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पंजाब में 31 जुलाई को सरकारी छुट्टी घोषित, जाने क्यों लिया गया यह फैसला

पंजाब सरकार ने स्वतंत्रता सेनानी उधम सिंह के शहीदी दिवस 31 जुलाई पर राजपत्रित अवकाश घोषित किया है। मंत्री और आप के प्रदेश अध्यक्ष अमन अरोड़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पटियाला-भवानीगढ़ सड़क खंड - जो एक राष्ट्रीय राजमार्ग है - का नाम उधम सिंह के नाम पर रखने के लिए केंद्र को एक पत्र लिखा है। पंजाब सरकार ने 31 जुलाई को स्वतंत्रता सेनानी उधम सिंह के शहीदी दिवस पर राजपत्रित अवकाश घोषित किया है। पंजाब के मंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के प्रदेश अध्यक्ष अमन अरोड़ा ने मंगलवार को यहां पत्रकारों से कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पटियाला-भवानीगढ़ सड़क मार्ग का नाम उधम सिंह के नाम पर रखने के लिए केंद्र को पत्र लिखा है। पटियाला-भवानीगढ़ मार्ग एक राष्ट्रीय राजमार्ग है। 31 जुलाई को पंजाब में राजपत्रित अवकाश घोषित  मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा कि शहीद उधम सिंह के शहीदी दिवस 31 जुलाई को पंजाब सरकार ने राजपत्रित अवकाश घोषित किया है। पंजाब सरकार के सभी कार्यालय, बोर्ड और निगम इसे राजपत्रित अवकाश के रूप में मनाएंगे। उन्होंने कहा कि भवानीगढ़-सुनाम-भीखी-कोट शमीर सड़क का नाम शहीद उधम सिंह के नाम पर रखा गया है और पटियाला-भवानीगढ़ सड़क का नाम भी शहीद उधम सिंह के नाम पर रखने के प्रयास किए जा रहे हैं। शहीदी दिवस पर होंगे कार्यक्रम अरोड़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री इस मामले को केंद्र सरकार के समक्ष उठा रहे हैं। अरोड़ा ने कहा कि आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री मान स्वतंत्रता सेनानी उधम सिंह की जन्मस्थली सुनाम में आयोजित एक कार्यक्रम में उनके शहीदी दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस दिवस के उपलक्ष्य में सुनाम में एक राज्य स्तरीय समारोह आयोजित करेगी।  बता दें कि 1899 में जन्मे सरदार उधम सिंह को 1940 में लंदन में ओ'डायर की हत्या के लिए फांसी दे दी गई थी। उधम सिंह का यह विद्रोह तब से उपनिवेशवाद के प्रतिरोध का प्रतीक बन गया है। अमन अरोड़ा ने कहा कि यह निर्णय उधम सिंह की विरासत का सम्मान करता है, जिन्हें 1919 के जलियांवाला बाग हत्याकांड के प्रतिशोध में पंजाब के पूर्व लेफ्टिनेंट गवर्नर माइकल ओ'डायर की हत्या के लिए 31 जुलाई, 1940 को लंदन की पेंटनविले जेल में फांसी दे दी गई थी। उन्होंने आगे बताया कि पंजाब सरकार 31 जुलाई को उधम सिंह के जन्मस्थान, संगरूर जिले के सुनाम में एक राज्य स्तरीय समारोह आयोजित करेगी। 
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चंडीगढ़ फर्जी कॉल सेंटरों पर ईडी की बड़ी कार्यवाई

ईडी की जांच में एक कंपनी एफएसएएल टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड का नाम सामने आया है, जो अमेरिका में स्थित अपनी फर्जी कंपनी बायोस टेक के जरिए ग्राहकों को ठग रही थी. ईडी ने चंडीगढ़ ट्राइसिटी इलाके में आधी रात को कई फर्जी कॉल सेंटरों पर एक साथ छापेमारी की है. ये कॉल सेंटर विदेशी ग्राहकों को तकनीकी सहायता (टेक सपोर्ट) देने के नाम पर ठग रहे थे. जांच में सामने आया है कि ये कॉल सेंटर विदेशों में फर्जी कंपनियां बनाकर गेटवे के जरिए ठगी का पैसा मंगवाते थे और फिर उसे भारत में बैंकिंग चैनलों और हवाला के जरिए भेजते थे. ईडी की शुरुआती जांच में पाया गया कि ये कंपनियां अपनी वेबसाइट पर खुद को वेब डिजाइनिंग, इंटरनेट सर्विस और सॉफ्टवेयर सपोर्ट जैसी सेवाओं का विज्ञापन देती थीं, लेकिन इनमें किसी डायरेक्टर या टीम के सदस्यों की जानकारी नहीं होती थी. इतना ही नहीं, यहां काम करने वाले कर्मचारियों के पास बीपीओ या सॉफ्टवेयर का कोई विशेष ज्ञान भी नहीं था. एफएसएल टेक्नोलॉजी का खुलासा ईडी की जांच में एक कंपनी एफएसएएल टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड का नाम सामने आया है, जो अमेरिका में स्थित अपनी फर्जी कंपनी बायोस टेक के जरिए ग्राहकों को ठग रही थी. ये कंपनी माइक्रोसॉफ्ट, एचपी प्रिंटर्स HP प्रिंटर्स जैसे बड़े ब्रांड्स का नाम लेकर फर्जी टेक सपोर्ट सेवाएं देने का दावा करती थी. लेकिन पूछताछ में एफएसएएल के डायरेक्टर फैसल राशिद पीरजादा किसी भी प्रकार का अधिकृत एग्रीमेंट या लाइसेंस दिखाने में नाकाम रहे. FSAL कंपनी ने न सिर्फ Bios Tech की वेबसाइट का पूरा कंट्रोल भारत से रखा था, बल्कि वहां से आने वाली पेमेंट्स को भी खुद मॉनिटर करता था. यही नहीं, इसी नेटवर्क के तहत एक और फर्जी कंपनी बायोज वेब टेक भी चलाई जा रही थी, जिसका डायरेक्टर अर्शदीप है, जो फैसल का करीबी दोस्त है. कई कॉल ट्रांसक्रिप्ट जब्त किए ईडी ने सर्च के दौरान कई कॉल ट्रांसक्रिप्ट जब्त किए हैं जिनसे टेक फ्रॉड की पुष्टि हुई है. इतना ही नहीं, एफएसएएल टेक्नोलॉजी की वेबसाइट का आईपी एड्रेस geeksworldwidesolutions.com नाम की वेबसाइट को भी होस्ट कर रहा था, जो अमेरिका की प्रतिष्ठित कंपनी गीक स्क्वाड की कॉपी थी. ये सभी गतिविधियां बिना किसी कानूनी अनुमति के की जा रही थीं. साहू जैन का नेटवर्क भी बेनकाब इसी तरह, ईडी ने साहू जैन नाम के एक अन्य व्यक्ति की कंपनियों Terrasparq और Visionaire को भी टेक फ्रॉड में संलिप्त पाया है. इन कंपनियों का संचालन 2016 से हो रहा है और ये अमेरिका की कंपनी CTS Mobility (जो साहू जैन की बहन प्रिया के नाम पर है) को टेक सपोर्ट देने का दावा करती है. ईडी को साहू जैन के ईमेल और व्हाट्सएप चैट से ये जानकारी मिली कि उसने माइक्रोसॉफ्ट के नाम पर पॉपअप कॉल्स लिंक बनाकर अमेरिकी ग्राहकों के क्रेडिट कार्ड्स से फर्जी पेमेंट ली. वेबसाइट पर मोबाइल डिवाइस मैनेजमेंट, नेटवर्क सपोर्ट जैसी सेवाओं का दावा किया गया है, लेकिन हकीकत में इनका कोई ठोस आधार नहीं है. यहां तक कि वेबसाइट पर दिखाए गए ऑफिस की तस्वीरें भी झूठी हैं,  जिन्हें बड़े IT पार्क्स की तरह पेश किया गया है, जबकि असलियत कुछ और ही है. ईडी की जांच जारी ईडी की टीम ने इन सभी कंपनियों के ऑफिस से कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, दस्तावेज और बैंकिंग रिकॉर्ड जब्त किए हैं. शुरुआती जांच में करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की आशंका जताई जा रही है. फिलहाल मामले की गहराई से जांच जारी है और कई और खुलासे होने की संभावना है.
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पंजाब कैबिनेट ने ‘लैंड पूलिंग’ पॉलिसी में संशोधन को दी मंजूरी, सरकार नहीं छीनेगी किसी की जमीन

पंजाब मंत्रिमंडल ने मंगलवार को ‘लैंड पूलिंग’ नीति में संशोधन को मंजूरी दे दी तथा मुख्यमंत्री भगवंत मान ने योजना के खिलाफ कथित दुष्प्रचार करने के लिए विपक्षी दलों की आलोचना की। पंजाब मंत्रिमंडल ने मंगलवार को ‘लैंड पूलिंग’ नीति में संशोधन को मंजूरी दे दी तथा मुख्यमंत्री भगवंत मान ने योजना के खिलाफ कथित दुष्प्रचार करने के लिए विपक्षी दलों की आलोचना की। मान ने विपक्ष के इस आरोप का खंडन किया कि यह योजना किसानों से उनकी जमीन छीन लेगी और दावा किया कि कृषक समुदाय को यह नीति ‘पसंद’ आ रही है। पंजाब मंत्रिमंडल ने पिछले महीने ‘लैंड पूलिंग’ नीति को मंजूरी दी थी और तब कहा था कि भूमि मालिकों से एक गज भी जमीन जबरन अधिग्रहित नहीं की जाएगी। यहां कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता करने के बाद मान ने कहा कि विपक्षी दलों का यह दावा निराधार है कि भूमि को लेकर अधिसूचना जारी होने के बाद जमीन की रजिस्ट्री नहीं होगी। उन्होंने कहा, "उदाहरण के लिए, यदि 140 एकड़ भूमि पर शहरी संपदा विकसित की जानी है और 15 एकड़ भूमि के मालिक इसके लिए अपनी जमीन नहीं देते हैं तो इसका मतलब यह नहीं है कि किसान (जिनके पास 15 एकड़ जमीन है, वह) ऋण नहीं ले सकते या अपनी जमीन गिरवी नहीं रख सकते।" प्रति एकड़ कितना मुआवजा मिलेगा? मान ने कहा कि जब तक भूमि पर शहरी विकास कार्य शुरू नहीं हो जाता, तब तक ‘लैंड पूलिंग’ योजना का विकल्प चुनने वाले किसान उस पर खेती कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें प्रति एकड़ 50,000 रुपये का मुआवजा मिलेगा। सीएम ने कहा कि सरकार द्वारा भूमि पर कब्जा लेने के बाद किसानों को प्रति एकड़ एक लाख रुपये मिलेंगे। मान ने किसानों के सुझावों के बाद नीति में किए गए संशोधनों का जिक्र करते हुए कहा, "यदि भूमि विकास में एक वर्ष से अधिक समय लगता है, तो किसानों को हर साल (एक लाख रुपये की) राशि में 10% की वृद्धि मिलेगी।" 1 एकड़ जमीन के बदले में 1,000 वर्ग गज का आवासीय भूखंड मान ने ‘लैंड पूलिंग’ नीति को आम आदमी पार्टी की सरकार की ऐतिहासिक नीति बताया और कहा कि यह ऐसी नीति है जिसमें किसानों के साथ कोई अन्याय नहीं किया गया है। उन्होंने कहा, "बल्कि, वे (किसान) इस योजना के भागीदार बन रहे हैं। उन्हें यह नीति पसंद आ रही है।" राज्य सरकार ने पहले कहा था कि लैंड पूलिंग नीति के तहत, भूमि मालिक को एक एकड़ भूमि के बदले में 1,000 वर्ग गज का आवासीय भूखंड और पूरी तरह से विकसित भूमि में 200 वर्ग गज का व्यावसायिक भूखंड दिया जाएगा। प्लॉट नहीं लेना चाहे तो 600 वर्ग गज का अतिरिक्त आवासीय भूखंड  मान ने कहा कि यदि कोई किसान 200 वर्ग गज का व्यावसायिक प्लॉट नहीं लेना चाहता है तो उसे 600 वर्ग गज का अतिरिक्त आवासीय भूखंड दिया जाएगा। मुख्य सचिव के. ए. पी. सिन्हा ने कहा कि किसान आशय पत्र के आधार पर ऋण प्राप्त कर सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘किसानों को कोई वित्तीय नुकसान नहीं होगा।’’ विरोध कर रहे किसान संगठन ‘आप’ सरकार विपक्षी दलों की आलोचना का सामना कर रही है, जिन्होंने ‘लैंड पूलिंग’ नीति को किसानों की जमीन "लूटने" की एक "लूट" योजना करार दिया है। संयुक्त किसान मोर्चा समेत कई किसान संगठनों ने भी इस योजना का विरोध किया है। पिछले महीने नीति को मंजूरी देने के बाद मान ने कहा था कि इसे राज्य भर में पारदर्शी और योजनाबद्ध शहरी विकास को बढ़ावा देने के लिए तैयार किया गया है।
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पंजाब में नशा मुक्ति केंद्रों के नाम पर नशे का गोरखधंधा बेनकाब, ED की छापेमारी

ईडी की जांच में पता चला है कि डॉ.अमित बंसल और अन्य के खिलाफ पंजाब पुलिस की दर्ज एफआईआर के आधार पर शुरू हुई. चंडीगढ़: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पंजाब में नशा मुक्ति केंद्रों के नाम पर नशे का गोरखधंधा बेनकाब करने का मामला सामने आया है. ईडी ने कुल चार ठिकानों पर छापेमारी की है. ये केंद्र चंडीगढ़, लुधियाना, बरनाला और मुंबई में हैं.  ईडी ने ये कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के सिलसिले में की गई है. ये पूरा मामला ईडी के पंजाब के 22 प्राइवेट नशा मुक्ति केंद्रों में ड्रग्स की अवैध बिक्री से जुड़ी हुई है. ईडी की जांच में पता चला है कि डॉ.अमित बंसल और अन्य के खिलाफ पंजाब पुलिस की दर्ज एफआईआर के आधार पर शुरू हुई. बंसल पूरे पंजाब में 22 नशा मुक्ति केंद्र चलाते हैं. इन केंद्रों को BNX (बुप्रेनोर्फिन/नालोक्सोन) दवा केवल इलाज के लिए दी जाती है लेकिन इसे नशे के लिए गलत तरीके से इस्तेमाल किया जा रहा था.  ईडी को जांच में पता चला है कि डॉ. अमित बंसल ने इन केंद्रों के जरिए BNX दवाओं की अवैध बिक्री की. ड्रग इंस्पेक्टर रूपिंदर कौर, जिन्होंने अस्पतालों से दवाओं की चोरी से जुड़ी गलत रिपोर्ट तैयार करने में डॉ. बंसल की मदद की,उन्हें भी छापेमारी में शामिल किया गया. BNX दवा बनाने वाली रुसन फार्मा लिमिटेड पर भी ईडी ने छापा मारा है. ये कार्रवाई बताती है कि कैसे इलाज के नाम पर पंजाब में नशे का कारोबार फल-फूल रहा था. 
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सड़क पर भीख मांग रहे भिखारियों की होगी DNA जांच! जाने पंजाब सरकार ने क्यों लिया फैसला?

अधिकारियों ने बताया कि अगर कोई बच्चा किसी वयस्क के साथ भीख मांगता हुआ पाया जाता है तो उसके पारिवारिक संबंधों की पुष्टि के लिए डीएनए जांच करवाई जाएगी. सड़कों पर भीख मांगते बच्चे... आप किसी भी रेड लाइट पर रुके या किसी मंदिर-मस्जिद के बाहर जाए तो आपको बड़ी संख्या में बच्चे भीख मांगते नजर आते है. भारत की सड़कों पर भीख मांगते बच्चों की झुंड हर जगह मिल जाएगी. भीख मांगते इन बच्चों में कई तो बाल तस्करी के शिकार भी होते हैं. कई जगह भीख मांगने वालों का कई गिरोह भी इसमें शामिल होता है. भीख मागंने वाले इन बच्चों को दलदल से मुक्त कराने के लिए पंजाब सरकार ने एक अनोखी पहल शुरू की है. पंजाब सरकार ने बच्चों की तस्करी और भीख मांगने के लिए उनके शोषण पर रोक लगाने के उद्देश्य से सभी उपायुक्तों को निर्देश दिया कि वे सड़कों पर वयस्कों के साथ भीख मांगते पाए जाने वाले बच्चों की डीएनए जांच करवाएं ताकि उनके संबंधों की पुष्टि हो सके. पंजाब में भीख मांगते बच्चों की डीएनए जांच होगी अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी. सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री बलजीत कौर ने यह आदेश जारी किए. अधिकारियों ने बताया कि अगर कोई बच्चा किसी वयस्क के साथ भीख मांगता हुआ पाया जाता है तो उसके पारिवारिक संबंधों की पुष्टि के लिए डीएनए जांच करवाई जाएगी. उन्होंने बताया कि परिणाम आने तक बच्चा बाल कल्याण समितियों की देखरेख में बाल देखभाल संस्थान में रहेगा. बच्चे के संबंध की पुष्टि नहीं होने पर होगी कार्रवाई अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि अगर डीएनए जांच से यह पुष्टि होती है कि वयस्क और बच्चे का कोई संबंध नहीं है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी. ‘जीवनज्योत-2' परियोजना के तहत सामाजिक सुरक्षा निदेशालय (महिला एवं बाल विकास) द्वारा सभी उपायुक्तों को ये निर्देश जारी किए गए. एक अधिकारी ने बताया कि बाल कल्याण समितियां जिलों में ऐसे मामलों की पहचान करेंगी, जिनमें ऐसा प्रतीत होता हो कि किसी बच्चे को किसी वयस्क के साथ भीख मांगने के लिए मजबूर किया जा रहा है या फिर उनका रिश्ता संदिग्ध प्रतीत होता हो. अपने-अपने जिलों को भिखारी मुक्त घोषित करें उन्होंने बताया कि इसके बाद मामले उपायुक्तों के पास भेजे जाएंगे और वे डीएनए जांच कराने की सिफारिश करेंगे. कौर ने पिछले महीने सभी उपायुक्तों को निर्देश जारी किए थे कि वे अपने-अपने जिलों को ‘भिखारी-मुक्त' घोषित करें और इस संबंध में नियमित निगरानी सुनिश्चित करें.
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पंजाब अमृतसर के गोल्डन टेंपल को लगातार तीसरे दिन बम से उड़ाने की धमकी

पंजाब अमृतसर के गोल्डन टेंपल को लगातार तीसरे दिन बम से उड़ाने की धमकी SGPC के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने बताया कि दरबार साहिब के संबंध में लगातार मिल रही धमकियों आ रही हैं. बीते लंबे समय से मैं देख रहा हूं कि समूची मानवता को आस्था के केंद्र दरबार साहिब को समय समय पर, इस पर हमले भी हुए और नुकसान भी पहुंचाया जाता रहा है.  अमृतसर स्थित गोल्डन टेंपल को एक बार फिर बम से उड़ाने की धमकी मिली है. ये लगातार तीसरा दिन है जब इस तरह की फिर धमकी दी गई है. इस धमकी को लेकर  शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने पुलिस को इसकी शिकायत दी है. कमेटी ने पुलिस से पूरे मामले की जांच करके धमकी देने वालों पर तुरंत एक्शन लिए जाने की मांग की है. SGPC के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि दरबार साहिब के संबंध में लगातार मिल रही धमकियों आ रही हैं. बीते लंबे समय से मैं देख रहा हूं कि समूची मानवता को आस्था के केंद्र दरबार साहिब को समय समय पर, इस पर हमले भी हुए और नुकसान भी पहुंचाया जाता रहा है. 1984 में भी बहुत बड़ा नुकसान किया गया था. 14 जुलाई से लगातार धमकियां मिल रही हैं. 14 को पहली ईमेल आई जिसमें सचखंड श्री हरमंदिर साहिब प्रति कुछ बातें लिखी गई हमने तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी पुलिस इसके IP एड्रेस और सरवर पता करें.  आपको बता दें कि 15 जुलाई को एक और मेल आई थी. इस तरह का पहला मेल केरला के मुख्यमंत्री की फेक ईमेल आईडी से भेजी गई.दूसरी आईडी जस्टिस चंद्रचूड़ के नाम से इस्तेमाल की गई थी.  आज तीसरी मेल आई है इसमें ईमेल एड्रेस है आसिफ गफूर. SGPC के साथ साथ मुख्यमंत्री भगवंत मान के नाम पर भी मेल भेजी गई है पांचवीं मेल भी एसजीपीसी और मुख्यमंत्री को भेजी है. कुल पांच ईमेल भेजी गई हैं . पुलिस फिलहाल इस मामले की जांच कर रही है. 
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114 साल के एथलीट फौजा सिंह की जान लेने वाला निकला NRI, जालंधर पुलिस ने 30 घंटे में सुलझाई गुत्थी

114 साल के एथलीट फौजा सिंह की जान लेने वाला निकला NRI, जालंधर पुलिस ने 30 घंटे में सुलझाई गुत्थी जालंधर पुलिस ने 114 वर्षीय प्रसिद्ध धावक फौजा सिंह से जुड़े हिट एंड रन मामले को सुलझा लिया है। घटना में इस्तेमाल की गई फॉर्च्यूनर गाड़ी भी बरामद कर ली गई है। पंजाब की जालंधर पुलिस ने 114 वर्षीय प्रसिद्ध धावक फौजा सिंह से जुड़े हिट एंड रन मामले को महज 30 घंटे के भीतर सुलझा लिया है। मंगलवार देर रात पुलिस ने 30 वर्षीय एनआरआई अमृतपाल सिंह ढिल्लों को गिरफ्तार कर लिया और घटना में इस्तेमाल की गई फॉर्च्यूनर गाड़ी (PB 20 C 7100) को भी बरामद कर लिया है। गिरफ्तारी और पूछताछ आरोपी अमृतपाल सिंह ढिल्लों को देर रात थाना भोगपुर लाया गया, जहां उससे गहन पूछताछ शुरू की गई। ढिल्लों  जालंधर के करतारपुर स्थित दासूपुर गांव का निवासी है। आज उसे कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लेगी। किसके नाम से है कार? एसएसपी हरविंदर सिंह विर्क द्वारा बनाई गई टीम ने कुछ गाड़ियां लिस्ट आउट की थी। इनमें से एक फॉर्च्यूनर गाड़ी की पहचान मंगलवार देर शाम तक कर ली गई थी। मंगलवार देर शाम तक पुलिस को संदिग्ध फॉर्च्यूनर का नंबर स्पष्ट हो गया। नंबर से पता चला कि उक्त गाड़ी कपूरथला के अठौली गांव के रहने वाले वरिंदर सिंह पुत्र बलवीर सिंह के नाम पर पंजीकृत थी। कार मालिक से मिला सुराग इसके बाद जालंधर पुलिस की टीमें कपूरथला रवाना हुईं और वरिंदर सिंह तक पहुंचीं। वरिंदर सिंह से पूछताछ में पता चला कि कनाडा से आए एक एनआरआई, अमृतपाल सिंह ढिल्लों ने उनकी कार खरीदी थी। पुलिस को यह भी पता चला कि अमृतपाल के पिता का निधन हो चुका है, उसकी तीन बहनें हैं और उसकी मां कनाडा में रहती हैं। अमृतपाल खुद भी घटना से मात्र आठ दिन पहले ही कनाडा से लौटा था। आरोपी ने कबूला जुर्म प्राथमिक पूछताछ में अमृतपाल सिंह ढिल्लों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उसने पुलिस को बताया कि वह मुकेरिया साइड से अपना फोन बेचकर लौट रहा था। जब वह ब्यास पिंड के पास पहुंचा, तो एक बुजुर्ग व्यक्ति उसकी गाड़ी की चपेट में आ गया। अमृतपाल ने बताया कि उसे यह नहीं पता था कि जिस बुजुर्ग को उसने टक्कर मारी है, वे प्रसिद्ध धावक फौजा सिंह हैं। जब खबरें आनी शुरू हुईं, तो फौजा सिंह की मौत के बारे में पता चला।
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पंजाब धर्मग्रंथों की बेअदबी के लिए आजीवन कारावास की सजा वाला विधेयक विधानसभा की प्रवर समिति को भेजा गया

पंजाब धर्मग्रंथों की बेअदबी के लिए आजीवन कारावास की सजा वाला विधेयक विधानसभा की प्रवर समिति को भेजा गया मुख्यमंत्री मान ने सोमवार को सदन में बेअदबी रोधी विधेयक पेश किया था जिसमें कहा गया था कि धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी में शामिल लोगों के लिए कड़ी सजा होनी चाहिए। धर्मग्रंथों की बेअदबी के लिए आजीवन कारावास तक की सजा के प्रस्ताव वाला एक विधेयक मंगलवार को पंजाब विधानसभा की प्रवर समिति के पास भेज दिया गया ताकि वह प्रस्तावित कानून पर जनता की राय ले सके। विधानसभा के विशेष सत्र के समापन के दिन विधानसभाध्यक्ष कुलतार सिंह संधवान ने कहा कि समिति छह महीने के भीतर विधेयक पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। यह कदम मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा पंजाब पवित्र धर्मग्रंथों के विरुद्ध अपराधों की रोकथाम विधेयक, 2025 को विधानसभा की उस समिति को भेजने का प्रस्ताव रखने के बाद उठाया गया, जिसमें सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि शामिल हो सकते हैं, ताकि वह जनता और धार्मिक संस्थाओं की राय ले सके।  सीएम भगवंत मान ने कही ये बात सीएम भगवंत मान ने कहा कि पवित्र धार्मिक ग्रंथों के खिलाफ अपराधों की रोकथाम बिल को कानून का रूप देने से पहले सिलेक्ट कमेटी का गठन करके इसे लोगों के सुझावों के लिए भेजने का प्रस्ताव पेश किया। सभी धार्मिक संगठनों और लोगों की राय के बाद ही इसे पास किया जाएगा। हम अपने पवित्र ग्रंथों से समग्र मानवता की सेवा और आपस में मिलकर रहने की शिक्षा लेते हैं। हमें हर एक धर्म से आपस में मिलकर और मानवता को प्रेम करने का उद्देश्य मिलता है। हम यही प्रार्थना करते हैं कि पंजाब में आपसी भाईचारा बना रहे। सीएम ने विपक्ष की आलोचना की मुख्यमंत्री ने कहा कि बड़ी अफ़सोस की बात है कि पिछली सरकारों के हाकिमों ने ऐसे हालात पैदा कर दिए कि कुल मानवता की रक्षा करने वाले ग्रंथों की सुरक्षा के लिए हमें कानून बनाने पड़ रहे हैं। पर यह हमारा फ़र्ज़ है कि हम पंजाब में भाईचारे की साझ को बनाए रखने के लिए शरारती तत्वों को कड़ी सजा दें। हम अपने पवित्र ग्रंथों को शब्द गुरु के रूप में मानते हैं, जिनसे शिक्षा लेकर हमारे अंदर मानवता की सेवा करने की भावना प्रकट होती है। अगर कोई बेअदबी करके हमारे शब्द गुरु को हमसे छीनने की कोशिश करेगा, हम उसे माफ़ नहीं करेंगे। अपराधी को मिसाली सज़ा दी जाएगी। जब तक बेअदबी करने वाले को मिसाली सज़ा नहीं मिलती, यह काम रुकने वाला नहीं। इस कानून के तहत दोषी को सख़्त से सख़्त सज़ा देंगे।
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अमृतसर के गोल्डन टेंपल को RDX से उड़ाने की धमकी, ई-मेल मिलते ही मची सनसनी

अमृतसर में स्थित स्वर्ण मंदिर को RDX से उड़ाने की धमकी मिली है। SGPC के सदस्य कुलवंत सिंह मनन ने बताया कि ईमेल में RDX से उड़ाने की बात लिखी गई थी। उसमें समय भी लिखा है और सतर्क रहने को कहा गया है। पंजाब के अमृतसर में स्थित स्वर्ण मंदिर के लंगर हॉल को RDX से उड़ाने की धमकी मिली है। स्वर्ण मंदिर को हरमंदिर साहिब के नाम से भी जाना जाता है। इस बारे में हरमंदिर साहिब की प्रबंधक कमेटी ने पुलिस को शिकायत दी है। सोमवार को अज्ञात व्यक्ति ने ईमेल के जरिए धमकी दी है जिसमें कहा गया है कि RDX रखा हैं उड़ा देंगे।   सिख धर्म का सबसे पवित्र गुरुद्वारा है दरबार साहिब बता दें कि हरमंदिर साहिब, जिसे स्वर्ण मंदिर या दरबार साहिब भी कहा जाता है, सिख धर्म का सबसे पवित्र गुरुद्वारा है। यह मंदिर सिख धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है और दुनिया भर से लोग यहां आते हैं। शुरुआती जांच में लग रहा है कि किसी की तरफ से जानबूझकर दहशत फैलाने के लिए यह ईमेल भेजा गया है। एस.जी.पी.सी के प्रधान हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि इस मामले में जांच पड़ताल की जा रही है।  स्वर्ण मंदिर के अंदर टास्क फोर्स और बाहर पुलिस तैनात धमकी के मिलने के बाद स्वर्ण मंदिर के अंदर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) की टास्क फोर्स और बाहर पुलिस तैनात की गई है। SGPC के सदस्य कुलवंत सिंह मनन ने पुष्टि की है कि धमकी भरा ईमेल सोमवार को मिला। उन्होंने बताया कि ईमेल में RDX से उड़ाने की बात लिखी गई थी। उसमें समय भी लिखा है और सतर्क रहने को कहा गया है। ऐसा लगा रहा है जैसे डर और भ्रम फैलाने के लिए ऐसा किया गया है। पुलिस कमिश्नर ने क्या कहा? धमकी मिलने के बाद अमृतसर के पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने कहा कि दक्षिण के राज्य से यह मेल एसजीपीसी को भेजी गई और एसजीपीसी की शिकायत के बाद केस दर्ज कर लिया गया है। जांच की जा रही है और साथ ही सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है और जल्द ही इस मामले को हल कर लिया जाएगा। उन्होंने न्यूज एजेंसी ANI को बताया कि हम स्टेट साइबर क्राइम और दूसरी एजेंसियों की मदद ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम इस केस को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं। किसी तरह से घबराने की जरूरत नहीं है।
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'वे एक बेहतरीन एथलीट थे' PM मोदी ने धावक फौजा सिंह के निधन पर जताया दुख

'वे एक बेहतरीन एथलीट थे' PM मोदी ने धावक फौजा सिंह के निधन पर जताया दुख विश्व प्रसिद्ध एथलीट और सबसे उम्रदराज मैराथन धावक फौजा सिंह का सड़क हादसे में निधन हो गया था. 114 वर्षीय फौजा सिंह सोमवार सुबह सैर पर गए थे, तभी एक तेज रफ्तार कार ने उन्हें टक्कर मार दी. हादसे के बाद कार चालक मौके से फरार हो गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को सबसे उम्रदराज मैराथन धावक फौजा सिंह के निधन पर दुख जताया. पीएम मोदी ने कहा कि मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और दुनिया भर में उनके अनगिनत प्रशंसकों के साथ हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "फौजा सिंह एक असाधारण व्यक्ति थे. उन्होंने अपने खास व्यक्तित्व और फिटनेस जैसे महत्वपूर्ण विषय को लेकर भारत के युवाओं को प्रेरित किया. वे अद्भुत दृढ़ संकल्प वाले एक उत्कृष्ट एथलीट थे. उनके निधन से बहुत दुख हुआ. मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और दुनियाभर में मौजूद उनके अनगिनत प्रशंसकों के साथ हैं." विश्व प्रसिद्ध एथलीट और सबसे उम्रदराज मैराथन धावक फौजा सिंह का सड़क हादसे में निधन हो गया था. 114 वर्षीय फौजा सिंह सोमवार सुबह सैर पर गए थे, तभी एक तेज रफ्तार कार ने उन्हें टक्कर मार दी. हादसे के बाद कार चालक मौके से फरार हो गया. गंभीर रूप से घायल फौजा सिंह को तुरंत जालंधर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.  हादसे की सूचना मिलते ही जालंधर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया और फरार चालक की तलाश के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ-साथ प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ भी की. फौजा सिंह का जन्म 1 अप्रैल 1911 को पंजाब के जालंधर स्थित ब्यास पिंड में हुआ था. चार भाई-बहनों में सबसे छोटे फौजा बचपन में शारीरिक रूप से कमजोर थे और पांच साल की उम्र तक चल नहीं पाते थे, लेकिन उन्होंने असाधारण इच्छाशक्ति से इस कमी को अपनी ताकत बनाया. बचपन से ही दौड़ने का शौक रखने वाले फौजा पर 1947 के भारत-पाकिस्तान विभाजन ने गहरा प्रभाव डाला. उन्होंने 100 वर्ष की आयु में साल 2011 में टोरंटो मैराथन को 8 घंटे, 11 मिनट और 6 सेकंड में पूरा कर विश्व रिकॉर्ड बनाया. वह दुनिया के पहले 100 वर्षीय मैराथन धावक बने, जिसने उन्हें वैश्विक पहचान दिलाई.
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पंजाब विधानसभा में जबरदस्त हंगामा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी नेता और कैबिनेट मंत्री आपस में भिड़े

पंजाब विधानसभा में जबरदस्त हंगामा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी नेता और कैबिनेट मंत्री आपस में भिड़े प्रताप सिंह बाजवा ने इस मुद्दे पर जारी बहस के दौरान बोलते हुए पंजाब विधानसभा को स्टेज करार दे दिया. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता विधानसभा के विशेष सत्र के नाम पर ड्रामा कर रहे हैं. पंजाब विधानसभा में शुक्रवार को उस वक्त हंगामा हो गया जब पंजाब के डेमो और हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट पर सीआईएसएफ की तैनाती हटाए जाने को लेकर चर्चा हो रही थी. इस चर्चा के दौरान कांग्रेस के नेता विपक्ष प्रताप सिंह बाजवा और पंजाब आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा आपस में भिड़े. प्रताप सिंह बाजवा ने इस मुद्दे पर जारी बहस के दौरान बोलते हुए पंजाब विधानसभा को स्टेज करार दे दिया. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता विधानसभा के विशेष सत्र के नाम पर ड्रामा कर रहे हैं. अगर CISF की तैनाती से पंजाब सरकार को इतना ऐतराज है तो चंडीगढ़ स्थित पंजाब सचिवालय में और पंजाब सीएम की सुरक्षा में तो CISF की तैनाती पिछले कई सालों से लगातार हो रही है. वहां पर इन्हें अपनी पंजाब पुलिस पर भरोसा नहीं है लेकिन पंजाब के पानी की रखवाली के लिए पंजाब के डेमों से CISF को हटाकर पंजाब पुलिस की तैनाती की है बात कर रहे हैं. ये इनका दोहरा कैरेक्टर दिखाता है और इसीलिए ये पूरा सत्र महज एक ड्रामा है.  इसके जवाब में अमन अरोड़ा ने प्रताप सिंह बाजवा को खरी-खोटी सुनाई. उन्होंने कहा कि क्या कांग्रेस के नुमाइंदे जिन्हें जनता ने जीताकर इस सदन में भेजा है वो भी कलाकार है और प्रताप सिंह बाजवा के द्वारा पंजाब विधानसभा के महान सदन को स्टेज बताने पर उनके खिलाफ प्रिविलेज की कार्यवाही की जानी चाहिए.साथ ही अमन अरोड़ा ने प्रताप सिंह बाजवा पर बीजेपी के साथ मिले होने का भी आरोप लगाया. 
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पंजाब में भारत-पाक बॉर्डर से भारी मात्रा में AK47, हैंड ग्रेनेड बरामद

पंजाब में भारत-पाक बॉर्डर से भारी मात्रा में AK47, हैंड ग्रेनेड बरामद पंजाब की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स की मुस्तैदी की वजह से देश में बड़े आतंकी हमले की साजिश को समय रहते नाकाम कर दिया गया. जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान खुफिया एजेंसी ISI और खालिस्तानी आतंकी रिंदा भारत में बड़े हमले की साजिश रच रहे थे. भारत में एक बार फिर से बड़े आतंकी हमले की साजिश को नाकाम (Punjab Terror plot foiled) कर दिया गया है. पंजाब में भारत पाकिस्तान बॉर्डर से भारी तादाद में AK47, हैंड ग्रेनेड, गोला बारूद बरामद किए गए हैं. खुफिया इनपुट्स के मुताबिक, खालिस्तान आतंकी रिन्दा के इशारे पर हथियारों की ये खेप पंजाब भेजी गई थी. लेकिन पंजाब की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स की मुस्तैदी की वजह से देश में बड़े आतंकी हमले की साजिश को समय रहते नाकाम कर दिया गया. जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान खुफिया एजेंसी ISI और खालिस्तानी आतंकी रिन्दा भारत मे बड़े हमले की साजिश रच रहे थे. खालिस्तानी आतंकी रिंदा ने बनाई थी हमले की योजना पंजाब पुलिस के डीजीपी ने एक्स पर एक पोस्ट में जानकारी देते हुए कहा कि शुरुआती जांच से पता चला है कि बरामद हथियार की खेप पाकिस्तानी एजेंसियों और हरविंदर उर्फ ​​रिंदा ने पंजाब में कई जगहों पर हमले करने की साजिश के तहत भारत में भेजी थीं. जिसका मकसद सार्वजनिक शांति भंग करना था. रिंदा के गुर्गों की पहचान के लिए जांच जारी विस्फोटक अधिनियम और शस्त्र अधिनियम के तहत गुरदासपुर के पुराना शाला थाने में एक FIR दर्ज की गई है. बरामद हथियार खेप में शामिल रिंदा के गुर्गों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए आगे की जांच जारी है. पंजाब पुलिस संगठित अपराध नेटवर्क को ध्वस्त करने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपनी अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है. पहले भी बड़ी आतंकी साजिश हुई नाकाम इससे पहले भी पंजाब पुलिस ने एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम किया था. 27 जून को पंजाब पुलिस ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) समर्थित बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ करते हुए तीन लोगों को पकड़ा था. अमृतसर के रामदास निवासी सहजपाल सिंह और विक्रमजीत सिंह को गिरफ्तार किया गया था. जबकि एक 17 साल के लड़के को भी पकड़ा गया था. मोहाली के स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (एसएसओसी) द्वारा खुफिया सूचनाओं के आधार पर चलाए गए अभियान के तहत ये कार्रवाई की गई थी. अभियान के दौरान दो हथगोले, एक पिस्तौल और गोला-बारूद बरामद किया गया था. पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ने कहा था कि एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम कर दिया गया है, जिससे अनगिनत निर्दोष लोगों की जान बच गई. राज्य पुलिस प्रमुख गौरव यादव ने दावा किया कि यह समूह अमृतसर क्षेत्र में पुलिस प्रतिष्ठानों पर हमले और लक्षित हत्याएं करने की साजिश रच रहा था.
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