसर सती ने कहा कि यह बदलाव पर्यावरण के लिए चिंताजनक है और इसके कारणों को समझने की आवश्यकता है.
शिव भक्तों के लिए खुशखबरी! 5 साल बाद शुरू हो रही कैलाश मानसरोवर यात्रा श्रद्धालुओं का सिलेक्शन
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शिव भक्तों के लिए खुशखबरी! 5 साल बाद शुरू हो रही कैलाश मानसरोवर यात्रा श्रद्धालुओं का सिलेक्शन
राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा कि वे लोग कैलाश मानसरोवर यात्रा के दौरान एक-दूसरे का ख्याल रखें और पर्यावरण की स्वच्छता पर जरूर ध्यान दें.
कैलाश मानसरोवर यात्रा 5 साल के लंबे इंतजार के बाद जून में फिर शुरू (Kailash Mansarovar Yatra) होने जा रही है, जो कि अगस्त तक चलेगी. आज इस यात्रा के लिए रजिस्टर्ड श्रद्धालुओं के सिलेक्शन के लिए कम्प्यूटरीकृत ड्रा निकाला गया. श्रद्धालुओं का सिलेक्शन फेयर, कंप्यूटर जनरेटेड रेंडम जेंडर बैलेंस्ड सलेक्शन सिस्टम के तहत किया गया. विदेश और पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने श्रद्धालुओं का ड्रा निकाला. बता दें कि भारत-चीन के बीच सीमा तनाव और कोरोना महामारी की वजह से यात्रा 2020 में बंद कर दी गई थी.
5561 लोगों ने कराया था रजिस्ट्रेशन
बता दें कि इस साल कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए 5561 आवेदकों ने सफलतापूर्वक ऑनलाइन रजिट्र्रेशन कराया था, जिसमें 4024 पुरुष और 1537 महिलाएं शामिल थीं. प्रति बैच 2 एलओ समेत कुल 750 चयनित यात्री, 50 यात्रियों के 5 बैच में लिपुलेख रास्ते से और 50 यात्रियों के 10 बैच नाथू ला रास्ते से कैलाश मानसरोवर जाएंगे. दोनों रास्ते अब पूरी तरह से मोटरेबल हैं. इसमें ट्रैकिंग बहुत ही कम है. रास्तों और बैच की जानकारी यात्रा वेबसाइट पर उपलब्ध है.
यात्री एक दूसरे का ख्याल रखें, पर्यावरण पर भी ध्यान दें
राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने अपने संबोधन में यात्रियों की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करते हुए यात्रा को और ज्यादा सुलभ और प्रक्रिया को और ज्यादा पारदर्शी बनाने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का जिक्र किया. उन्होंने यात्रियों से अपील करते हुए कहा कि वे लोग यात्रा के दौरान एक-दूसरे का ख्याल रखें और पर्यावरण की स्वच्छता को जरूर ध्यान में रखें, यानी कि गंदगी न फैलाएं. साथ ही विनम्रता और सावधानीपूर्वक तीर्थयात्रा करें.
दिल्ली में गर्मी तो गुवाहाटी में बाढ़ का कहर, केदारनाथ में भी बिगड़ रहा मौसम
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दिल्ली में गर्मी तो गुवाहाटी में बाढ़ का कहर, केदारनाथ में भी बिगड़ रहा मौसम
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने लगातार हो रही भारी बारिश के कारण वायनाड सहित उत्तरी केरल के चार जिलों के लिए मंगलवार को ‘रेड अलर्ट’ जारी किया. राज्य के उत्तरी हिस्से के विभिन्न क्षेत्रों में भारी वर्षा जारी है. अधिकारियों के अनुसार, कई शहरी केंद्रों में व्यापक जलभराव की सूचना मिली है, जिससे उत्तर केरल में दैनिक जीवन और परिवहन पर काफी असर पड़ा है.
दिल्ली-एनसीआर समेत लगभग पूरे उत्तर भारत के ज्यादातर इलाकों में इस समय गर्मी का जोरदार सितम देखने को मिल रहा है. वहीं गुवाहाटी में तेज बारिश की वजह से आई बाढ़ ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है. एक तरफ देश की राजधानी दिल्ली में पारा 41 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच चुका है. जबकि मुंबई और गोवा में खराब होता मौसम लोगों की परेशानियां बढ़ाता जा रहा है. जबकि केदारनाथ में खराब मौसम का असर भक्तों की यात्रा पड़ता दिख रहा है. उत्तर भारत के ज्यादा इलाकों में लगातार बढ़ती जा रही उमस ने लोगों की हालत खराब कर दी है. सड़कों पर दिखे लोग पसीने से तर-ब-तर नजर आ रहे हैं. ऐसी गर्मी में लोगों के घरों के कूलर और फैन भी पूरी स्पीड पर फर्राट भरते हुए हांफ जा रहे हैं. हालांकि जैसे-जैसे महीना खत्म होगा वैसे ही गर्मी का असल कहर दिखना शुरू हो जाएगा. यहां जानिए दिल्ली, केदारनाथ, देहरादून और गुवाहाटी में मौसम क्या कहर ढहाएगा.
दिल्ली में चिलचिलाती गर्मी से कब राहत
हालांकि, इस बीच एक राहत की बात ये है कि दिल्ली को अगले तीन दिनों में जरूर गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है. दिल्ली-एनसीआर में मौसम विभाग ने आंधी और बारिश का पूर्वानुमान जारी है. IMD के मुताबिक 25 मई तक दिल्ली में बहुत हल्की से हल्की बारिश और गरज के साथ 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना जताई गई है. इस दौरान हवा की गति 50-60 किमी प्रति घंटे तक भी पहुंच सकती है, जिसके साथ धूल भरी आंधी चलने की भी संभावना है. इस बीच एक और बड़ी राहत की बात ये है कि अगले सात दिनों तक लू चलने की कोई संभावना नहीं है.
दिल्ली के मौसम का क्या हाल -
21 मई: न्यूनतम 28.0°C, अधिकतम 38.0°C, गरज के साथ बारिश
22 मई: न्यूनतम 27.0°C, अधिकतम 38.0°C, गरज के साथ बारिश
23 मई: न्यूनतम 28.0°C, अधिकतम 38.0°C, आंशिक रूप से बादल
24 मई: न्यूनतम 28.0°C, अधिकतम 38.0°C, आंशिक रूप से बादल
25 मई: न्यूनतम 27.0°C, अधिकतम 38.0°C, आंशिक रूप से बादल
26 मई: न्यूनतम 28.0°C, अधिकतम 38.0°C, आंशिक रूप से बादल
21 और 22 मई को गरज के साथ बारिश और धूल भरी हवाओं की संभावना
देहरादून, केदारनाथ के मौसम का हाल
उत्तराखंड में तेज हवाएं चलने के साथ कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश होने की गुंजाइश है. पहाड़ी इलाकों के लिए मौसम विभाग की तरफ से येलो अलर्ट जारी किया है, वहीं मैदानी इलाकों में उमसभरी गर्मी लोगों को परेशान करेगी. देहरादून में लोगों की सुबह की शुरुआत गरज- चमक के साथ बारिश होने से हुई है. 24 मई तक प्रदेश में मौसम में इसी तरह का बदलाव दिखाई देता रहेगा. केदारनाथ यात्रा पर जा रहे लोगों के लिए मौसम चिंता का सबब बनता दिख रहा है. बारिश का येलो अलर्ट देखते हुए केदारनाथ धाम में यात्रियों की सुरक्षा के लिए एहतियात बरती जा रही है. केदारनाथ यात्रा शुरू होने के बाद से ही खराब का पैटर्न देखने को मिल रहा है, जो कि बाबा केदार के भक्तों के लिए अच्छी खबर नहीं है. दोपहर के बाद हल्की बारिश और ऊंची पहाड़ियों पर बर्फबारी से भी ठंड बढ़ रही है.
गुवाहाटी में बाढ़ का कहर
असम की राजधानी गुवाहाटी में सोमवार रात हुई तेज बारिश के बाद मंगलवार सुबह कई सड़कों और रिहायशी इलाकों में जलभराव हो गया जिससे यातायात बाधित हुआ और लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. शहर के कुछ इलाकों में लोगों को घुटनों तक पानी में चलते देखा गया जबकि कई इलाकों में पानी का स्तर सीने तक पहुंच गया. चिड़ियाघर रोड, नवीन नगर, हतीगांव, गणेशगुरी, गीता नगर, मालीगांव, हेदायतपुर, गुवाहाटी क्लब, उलुबारी, लाचित नगर, चांदमारी और पंजाबारी इलाकों में जलभराव की स्थिति देखी गई.
रातभर हुई बारिश के कारण जीएस रोड जोराबाट, तरुण नगर, जटिया, ज्योतिकुची, घोरामारा, वीआईपी रोड, रुक्मिणी गांव, सर्वे और छत्रीबाड़ी आदि इलाकों में भी जलभराव हो गया. शहर के कई स्कूलों में परीक्षाएं हो रही थीं, लेकिन परिसर और रास्तों में पानी भर जाने के कारण मंगलवार सुबह स्कूल बंद कर दिये गये, अधिकांश स्कूल बसें भी नहीं चलीं. कई जगह वाहन पानी में फंस गए. एंबुलेंस भी जगह-जगह रुकी रहीं जिससे मरीजों को समय पर अस्पताल पहुंचाने में दिक्कत आई. गुवाहाटी के सैकड़ों घरों में बारिश का पानी जमा हो गया. साथ ही कई इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई. भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने अगले दो–तीन दिनों तक असम के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है.
गोवा में बारिश का ऑरेंज अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 20 से 22 मई तक गोवा के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसमें तटीय राज्य में बहुत भारी बारिश, बिजली गिरने और तेज़ हवाएँ चलने का अनुमान है. 23 और 24 मई तक मौसम खराब रहने की उम्मीद है, जिसके लिए येलो अलर्ट भी जारी किया गया है. IMD ने इस अवधि के दौरान मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त सलाह दी है. गोवा के मौसम में आ रही तब्दीली दक्षिण-पश्चिम मानसून के आने का संकेत दे है, आमतौर पर जिसकी केरल में शुरुआत 1 जून के आसपास से होती है.
गोवा में मौसम खराब होने और भारी बारिश की वजह से उड़ानों पर असर पड़ सकता है. इंडिगो एयरलाइंस ने एक ट्रैवल एडवाइजरी जारी करते हुए यात्रियों को सतर्क रहने की सलाह दी है. एडवाइजरी में कहा गया है कि खराब मौसम के कारण उड़ानों में देरी या रद्द होने की संभावना है. यात्रियों से अनुरोध किया गया है कि वे हवाई अड्डे के लिए निकलने से पहले अपनी उड़ान की स्थिति की जांच करें और अतिरिक्त यात्रा समय रखें, क्योंकि मौसम की स्थिति स्थानीय यातायात को भी प्रभावित कर सकती है।
केदारनाथ में एयर एंबुलेंस क्रैश, AIIMS ऋषिकेश का हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त
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एम्स ऋषिकेश की हेली एंबुलेंस सेवा का हेलीकॉप्टर केदारनाथ में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। बताया जा रहा है कि हेलीकॉप्टर का पिछला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था।
उत्तराखंड के केदारनाथ से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां एम्स ऋषिकेश की हेली एंबुलेंस सेवा का हेलीकॉप्टर केदारनाथ में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। बताया जा रहा है कि हेलीकॉप्टर का पिछला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था। इस वजह से यह हादसा हुआ है। हालांकि गनीमत रही कि इस हादसे में कोई भारी नुकसान नहीं है। हादसे के दौरान हेलीकॉप्टर में पांच यात्री सवार थे। फिलहाल इसमें सवार सभी यात्री सुरक्षित हैं। गढ़वाल के कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने इस घटना के बारे में जानकारी दी है।
तकनीकी खामी की वजह से हुआ हादसा
दरअसल, एम्स ऋषिकेश दूर दराज के यात्रियों के लिए एयर एंबुलेंस की सर्विस भी प्रदान करता है। इसी के तहत संचालित होने वाली हेली एंबुलेंस सेवा का एक हेलीकॉप्टर केदारनाथ के पास तकनीकी खामी होने के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया। अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक इस एयर एंबुलेंस में सवार सभी लोग सुरक्षित हैं। वहीं एम्स केे वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी संदीप कुमार सिंह ने बताया कि यह हेली एंबुलेंस केदारनाथ मरीज के लिए गई थी। लैंडिंग करते वक्त इसमें कुछ तकनीकी खामी आई। इस दौरान हेलीकॉप्टर को नुकसान पहुंचा है। इसका वीडियो भी सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि हेलीकॉप्टर का पिछला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है।
उत्तरकाशी में भी हादसा
बता दें कि पिछले सप्ताह भी उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री जा रहा निजी कंपनी का एक हेलीकॉप्टर गंगनानी के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में छह लोगों की मौत हो गई, जो हेलीकॉप्टर में सवार थे। वहीं एक श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हो गया था। अधिकारियों ने बताया कि हादसे की जांच विमान दुर्घटना अन्वेषण ब्यूरो द्वारा की जाएगी। वहीं एसडीआरएफ से मिली जानकारी के अनुसार, मरने वालों में हेलीकॉप्टर के पायलट के अलावा पांच अन्य महिलाएं हैं। दुर्घटना का शिकार हुए हेलीकॉप्टर में कुल सात व्यक्ति सवार थे। हादसे की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन, पुलिस तथा एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंची और राहत एवं बचाव अभियान चलाया गया।