देशभक्ति के लिए फांसी भी चढ़ जाना पड़ता है, पाकिस्तान को बेनकाब करने के बाद बोले सलमान खुर्शीद

देशभक्ति के लिए फांसी भी चढ़ जाना पड़ता है, पाकिस्तान को बेनकाब करने के बाद बोले सलमान खुर्शीद

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देशभक्ति के लिए फांसी भी चढ़ जाना पड़ता है, पाकिस्तान को बेनकाब करने के बाद बोले सलमान खुर्शीद

एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल सलमान खुर्शीद पाकिस्तान को बेनकाब करने के बाद भारत लौट आए हैं. स्वदेश वापसी के बाद उन्होंने एनडीटीवी से बातचीत में उन लोगों को जवाब दिया, जो उनकी आलोचना कर रहे थे.

ऑपरेशन सिंदूर और आतंकवाद से पाकिस्तान के संबंध को दुनिया को बताने के बाद कांग्रेस नेता और पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद भारत लौट आए हैं.वतन वापसी के बाद खुर्शीद ने कहा कि  देशभक्त होना आसान नहीं होता है, इसके लिए फांसी भी चढ़नी होती है. उन्होंने बताया कि इस यात्रा के दौरान वो अपनी पार्टी और उसके शीर्ष नेताओं के लगातार संपर्क में रहे और उसे यात्रा की प्रगति की जानकारी देते रहे. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस सांसद शशि थरूर को लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं है.

देशभक्ति की आलोचना

सलमान खुर्शीद ने कहा कि जो देशभक्त होता है, वह देशभक्त होता है. उन्होंने कहा कि देशभक्ति के लिए लोग फांसी भी चढ़ जाया करते हैं. इसलिए कहा जाता है कि देशभक्त होना आसान नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर किसी को शिकायत थी कि मैं देश की बात क्यों गया हूं और इससे सरकार या किसी पार्टी को फायदा हो जाएगा तो, मेरी समझ में ऐसे लोग देशभक्ति को नहीं समझते हैं.

दरअसल सलमान खुर्शीद ने दो जून को किए एक ट्वीट में कहा था,'' आतंकवाद के खिलाफ अभियान पर, भारत का संदेश दुनिया तक पहुंचाने के लिए, यह दुखद है कि देश में लोग राजनीतिक निष्ठा की पड़ताल कर रहे हैं. क्या देशभक्त होना इतना मुश्किल है? खुर्शीद से इसी ट्वीट को लेकर सवाल किया गया था.खुर्शीद के इस ट्वीट ने देश में कई तरह की राजनीतिक चर्चाओं को जन्म दे दिया था. 

कांग्रेस नेताओं के संपर्क में थे

विदेश यात्रा के दौरान अपनी पार्टी अध्यक्ष और राहुल गांधी के संपर्क में रहने के सवाल पर खुर्शीद ने कहा कि उनका यह दायित्व था कि वो अपनी पार्टी को बताएं कि कहां जा रहे हैं और क्या कह रहे हैं.उन्होंने कहा कि पूरी यात्रा के दौरान मैं अपनी पार्टी के संपर्क में रहा. उन्होंने कहा कि उन्हें पार्टी ने भेजा था. अगर प्रधानमंत्री उन्हें मिलने के लिए बुलाते हैं तो मैं अपनी पार्टी से पूछकर उनसे मिलने के लिए जाऊंगा. उन्होंने कहा कि वो आज भी अपनी पार्टी कांग्रेस के साथ हैं. 

इसी तरह के एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस सांसद शशि थरूर भी शामिल हैं.देश में उनकी हो रही आलोचनाओं के सवाल पर खुर्शीद ने कहा कि थरूर साहब जितना सुनते हैं, उतना ही सुना भी देते हैं. उन्होंने कहा कि शशि थरूर के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है. 

सलमान खुर्शीद तीसरे नंबर के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे. इस प्रतिनिधिमंडल के नेता जेडीयू नेता संजय कुमार झा थे. इस प्रतिनिधिमंडल ने इंडोनेशिया, मलेशिया, रिपब्लिक ऑफ कोरिया, जापान और सिंगापुर की यात्रा की. 

 

 

देशभक्ति के लिए फांसी भी चढ़ जाना पड़ता है, पाकिस्तान को बेनकाब करने के बाद बोले सलमान खुर्शीद

एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल सलमान खुर्शीद पाकिस्तान को बेनकाब करने के बाद भारत लौट आए हैं. स्वदेश वापसी के बाद उन्होंने एनडीटीवी से बातचीत में उन लोगों को जवाब दिया, जो उनकी आलोचना कर रहे थे.

ऑपरेशन सिंदूर और आतंकवाद से पाकिस्तान के संबंध को दुनिया को बताने के बाद कांग्रेस नेता और पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद भारत लौट आए हैं.वतन वापसी के बाद खुर्शीद ने कहा कि  देशभक्त होना आसान नहीं होता है, इसके लिए फांसी भी चढ़नी होती है. उन्होंने बताया कि इस यात्रा के दौरान वो अपनी पार्टी और उसके शीर्ष नेताओं के लगातार संपर्क में रहे और उसे यात्रा की प्रगति की जानकारी देते रहे. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस सांसद शशि थरूर को लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं है.

देशभक्ति की आलोचना

सलमान खुर्शीद ने कहा कि जो देशभक्त होता है, वह देशभक्त होता है. उन्होंने कहा कि देशभक्ति के लिए लोग फांसी भी चढ़ जाया करते हैं. इसलिए कहा जाता है कि देशभक्त होना आसान नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर किसी को शिकायत थी कि मैं देश की बात क्यों गया हूं और इससे सरकार या किसी पार्टी को फायदा हो जाएगा तो, मेरी समझ में ऐसे लोग देशभक्ति को नहीं समझते हैं.

दरअसल सलमान खुर्शीद ने दो जून को किए एक ट्वीट में कहा था,'' आतंकवाद के खिलाफ अभियान पर, भारत का संदेश दुनिया तक पहुंचाने के लिए, यह दुखद है कि देश में लोग राजनीतिक निष्ठा की पड़ताल कर रहे हैं. क्या देशभक्त होना इतना मुश्किल है? खुर्शीद से इसी ट्वीट को लेकर सवाल किया गया था.खुर्शीद के इस ट्वीट ने देश में कई तरह की राजनीतिक चर्चाओं को जन्म दे दिया था. 

कांग्रेस नेताओं के संपर्क में थे

विदेश यात्रा के दौरान अपनी पार्टी अध्यक्ष और राहुल गांधी के संपर्क में रहने के सवाल पर खुर्शीद ने कहा कि उनका यह दायित्व था कि वो अपनी पार्टी को बताएं कि कहां जा रहे हैं और क्या कह रहे हैं.उन्होंने कहा कि पूरी यात्रा के दौरान मैं अपनी पार्टी के संपर्क में रहा. उन्होंने कहा कि उन्हें पार्टी ने भेजा था. अगर प्रधानमंत्री उन्हें मिलने के लिए बुलाते हैं तो मैं अपनी पार्टी से पूछकर उनसे मिलने के लिए जाऊंगा. उन्होंने कहा कि वो आज भी अपनी पार्टी कांग्रेस के साथ हैं. 

इसी तरह के एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस सांसद शशि थरूर भी शामिल हैं.देश में उनकी हो रही आलोचनाओं के सवाल पर खुर्शीद ने कहा कि थरूर साहब जितना सुनते हैं, उतना ही सुना भी देते हैं. उन्होंने कहा कि शशि थरूर के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है. 

सलमान खुर्शीद तीसरे नंबर के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे. इस प्रतिनिधिमंडल के नेता जेडीयू नेता संजय कुमार झा थे. इस प्रतिनिधिमंडल ने इंडोनेशिया, मलेशिया, रिपब्लिक ऑफ कोरिया, जापान और सिंगापुर की यात्रा की. 

 

 

देशभक्ति के लिए फांसी भी चढ़ जाना पड़ता है, पाकिस्तान को बेनकाब करने के बाद बोले सलमान खुर्शीद
देशभक्ति के लिए फांसी भी चढ़ जाना पड़ता है, पाकिस्तान को बेनकाब करने के बाद बोले सलमान खुर्शीद
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