- Hindi News
- राज्य
- पंजाब
Category पंजाब
<% catList.forEach(function(cat){ %>
<%= cat.label %>
<% }); %>
<%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<% if(node_description!==false) { %>
<%= node_description %>
<% } %>
<% catList.forEach(function(cat){ %>
<%= cat.label %>
<% }); %>
पंजाब के पठानकोट में अपाचे हेलीकॉप्टर की इमरेजेसीं लैंडिंग
Published On
पंजाब के पठानकोट में अपाचे हेलीकॉप्टर की इमरेजेसीं लैंडिंग
पंजाब के पठानकोट में अपाचे हेलीकॉप्टर की इमरेजेसीं लैंडिग हुई है। ये हेलीकॉप्टर इंडियन एयरफोर्स का है। इस इमरजेंसी में किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हुआ है।
पंजाब के पठानकोट में अपाचे हेलीकॉप्टर की इमरेजेसीं लैंडिंग हुई है। पठानकोट के नंगलपुर थाने में पड़ने वाले गांव हलेड़ में शुक्रवार दोपहर को एयरफोर्स के अपाचे हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लेंडिंग की गई है। किसी तरह के कोई खतरे व नुकसान की बात नहीं है।
जानिए कहां से भरी थी उड़ान?
हालांकि, कोई भी अधिकारी इमरजेंसी लेंडिंग के बारे में बात करने को तैयार नहीं है। बताया जा रहा है कि पठानकोट से अपाचे हेलिकॉप्टर ने उड़ान भरी थी। कुछ ही दूर उड़ान भरने के बाद हलेड़ गांव में इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी।
बड़ी संख्या में पहुंचे स्थानीय लोग
गांव के खेत में एयरफोर्स के अपाचे हेलीकॉप्टर की लैंडिंग को देखते हुए बड़ी संख्या में स्थानीय लोग पहुंच गए। इमरजेंसी लैंडिंग को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं होने लगीं थीं।
पंजाब के एक अस्पताल की पार्किंग में खड़ी कार से मिला सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर का शव
Published On
पंजाब के एक अस्पताल की पार्किंग में खड़ी कार से मिला सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर का शव
कमल कौर लुधियाना की रहने वाली थीं और अक्सर अपने रील्स को लेकर चर्चाओं में बनीं रहती थीं. उनके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर लाखों फॉलोअर्स थे.
पंजाब में एक अस्पताल की पार्किंग से एक कार में सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर का शव मिला है. मृतक की पहचान पहचान कमल कौर भाभी के रूप में हुई है. पुलिस सूत्रों के अनुसार कमल कौर का शव कई दिनों से कार की डिक्की में बंद था. बदबू आने के बाद जब इसकी शिकायत की गई तो पुलिस को बुलाकर कार की डिक्की को खुलवाया गया. पुलिस की जांच में पता चला है कि कमल कौर भाभी को पहले जान से मारने की धमकी मिल चुकी थी. कमल कौर लुधियाना की रहने वाली थीं और अक्सर अपने रील्स को लेकर चर्चाओं में बनीं रहती थीं. उनके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर लाखों फॉलोअर्स थे.
पंजाब से पाकिस्तान का एक और जासूस गिरफ्तार
Published On
पंजाब से पाकिस्तान का एक और जासूस गिरफ्तार
पंजाब की स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल ने यूट्यूबर जसबीर सिंह को गिरफ्तार किया है. वह मोहाली से रूपनगर के गांव महालन का रहने वाला है.
पंजाब में छिपे पाकिस्तानी जासूसों पर पुलिस लगातार शिकंजा कस रही है. जासूसी के आरोप में रूपनगर से जसबीर सिंह नाम के एक और यूट्यूबर को गिरफ्तार किया गया है. जसबीर जान महल नाम का एक यूट्यूब चैनल चलता है. वह ज्योति मल्होत्रा के साथ भी संपर्क में था. जानकारी के मुताबिक वह पाकिस्तान खुफिया एजेंसी ISI ऑफिसर शाकिर जट्ट रंधावा के संपर्क में था. वह भारत की खुफिया जानकारियां आईएसआई एजेंट के जरिए पाकिस्तान भेज रहा था.
जसबीर सिंह भी तीन बार पाकिस्तान जा चुका है. उसके इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज से पाकिस्तान के कई नंबर मिले हैं. ज्योति की तरह उसने भी दिल्ली स्थित पाकिस्तान हाई कमीशन में काम करने वाले दानिश के निमंत्रण पर पाकिस्तान नेशनल डे के कार्यक्रम में शिरकत की थी. बता दें कि यह कार्यक्रम दिल्ली स्थित पाकिस्तानी एंबेसी में हुआ था. पंजाब की स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल ने यूट्यूबर जसबीर सिंह को गिरफ्तार किया है. वह मोहाली से रूपनगर के गांव महालन का रहने वाला है.
पंजाब से पकड़ा गया एक और जासूस, पाक में बैठे आतंकी गोपाल चावला के इशारे पर भेज रहा था खुफिया जानकारी
Published On
पंजाब से पकड़ा गया एक और जासूस, पाक में बैठे आतंकी गोपाल चावला के इशारे पर भेज रहा था खुफिया जानकारी
पुलिस ने खुलासा किया है कि जासूसी का आरोपी गगनदीप खालिस्तानी आतंकी गोपाल सिंह चावला (Khalistani Terrorist Gopal Chawla) के साथ पिछले 5 साल से संपर्क में था. चावला ने ही गगनदीप का संपर्क ISI एजेंट के साथ करवाया था. ISI एजेंट ने खुफिया जानकारी के बदले गगनदीप को पैसे भी भेजे थे.
तरनतारन: जासूसी मामले में पंजाब पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले एक और शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार (Punjab Pakistani Spy Arrested) किया है. पंजाब पुलिस ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने वाले गगनदीप सिंह उर्फ गगन को तरनतारन से गिरफ्तार किया है. उस पर देश की सेना से जुड़ी खुफिया जानकारी पाकिस्तान भेजने का आरोप है.
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान खुफिया जानकारी की लीक
पंजाब पुलिस ने खुलासा किया है कि पाकिस्तान में मौजूद खालिस्तानी आतंकी गोपाल सिंह चावला ISI के साथ मिलकर भारत में जासूसी का रैकेट चला रहा है. उसी के इशारे पर आरोपी गगनदीप ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी और खालिस्तानी आतंकी गोपाल सिंह चावला को भारतीय सेना से जुड़ी खुफिया जानकारी और आर्मी की मूवमेंट की जानकारी ऑपरेशन सिंदूर के दौरान लीक की थी.
पाकिस्तान को भेजी आर्मी डिप्लॉयमेंट की जानकारी
गगनदीप इंडियन आर्मी के डिप्लॉयमेंट और लोकेशन की जानकारी पाकिस्तान को भेज रहा था. ये भी पता चला है कि गगनदीप खालिस्तानी आतंकी गोपाल सिंह चावला के साथ पिछले 5 साल से संपर्क में था. चावला ने ही गगनदीप का संपर्क ISI एजेंट के साथ करवाया था. खुफिया जानकारी के बदले ISI एजेंट ने गगनदीप को पैसे भी भेजे थे. उसके मोबाइल से ISI एजेंट के 20 कॉन्टेक्ट नंबर भी पुलिस को मिले हैं.
देश में छिपे जासूसों पर शिकंजा कसना जारी
बता दें कि देश में छिपे जासूसों पर पिछले काफी दिनों से शिकंजा कसा जा रहा है. ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी के बाद से देश के अलग-अलग हिस्सों से अब तक न जाने कितने जासूस पकड़े जा चुके हैं. पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र, यूपी, गुजरात, दिल्ली, राजस्थान समेत कई जगहों से जासूसों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
देश से धोखा, अब पकड़ा गया जासूस
अब पंजाब से गगनदीप नाम के शख्स को पकड़ा गया है, जो पैसे लेकर सेना की खुफिया जानकारी पाक को भेज रहा था. ऑपरेशन सिंदूर के समय जब पूरा देश एक सुर में पाकिस्तान को सबक सिखाने की मांग कर रहा था तब पंजाब में बैठा गगनदीप अपने ही देश की जानकारी दुश्मन को भेजकर अपनी जेब गरम कर रहा था. अब वह पुलिस के शिकंजे में है.
पंजाब की पटाखा फैक्टरी में हुआ जोरदार धमाका, 5 मजदूरों की मौत; कई घायल
Published On
पंजाब की पटाखा फैक्टरी में हुआ जोरदार धमाका, 5 मजदूरों की मौत; कई घायल
पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब जिले में एक पटाखा फैक्टरी में जोरदार धमाका हो गया। इस घटना के दौरान फैक्टरी में काम कर रहे पांच मजदूरों की मौत हो गई। कई अन्य लोग घायल भी बताए जा रहे हैं।
पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब जिले से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां एक पटाखा फैक्टरी में सुबह-सुबह जोरदार धमाका हो गया। इस घटना के दौरान फैक्टरी में काम कर रहे पांच मजदूरों की मौत हो गई। वहीं इस घटना में कई अन्य लोग घायल भी बताए जा रहे हैं। लांबी के पुलिस उपाधीक्षक (DSP) जसपाल सिंह ने बताया कि यह धमाका श्री मुक्तसर साहिब जिले में सिंहावाली-कोटली रोड पर स्थित दो मंजिला फैक्टरी में हुआ। उन्होंने बताया कि धमाके के पीछे के कारणों की जांच की जा रही है।
फैक्टरी में काम कर रहे थे प्रवासी मजदूर
दरअसल, पुलिस ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह हादसा देर रात करीब एक बजे हुआ। लांबी के पुलिस उपाधीक्षक (DSP) जसपाल सिंह ने फोन पर बताया कि धमाका सिंहावाली-कोटली रोड पर स्थित दो मंजिला फैक्टरी में हुआ। इस फैक्टरी में पटाखा निर्माण का काम किया जाता था, जहां प्रवासी मजदूर काम करते थे। डीएसपी ने बताया कि फिलहाल हादसे के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और सभी घायलों को एम्स बठिंडा समेत विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इसमें से ज्यादातर घायलों की हालत खतरे से बाहर है। वहीं फैक्टरी में धमाका किस वजह से हुआ, इसकी जांच की जा रही है।
धमाके के बाद छत गिरने से मलबे में दबे मजदूर
इसके अलावा श्री मुक्तसर साहिब के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) डॉ. अखिल चौधरी ने बताया कि धमाका फैक्टरी के निर्माण खंड के एक कमरे में हुआ। तेज धमाके की वजह से मकान की छत गिर गई। एसएसपी ने बताया कि धमाके के बाद छत गिरने से कई लोग मलबे के नीचे दब गए थे। वहीं घटना के बाद पुलिस को भी इसकी जानकारी प्राप्त हुई, जिसके बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू किया। प्रथम दृष्टया ऐसे प्रतीत होता है कि यह धमाका, पटाखा निर्माण इकाई में प्रयुक्त सामग्री के कारण हुआ। हालांकि इसके पीछे की वास्तविक वजह क्या है, इसकी जांच की जा रही है।
पंजाब पूर्व केंद्रीय मंत्री और अकाली दल के सीनियर नेता सरदार सुखदेव सिंह ढींढसा का निधन, 89 की उम्र में ली अंतिम सांस
Published On
पंजाब पूर्व केंद्रीय मंत्री और अकाली दल के सीनियर नेता सरदार सुखदेव सिंह ढींढसा का निधन, 89 की उम्र में ली अंतिम सांस
अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखदेव सिंह ढींढसा का बुधवार को पंजाब में 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
अकाली दल के सीनियर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सरदार सुखदेव सिंह ढींढसा का बुधवार को मोहाली के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 89 वर्ष के थे। उन्हें दो-तीन दिन पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था। ढींढसा पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे। उन्हें मोहाली के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। अस्पताल में इलाज के दौरान ढींडसा ने 89 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली। उन्हें बुढ़ापे से संबंधित बीमारी थी।
सुखबीर बादल समेत कई नेताओं ने जताया शोक
सुखदेव सिंह ढींढसा की मौत की खबर लगते ही पंजाब के कई नेताओं ने शोक जताया है। शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने ट्वीट कर कहा कि सरदार सुखदेव सिंह जी ढींढसा साहब के निधन से मेरा हृदय अत्यंत दुखी है। ढींढसा ने शिरोमणि अकाली दल में लंबे समय तक पंजाब और देश की सेवा की, जो हमेशा याद रखी जाएगी। मैं व्यक्तिगत रूप से और शिरोमणि अकाली दल की ओर से उन्हें श्रद्धा एवं सम्मान के फूल अर्पित करता हूं। ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वे दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें तथा परिवार को यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने जताया शोक
वहीं, पंजाब प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने ट्वीट कर कहा कि सरदार सुखदेव सिंह ढींढसा साहब के दुखद निधन पर मेरी गहरी और हार्दिक संवेदनाएं। हमने धरती के एक महान सपूत को खो दिया है, जिन्होंने छह दशकों से अधिक समय तक पंजाब की सेवा की। उन्होंने केंद्रीय मंत्री के रूप में सेवा की और राज्य और राष्ट्रीय राजनीति में बहुत बड़ा और सकारात्मक योगदान दिया। वह संभवतः राज्य के उन अंतिम महान व्यक्तियों में से थे, जो पंजाब के घटनापूर्ण इतिहास के साक्षी थे। उनके निधन से जो शून्यता पैदा हुई है, उसे भरना बहुत मुश्किल होगा।
कौन थे सुखदेव सिंह ढींढसा
सुखदेव सिंह ढींढसा का जन्म 9 अप्रैल 1936 को हुआ था। वह शिरोमणि अकाली दल से युक्त के साहब के प्रधान थे, जिनका गठन शिरोमणि अकाली दल डेमोक्रेटिक और शिरोमणि अकाली दल टकसाली के मिला के बाद हुआ था। इसकी अगवाई सुखदेव सिंह ढींढसा और रंजीत सिंह ब्रह्मपुरिया की तरफ से की गई थी। वह मार्च 2024 में अपनी पार्टी को शिरोमणि अकाली दल में दोबारा से विलय कर लिया था।
आम आदमी पार्टी से लुधियाना से लगी 24 हजार एकड़ जमीन अधिग्रहण की अधिसूचना तुंरत वापिस लेने की मांग की अन्यथा किसानों के अधिकारों की रक्षा के लिए आंदोलन का सामना करने के लिए तैयार रहे: सरदार सुखबीर सिंह बादल
Published On
आम आदमी पार्टी से लुधियाना से लगी 24 हजार एकड़ जमीन अधिग्रहण की अधिसूचना तुंरत वापिस लेने की मांग की अन्यथा किसानों के अधिकारों की रक्षा के लिए आंदोलन का सामना करने के लिए तैयार रहे: सरदार सुखबीर सिंह बादल शहर में ‘‘ जंग पंजाब बचान दी’’ आंदोलन के तहत धरने की अगुवाई करते हुए कहा कि एक इंच भी जमीन का अधिग्रहण नही होने देंगें। पीड़ित किसानों ने उनका स्वागत किया और उनकी मदद के लिए आगे आने के लिए आभार प्रकट किया लुधियाना/28मई: शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज आम आदमी पार्टी सरकार से मांग की है कि वह शहर से सटी 24हजार एकड़ जमीन अधिग्रहण की अधिसूचना तत्काल वापिस ले यां पीड़ित किसानों के अधिकारों की रक्षा के लिए ‘मोर्चा’ का सामना करने के लिए तैयार रहे। अकाली दल अध्यक्ष ने इस बात पर भी जोर दिया कि 2027 में पार्टी की सरकार बनने के बाद वह सुनिश्चित करेगी कि सभी सरकारी नौकरियां केवल पंजाबियों के लिए ही आरक्षित हों। उन्होने कहा,‘‘ अभी आप सरकार सभी सरकारी नौकरियों का 50 फीसदी बाहरी लोगों को दिया जा रहा है। उन्होने घोषणा की कि अकाली दल की सरकार सत्ता में आने पर बाहरी लोगों को राज्य की जमीन खरीदने की अनुमति नही देगी। उन्होने कहा कि पंजाब केवल पंजाबियों के लिए ही होगा। यहां ग्लाडा कार्यालय के सामने आयोजित विशाल धरने ‘‘ जंग पंजाब बचाने की’’ को संबोधित करते हुए अकाली दल अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि पार्टी आप सरकार को एक इंच जमीन भी अधिग्रहित नही करने देगी । इस धरने में अकाली दल के कार्यकर्ता और किसान दोनो शामिल हुए। उन्होने कहा,‘‘ हम पार्टी के खजाने को भरने के लिए हमारे किसानों की जमीन लूटने की आप पार्टी की साजिश को कभी भी सफल नही होने देंगें। उन्होने यह भी स्पष्ट किया कि अकाली दल अपने आंदोलन को अन्य शहरों में भी ले जाएगा, जाहं किसानों को उनकी उपजाउ जमीन से अनुचित तरीके से बेदखल किया जा रहा है।’’ इस बात पर जोर देते हुए कि अकाली दल ने हमेशा बाहरी लोगों से पंजाबियों के हितों की रक्षा की है, सरदार बादल ने कहा,‘‘ हम अरविंद केजरीवाल और उनके सहयोगियों मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के नेतृत्व वाले आप की केंद्रीय लीडरशीप को इस घोटाले को संचालित नही करने देंगें। उन्होने कहा कि 24 हजार एकड़ अधिग्रहण में से किसी भी चुने हुए इलाके से बाहर रखने के लिए जमीन उपयोग में बदलाव (सीएलयू) प्रमाण पत्र एक करोड़ रूपये प्रति एकड़ की दर से दिए जा रहे हैं। उन्होने कहा,‘‘ इससे स्पष्ट होता है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आप की केंद्रीय लीडरशीप के सामने पूरी तरह से झूक गए हैं और अब अपनी कुर्सी पर बने रहने के लिए किसानों की कीमती उपजाऊ जमीन छीनने के लिए भी तैयार हैं।’’ पीड़ित किसानों के समर्थन में खड़े होने के लिए अकाली दल अध्यक्ष का आभार व्यक्त करते हुए किसान प्रतिनिधि सुखपाल सिंह ने कहा,‘‘ आप सरकार विकास के नाम पर धोखाधड़ी कर रही है। अधिग्रहण के लिए चिन्हित जमीन के पास निजी काॅलोनियोें का विकास अभी किया जाना है। अगर हम सरकार के दबाव में आ गए तो हमें लैंड पूलिंग योजना के तहत दी गई कोई भी संपत्ति सस्ते दामों पर बेचने के लिए मजबूर होना पड़ेगा, क्योंकि इस क्षेत्र को विकसित होने में कई दशक लग सकते हैं। यह हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए विनाशकारी साबित होगा।’’ उन्होने कहा किसान-मजदूर-दुकानदार एकता जिंदाबाद के नारों के बीच किसानों ने अपनी जमीन का अधिग्रहण नही होने देने का संकल्प लिया। अकाली दल के नौजवान नेता जसकरण सिंह अयाली कलां ने भी एक महत्वपूर्ण मुददा उठाते हुए कहा कि जिस अधिसूचना के तहत जमीन अधिग्रहण किया जा रहा है, उसमें साफ है कि पूरी जमीन अधिग्रहित की जाएगी। उन्होने कहा,‘‘ इसका मतलब है कि जो लोग लैंड पूलिंग योजना का विकल्प नही चुनते हैं , उन्हे भी अपनी जमीन के अधिग्रहण का सामना करना पड़ेगा।’’ उन्होने सरकार के दावे खारिज किया कि पूरी प्रक्रिया स्वैच्छिक थी। अकाली दल के वरिष्ठ नेता सरदार बलविंदर सिंह भूदड़ ने पंजाबियों से इस नापाक साजिश को सफल होने से रोकने के लिए एकजुट होने की अपील की है। वरिष्ठ नेता रंजीत सिंह ढ़िल्लों ने कहा कि लुधियाना शहर घोटाले की तरह ही अकाली दल का कैडर किसानों के अधिकारों को सुरक्षित रखने के लिए लगातार धरने देनेे के लिए तैयार है। धरने को संबोधित करने वाले वरिष्ठ नेताओं में डाॅ. दलजीत सिंह चीमा, महेशइंदर सिंह ग्रेवाल, शरनजीत सिंह ढ़िल्लों, एसआर कलेर, गुरचरण सिंह ग्रेवाल, परऊपकार सिंह घुम्मण, कमल चेतली, भूपिंदर सिंह भिंदा और बाॅबी गरचा शामिल थे।
नशे के कारोबार की असली संरक्षक हैं बीजेपी : कंग
Published On
नशे के कारोबार की असली संरक्षक हैं बीजेपी : कंग
कैप्टन और तरुण चुघ के करीबी अनुज खोसला ने किया ड्रग्स तस्कर को बचाने का काम: कंग
जहाँ पूरा पंजाब नशे के ख़िलाफ़ एकजुट, बीजेपी नशा तस्करों को बचाने में जुटी : कंग
बीजेपी -अकाली की सरकार ने नशे के जहर को बोया, युवाओं का भविष्य किया बर्बाद – मालविंदर कंग
चंडीगढ़, 28 मई
पटियाला से भारतीय जनता पार्टी के एक काउंसलर अनुज खोसला द्वारा नशा तस्कर की जमानत बांड भरने पर भाजपा बुरी तरह घिर गई है। 'आप' सांसद मलविंदर सिंह कंग ने भाजपा पर तीखा हमला बोला और दावा किया कि भाजपा पंजाब के नशा तस्करों की असली संरक्षक है। उसके नेता लगातार तस्करों का बचाव कर रहे हैं और उसे राजनीतिक संरक्षण दे रहे हैं।
कंग ने मीडिया को अनुज खोसला की भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और भाजपा के राष्ट्रीय सचिव तरुण चुघ के साथ तस्वीर दिखाई जिसमें यह स्पष्ट दिख रहा है कि खोसला कैप्टन और चुघ के करीबी हैं।
कंग ने कहा कि अनुज खोसला कैप्टन अमरिंदर सिंह का बेहद नजदीकी है। वह उनके पटियाला के सभी कार्यक्रमों का आयोजन करता रहा है। भाजपा के सभी बड़े नेताओं के साथ इसके अच्छे संबंध हैं। भाजपा की सभाओं में वह अक्सर दिखाई देता है।
दरअसल बीजेपी के काउंसलर ने 29 मार्च 2025 को नशा तस्करी के आरोप में एनडीपीएस के तहत खुशजोत सिंह पर दर्ज एफआईआर मामले में उसकी जमानत करवाने के लिए भाजपा पार्षद अनुज खोसला जमानत के लिए एफिडेविट भरा था।
कंग ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा नशे को जड़ से खत्म करने के लिए युद्ध नशयां विरूद्ध' अभियान चलाया जा रहा है। जिसके कारण आज पूरा पंजाब नशा और नशा तस्करों के खिलाफ खड़ा है। वहीं भाजपा के नेता ड्रग्स तस्करों की जमानत कराने में लगे हैं। दरअसल भाजपा नहीं चाहती कि पंजाब से नशा खत्म हो क्योंकि उसके कई नेताओं के नशा तस्करों के साथ गहरे संबंध है।
उन्होंने कहा कि कि आज पंजाब में जो नशे की समस्या है उसके बीज अकाली-भाजपा गठबंधन सरकार ने ही बोए था। इन लोगों ने नशा तस्करों को संरक्षण देकर हजारों युवाओं के भविष्य बर्बाद किए और हजारों घर तबाह किए। इन लोगों ने अपने आर्थिक फायदे के लिए नशा कारोबारियों के साथ हाथ मिलाया और मिलकर उनके को बढ़ावा दिया। आज उसी का परिणाम पंजाब झेल रहा है।
कंग ने कहा कि आप सरकार पंजाब से नशा खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। रोज सैकड़ों नशा तस्करों पर कार्रवाई की जा रही है। पिछले दो महीने में 10 हजार से ज्यादा तस्करों को पकड़कर जेल भेजा गया है और हजारों किलो नशीले पदार्थ जब्त किए गए हैं।
नशा के मामले में मुख्यमंत्री भगवंत मान का आदेश बिल्कुल स्पष्ट है। चाहे एसएसपी और एसएचओ जैसे बड़े पुलिस अधिकारी हो या राजनेताओं से जुड़े नशा कारोबारी, सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। नशा, अपराध और भ्रष्टाचार के प्रति मान सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति है। ऐसे मामलों में कोई समझौता नहीं किया जा सकता।
पंजाब फाजिल्का के SSP सस्पेंड, भ्रष्टाचार के मामले में पुलिस के खिलाफ बड़ा एक्शन
Published On
पंजाब फाजिल्का के SSP सस्पेंड, भ्रष्टाचार के मामले में पुलिस के खिलाफ बड़ा एक्शन
पंजाब में भ्रष्टाचार के खिलाफ मान सरकार अभियान चला रही है। इसके तहत पंजाब के फाजिल्का के SSP को सस्पेंड कर दिया गया है।
पंजाब के फाजिल्का के SSP वरिंदर सिंह बराड़ को सस्पेंड कर दिया गया है। भ्रष्टाचार के मामले में ये बड़ी कार्रवाई हुई है। दरअसल कल फाजिल्का थाने के चार पुलिस कर्मियों पर भ्रष्टाचार के मामले में एक्शन हुआ था। एक लाख की रिश्वत लेते विजिलेंस ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।
गौरतलब है कि मान सरकार का भ्रष्टाचार पर वार लगातार जारी है। आप मंत्री हरपाल सिंह चीमा का कहना है कि भ्रष्टाचार के मामले में छोटा हो या बड़ा, अपना हो या पराया, कोई भी नहीं बख्शा जाएगा।
क्या है मामला?
वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने मंगलवार को बताया था कि पंजाब के फाजिल्का में एक थानाध्यक्ष और तीन अन्य पुलिसकर्मियों को कथित तौर पर एक लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। दरअसल मामला 17 साल के एक युवक दिलराज सिंह से जुड़ा हुआ है।
दिलराज सिंह के पिता धर्मेंद्र सिंह ने साइबर अपराध पुलिस थाना, फाजिल्का द्वारा रिश्वत मांगे जाने के सबूत के साथ मुख्यमंत्री भगवंत मान से शिकायत की थी। दरअसल एक शिकायत के बाद पुलिस ने दिलराज का मोबाइल फोन जब्त कर लिया था। इसके बाद युवक के परिवार ने पुलिस पर आरोप लगाया कि उन्हें रिश्वत देने के लिए मजबूर किया गया।
इसके बाद मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा, ‘‘यह मामला भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने के पंजाब सरकार के दृढ़ संकल्प को दर्शाता है। इस मामले में त्वरित कार्रवाई दर्शाती है कि सरकार आम लोगों के साथ है तथा हर स्तर पर न्याय और जवाबदेही सुनिश्चित कर रही है।’’
बता दें कि पंजाब में भगवंत मान की सरकार है और मान सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाए हुए हैं। ऐसे में भ्रष्टाचार के मामलों में सख्त कार्रवाई हो रही है और भ्रष्टाचारियों के मन में सरकार और कानून का डर बढ़ रहा है।
अमृतसर बाईपास के पास धमाका, एक युवक गंभीर रूप से हुआ जख्मी
Published On
अमृतसर बाईपास के पास धमाका, एक युवक गंभीर रूप से हुआ जख्मी
पंजाब के अमृतसर में भीषण धमाके की खबर है, जिसमें एक शख्स गंभीर रूप से घायल हुआ है। हालांकि पुलिस का कहना है कि ब्लास्ट वाली कोई बात अभी तक सामने नहीं आई है।
पंजाब के अमृतसर में धमाके की खबर है। इस धमाके में एक शख्स गंभीर रूप से घायल हुआ है। शख्स का आधा हाथ पूरी तरह उड़ गया है और पैर बुरी तरह जख्मी है और उसका मांस तक बाहर आ गया है। घायल को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर है।
क्या है पूरा मामला?
मजीठा रोड बाईपास के ऊपर आज सुबह तकरीबन 9 बजे से 9:15 बजे के बीच एक ब्लास्ट हुआ। घायल आदमी की हालत बहुत गंभीर है। यह नहीं पता चल पा रहा है कि यह आदमी इसको लेकर कहां जा रहा था।
स्थानीय लोगों का क्या कहना है?
स्थानीय लोगों का कहना है कि अमृतसर के मजीठा बायपास रोड पर सुबह एक बमनुमा वस्तु से धमाका होने का समाचार मिला, जिसमें एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। आसपास के लोगों के मुताबिक यह धमाका इतना खतरनाक था कि आस-पास का इलाका दहल गया।
इस संबंध में आसपास के लोगों ने बताया कि उन्हें एक धमाके की आवाज सुनाई दी। मौके पर आकर देखा तो पता चला कि कोई बमनुमा वस्तु का धमाका हुआ है और एक व्यक्ति गंभीर घायल हुआ है। पुलिस उसे अस्पताल ले गई है।
धमाके की बात से इनकार कर रही पुलिस
पंजाब पुलिस ने बताया कि हमें जानकारी मिली थी कि एक व्यक्ति को चोट लगी है और हम यहां पर पहुंचे हैं। मजीठा रोड बाईपास पर घटना हुई है। ब्लास्ट वाली कोई बात अभी तक सामने नहीं आई है। जांच अधिकारी ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि कोई व्यक्ति घायल हुआ है, जिसे उनके द्वारा अस्पताल में भर्ती करवाया गया है और घटना की जांच की जा रही है।
बता दें कि इस घटना के सामने आने के बाद मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई और सभी गंभीर रूप से घायल शख्स को देखकर हैरान रह गए। वाकई शख्स की हालत नाजुक है।
पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट को बम की धमकी, पुलिस ने की शांति बनाए रखने की अपील
Published On
पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट को बम की धमकी, पुलिस ने की शांति बनाए रखने की अपील
पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट को ई-मेल के जरिए बम की धमकी मिलने के बाद चंडीगढ़ पुलिस ने कोर्ट परिसर में तलाशी अभियान चलाया। पुलिस ने अफवाहों से बचने और शांति बनाए रखने की अपील की है।
पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट को गुरुवार को एक ई-मेल के जरिए बम की धमकी मिली। इस धमकी में दावा किया गया कि कोर्ट परिसर में एक IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) रखा गया है। इस खबर के बाद चंडीगढ़ पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया और कोर्ट परिसर की तलाशी शुरू कर दी। चंडीगढ़ पुलिस के SDPO (सेंट्रल) उदयपाल सिंह ने बताया, 'हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार ऑफिस को एक ई-मेल मिला, जिसमें बम होने की बात कही गई थी। सूचना मिलते ही पुलिस ने पूरे परिसर की गहन तलाशी शुरू कर दी।' सुरक्षा के लिहाज से कोर्ट के ज्यादातर हिस्सों को खाली करवा लिया गया है और आम लोगों का प्रवेश अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। अभी तक तलाशी में कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है, लेकिन पुलिस पूरी सतर्कता के साथ जांच कर रही है।
बुधवार को हरियाणा में दी गई थीं ऐसी ही धमकियां
बता दें कि बुधवार को हरियाणा के अंबाला में डिप्टी कमिश्नर के दफ्तर को भी ऐसे ही बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। वहीं, गुरुग्राम और फतेहाबाद में भी सरकारी दफ्तरों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। बाद में जांच में सारी धमकी फर्जी निकली। पिछले कुछ समय में देश के कई हिस्सों में स्कूलों, अस्पतालों और सरकारी दफ्तरों को ऐसी धमकियां मिल रही हैं, जो ज्यादातर फर्जी साबित हुई हैं। उदाहरण के लिए, मई 2025 में दिल्ली के कई स्कूलों और अस्पतालों को भी ई-मेल के जरिए धमकियां मिली थीं, लेकिन जांच में कोई खतरा नहीं पाया गया। हालांकि उस समय भी पुलिस ने एहतियातन तलाशी अभियान चलाया था।
1919 में हुई थी पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट की स्थापना
पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट चंडीगढ़ में स्थित है और यह पंजाब, हरियाणा और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के लिए सर्वोच्च न्यायिक संस्था है। इसकी स्थापना 1919 में हुई थी और तब इसे लाहौर हाई कोर्ट के नाम से जाना जाता था। यह देश के सबसे पुराने हाईकोर्ट्स में से एक है और इसे मौजूदा नाम 1966 में दिया गया। वर्तमान में इसका भवन चंडीगढ़ के सेक्टर-1 में है, जिसे मशहूर आर्किटेक्ट ली कॉर्बूसियर ने डिजाइन किया था। यह कोर्ट दोनों राज्यों के कानूनी मामलों को देखता है और इसकी कार्यवाही की निगरानी सुप्रीम कोर्ट करता है।
अटारी-वाघा बॉर्डर पर फिर शुरू हुई बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी, इस बार न खुले दरवाजे
Published On
अटारी-वाघा बॉर्डर पर फिर शुरू हुई बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी, इस बार न खुले दरवाजे
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद, इस ड्रिल में आवश्यक सुरक्षा उपायों के तहत बदलाव किए गए हैं. पूर्व में, सीमा पर स्थित गेट खुलते थे और परेड का स्वरूप जॉइंट ड्रिल का हुआ करता था. अब, परेड के दौरान गेट बंद रहेंगे और ड्रिल की प्रक्रिया में हैंडशेक नहीं होगा.
पंजाब फ्रंटियर की संयुक्त सीमा आवगमन चौकी अटारी पर 12 दिनों के अंतराल के बाद मंगलवार को 'बीटिंग रिट्रीट' समारोह फिर से शुरू हुआ. रिट्रीट समारोह मीडिया कर्मियों के लिए आयोजित किया गया था, जबकि आम लोगों को समारोह में शामिल होने की अनुमति नहीं थी.
ध्वज उतारने के समारोह के दौरान सीमा सुरक्षा बल के जवानों और पाकिस्तानी रेंजर्स के बीच हाथ मिलाने का कोई कार्यक्रम नहीं हुआ, जबकि दोनों तरफ के अंतरराष्ट्रीय द्वार भी बंद रहे.
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने आठ मई को 'जन सुरक्षा' के मद्देनजर इस कार्यक्रम में जनता के प्रवेश पर रोक लगा दी थी.
भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में छह मई की देर रात सैन्य अभियान ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में स्थित नौ आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करने के एक दिन बाद रीट्रीट समारोह को बंद कर दिया था.
पाकिस्तान के वाघा के सामने अटारी (अमृतसर जिला), गंडा सिंह वाला के पार फिरोजपुर जिले के हुसैनीवाला और फाजिल्का जिले के सादकी में स्थित संयुक्त जांच चौकियों पर पाकिस्तान रेंजर्स के साथ बीएसएफ के जवान हर शाम भारतीय ध्वज को उतारने का समारोह आयोजित करते हैं.
अटारी बॉर्डर पर होने वाली रिट्रीट सेरेमनी देश की सीमा सुरक्षा का प्रतीकात्मक प्रदर्शन है, जिसमें ध्वज उतारने की ड्रिल का विशेष महत्व है. इस पारंपरिक प्रदर्शन को देखने के लिए जनता का स्वाभाविक उत्साह उमड़ता है. यह समारोह देशवासियों में सशस्त्र बलों के प्रति कृतज्ञता और सम्मान की भावना को बढ़ाता है और इससे देश के प्रति गर्व और देश सेवा के लिए नई ऊर्जा का संचार होता है.
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद, इस ड्रिल में आवश्यक सुरक्षा उपायों के तहत बदलाव किए गए हैं. पूर्व में, सीमा पर स्थित गेट खुलते थे और परेड का स्वरूप जॉइंट ड्रिल का हुआ करता था. अब, परेड के दौरान गेट बंद रहेंगे और ड्रिल की प्रक्रिया में हैंडशेक नहीं होगा. साथ ही, किसी भी अवसर पर मिठाई या उपहारों का आदान प्रदान नहीं होगा.
ऑपरेशन सिंदूर के बाद, इस प्रदर्शन को दर्शकों के लिए स्थगित कर दिया गया था. वर्तमान परिस्थितियों में, सीमा सुरक्षा बल का यह कार्यक्रम फिर से जनता के लिए खोला गया है, ताकि देशभक्ति के इस अनूठे प्रदर्शन के माध्यम से सुरक्षा बलों और जनता के बीच जुड़ाव और मजबूत हो एवं सीमा सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढे,