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पंजाब पूर्व केंद्रीय मंत्री और अकाली दल के सीनियर नेता सरदार सुखदेव सिंह ढींढसा का निधन, 89 की उम्र में ली अंतिम सांस
पंजाब पूर्व केंद्रीय मंत्री और अकाली दल के सीनियर नेता सरदार सुखदेव सिंह ढींढसा का निधन, 89 की उम्र में ली अंतिम सांस

पंजाब पूर्व केंद्रीय मंत्री और अकाली दल के सीनियर नेता सरदार सुखदेव सिंह ढींढसा का निधन, 89 की उम्र में ली अंतिम सांस
अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखदेव सिंह ढींढसा का बुधवार को पंजाब में 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
अकाली दल के सीनियर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सरदार सुखदेव सिंह ढींढसा का बुधवार को मोहाली के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 89 वर्ष के थे। उन्हें दो-तीन दिन पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था। ढींढसा पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे। उन्हें मोहाली के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। अस्पताल में इलाज के दौरान ढींडसा ने 89 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली। उन्हें बुढ़ापे से संबंधित बीमारी थी।
सुखबीर बादल समेत कई नेताओं ने जताया शोक
सुखदेव सिंह ढींढसा की मौत की खबर लगते ही पंजाब के कई नेताओं ने शोक जताया है। शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने ट्वीट कर कहा कि सरदार सुखदेव सिंह जी ढींढसा साहब के निधन से मेरा हृदय अत्यंत दुखी है। ढींढसा ने शिरोमणि अकाली दल में लंबे समय तक पंजाब और देश की सेवा की, जो हमेशा याद रखी जाएगी। मैं व्यक्तिगत रूप से और शिरोमणि अकाली दल की ओर से उन्हें श्रद्धा एवं सम्मान के फूल अर्पित करता हूं। ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वे दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें तथा परिवार को यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने जताया शोक
वहीं, पंजाब प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने ट्वीट कर कहा कि सरदार सुखदेव सिंह ढींढसा साहब के दुखद निधन पर मेरी गहरी और हार्दिक संवेदनाएं। हमने धरती के एक महान सपूत को खो दिया है, जिन्होंने छह दशकों से अधिक समय तक पंजाब की सेवा की। उन्होंने केंद्रीय मंत्री के रूप में सेवा की और राज्य और राष्ट्रीय राजनीति में बहुत बड़ा और सकारात्मक योगदान दिया। वह संभवतः राज्य के उन अंतिम महान व्यक्तियों में से थे, जो पंजाब के घटनापूर्ण इतिहास के साक्षी थे। उनके निधन से जो शून्यता पैदा हुई है, उसे भरना बहुत मुश्किल होगा।
कौन थे सुखदेव सिंह ढींढसा
सुखदेव सिंह ढींढसा का जन्म 9 अप्रैल 1936 को हुआ था। वह शिरोमणि अकाली दल से युक्त के साहब के प्रधान थे, जिनका गठन शिरोमणि अकाली दल डेमोक्रेटिक और शिरोमणि अकाली दल टकसाली के मिला के बाद हुआ था। इसकी अगवाई सुखदेव सिंह ढींढसा और रंजीत सिंह ब्रह्मपुरिया की तरफ से की गई थी। वह मार्च 2024 में अपनी पार्टी को शिरोमणि अकाली दल में दोबारा से विलय कर लिया था।
पंजाब पूर्व केंद्रीय मंत्री और अकाली दल के सीनियर नेता सरदार सुखदेव सिंह ढींढसा का निधन, 89 की उम्र में ली अंतिम सांस

अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखदेव सिंह ढींढसा का बुधवार को पंजाब में 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
अकाली दल के सीनियर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सरदार सुखदेव सिंह ढींढसा का बुधवार को मोहाली के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 89 वर्ष के थे। उन्हें दो-तीन दिन पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था। ढींढसा पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे। उन्हें मोहाली के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। अस्पताल में इलाज के दौरान ढींडसा ने 89 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली। उन्हें बुढ़ापे से संबंधित बीमारी थी।
सुखबीर बादल समेत कई नेताओं ने जताया शोक
सुखदेव सिंह ढींढसा की मौत की खबर लगते ही पंजाब के कई नेताओं ने शोक जताया है। शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने ट्वीट कर कहा कि सरदार सुखदेव सिंह जी ढींढसा साहब के निधन से मेरा हृदय अत्यंत दुखी है। ढींढसा ने शिरोमणि अकाली दल में लंबे समय तक पंजाब और देश की सेवा की, जो हमेशा याद रखी जाएगी। मैं व्यक्तिगत रूप से और शिरोमणि अकाली दल की ओर से उन्हें श्रद्धा एवं सम्मान के फूल अर्पित करता हूं। ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वे दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें तथा परिवार को यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने जताया शोक
वहीं, पंजाब प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने ट्वीट कर कहा कि सरदार सुखदेव सिंह ढींढसा साहब के दुखद निधन पर मेरी गहरी और हार्दिक संवेदनाएं। हमने धरती के एक महान सपूत को खो दिया है, जिन्होंने छह दशकों से अधिक समय तक पंजाब की सेवा की। उन्होंने केंद्रीय मंत्री के रूप में सेवा की और राज्य और राष्ट्रीय राजनीति में बहुत बड़ा और सकारात्मक योगदान दिया। वह संभवतः राज्य के उन अंतिम महान व्यक्तियों में से थे, जो पंजाब के घटनापूर्ण इतिहास के साक्षी थे। उनके निधन से जो शून्यता पैदा हुई है, उसे भरना बहुत मुश्किल होगा।
कौन थे सुखदेव सिंह ढींढसा
सुखदेव सिंह ढींढसा का जन्म 9 अप्रैल 1936 को हुआ था। वह शिरोमणि अकाली दल से युक्त के साहब के प्रधान थे, जिनका गठन शिरोमणि अकाली दल डेमोक्रेटिक और शिरोमणि अकाली दल टकसाली के मिला के बाद हुआ था। इसकी अगवाई सुखदेव सिंह ढींढसा और रंजीत सिंह ब्रह्मपुरिया की तरफ से की गई थी। वह मार्च 2024 में अपनी पार्टी को शिरोमणि अकाली दल में दोबारा से विलय कर लिया था।