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बरेली हिंसा पर मौलाना तौकीर रजा खान को CM योगी की चेतावनी
बरेली हिंसा पर मौलाना तौकीर रजा खान को CM योगी की चेतावनी

सीएम योगी ने कहा कि मौलाना सोचता था कि वो जो चाहेगा वैसे होगा लेकिन ये हमारी सरकार है, यहां ना कभी दंगा हुआ ना कभी कर्फ्यू लगा. हम ऐसे लोगों को वो सबक सिखाएंगे जो उनकी पीढ़ियां याद रखेंगी.
बरेली में हुए बवाल को लेकर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मौलाना तौकीर रजा खान को चेतावनी दे दी है. सीएम योगी मौलाना तौकीर रजा के एक बयान को लेकर कहा कि कल बरेली में एक मौलाना भूल गया कि राज्य में सत्ता किसकी है. उसे लगा कि वो जब चाहे व्यवस्था को रोक सकता है, लेकिन हमने साफ़ कर दिया कि न तो नाकाबंदी होगी और न ही कर्फ्यू लगेगा. हमने जो सबक सिखाया है, उससे आने वाली पीढ़ियां दंगा करने से पहले दो बार सोचेंगी. व्यवस्था को रोकने का ये कैसा तरीका है? 2017 से पहले यूपी में यही चलन था, लेकिन 2017 के बाद हमने कर्फ्यू तक नहीं लगने दिया. उत्तर प्रदेश के विकास की कहानी यहीं से शुरू होती है. उन्होंने आगे कहा कि वो मानता था कि धमकी देंगे और जाम कर देंगे. हमने कहा कि ना कहीं जाम लगेगा और ना ही कहीं कर्फ्यू लगेगा. हमनें दंगाइयों को भी सबक सिखाया है.
सीएम योगी ने यूपी की पहले की सरकारों पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पहले दंगाइयों को मुख्यमंत्री आवास में बुलाकर के सम्मानित किया जाता था. दंगाइयों की आवभगत होती थी और पेशेवर अपराधी और माफियाओं के सामने सत्ता सेल्यूट करती थी. और सत्ताधारी लोग उनके कुत्तों के साथ हाथ मिलाया करते थे. आपने बहुत दृश्य देखे होंगे, कैसे सत्ता का मुखिया एक माफिया के कुत्ते से हाथ मिला कर के अपने को गौरवान्वित महसूस करता था.
आपको बता दें कि बरेली में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद 'आई लव मोहम्मद' के बैनर और नारों को लेकर तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई. इस दौरान इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा को प्रशासन ने नजरबंद कर दिया और शहर में सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई. बरेली के थाना बारादरी क्षेत्र में फइक एंक्लेव में ठहरे मौलाना तौकीर के आवास के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया.
मौलाना ने आरोप लगाया कि जैसे ही वह नमाज के लिए निकलने वाले थे, प्रशासन को उनकी लोकेशन का पता चल गया. उन्होंने कहा कि डीएम और अन्य अधिकारी मेरे आवास पर पहुंचे और मुझे बाहर जाने से रोक दिया. पूरी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई. सरकार मुसलमानों के खिलाफ सख्ती बरत रही है.
जिला प्रशासन का कहना है कि यह कदम शहर में शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाया गया है. पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने और सोशल मीडिया पर भड़काऊ सामग्री साझा न करने की अपील की है. शहर में अतिरिक्त पुलिस बल और आरएएफ की तैनाती की गई है. प्रशासन ने यह भी आश्वासन दिया है कि स्थिति की लगातार निगरानी की जा रही है और किसी भी तरह की अशांति को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे.
कौन हैं तौकीर रजा
मौलाना तौकीर रजा बरेली के एक धार्मिक नेता हैं. रजा का ताल्लुक सुन्नी मुसलमानों के बरेली संप्रदाय से है. तौकीर रजा के बुलावे पर ही शुक्रवार को बरेली में जुमे की नमाज के बाद आई लव मोहम्मद पर नारेबाजी की और फिर लोगों ने बवाल काटा. इसके पुलिस को इस मामले में लाठीचार्ज करना पड़ा. तौकीर रजा आला हजरत खानदान से आते हैं. तौकीर के ही खानदान ने इस्लाम धर्म के सुन्नी बरेलवी मसलक की शुरुआत की थी. तौकीर रजा ने 2001 में अपनी एक राजनीतिक पार्टी भी बनाई थी. तौकीर रजा की पार्टी का नाम इत्तेहाद-ए-मिल्लत परिषद है. हालांकि, बाद में 2009 में रजा कांग्रेस के साथ चले गए थे. 2012 के विधानसभा चुनाव में तौकीर रजा ने समाजवादी पार्टी का समर्थन किया था.
सीएम योगी ने कहा कि मौलाना सोचता था कि वो जो चाहेगा वैसे होगा लेकिन ये हमारी सरकार है, यहां ना कभी दंगा हुआ ना कभी कर्फ्यू लगा. हम ऐसे लोगों को वो सबक सिखाएंगे जो उनकी पीढ़ियां याद रखेंगी.
बरेली में हुए बवाल को लेकर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मौलाना तौकीर रजा खान को चेतावनी दे दी है. सीएम योगी मौलाना तौकीर रजा के एक बयान को लेकर कहा कि कल बरेली में एक मौलाना भूल गया कि राज्य में सत्ता किसकी है. उसे लगा कि वो जब चाहे व्यवस्था को रोक सकता है, लेकिन हमने साफ़ कर दिया कि न तो नाकाबंदी होगी और न ही कर्फ्यू लगेगा. हमने जो सबक सिखाया है, उससे आने वाली पीढ़ियां दंगा करने से पहले दो बार सोचेंगी. व्यवस्था को रोकने का ये कैसा तरीका है? 2017 से पहले यूपी में यही चलन था, लेकिन 2017 के बाद हमने कर्फ्यू तक नहीं लगने दिया. उत्तर प्रदेश के विकास की कहानी यहीं से शुरू होती है. उन्होंने आगे कहा कि वो मानता था कि धमकी देंगे और जाम कर देंगे. हमने कहा कि ना कहीं जाम लगेगा और ना ही कहीं कर्फ्यू लगेगा. हमनें दंगाइयों को भी सबक सिखाया है.
सीएम योगी ने यूपी की पहले की सरकारों पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पहले दंगाइयों को मुख्यमंत्री आवास में बुलाकर के सम्मानित किया जाता था. दंगाइयों की आवभगत होती थी और पेशेवर अपराधी और माफियाओं के सामने सत्ता सेल्यूट करती थी. और सत्ताधारी लोग उनके कुत्तों के साथ हाथ मिलाया करते थे. आपने बहुत दृश्य देखे होंगे, कैसे सत्ता का मुखिया एक माफिया के कुत्ते से हाथ मिला कर के अपने को गौरवान्वित महसूस करता था.
आपको बता दें कि बरेली में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद 'आई लव मोहम्मद' के बैनर और नारों को लेकर तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई. इस दौरान इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा को प्रशासन ने नजरबंद कर दिया और शहर में सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई. बरेली के थाना बारादरी क्षेत्र में फइक एंक्लेव में ठहरे मौलाना तौकीर के आवास के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया.
मौलाना ने आरोप लगाया कि जैसे ही वह नमाज के लिए निकलने वाले थे, प्रशासन को उनकी लोकेशन का पता चल गया. उन्होंने कहा कि डीएम और अन्य अधिकारी मेरे आवास पर पहुंचे और मुझे बाहर जाने से रोक दिया. पूरी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई. सरकार मुसलमानों के खिलाफ सख्ती बरत रही है.
जिला प्रशासन का कहना है कि यह कदम शहर में शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाया गया है. पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने और सोशल मीडिया पर भड़काऊ सामग्री साझा न करने की अपील की है. शहर में अतिरिक्त पुलिस बल और आरएएफ की तैनाती की गई है. प्रशासन ने यह भी आश्वासन दिया है कि स्थिति की लगातार निगरानी की जा रही है और किसी भी तरह की अशांति को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे.
कौन हैं तौकीर रजा
मौलाना तौकीर रजा बरेली के एक धार्मिक नेता हैं. रजा का ताल्लुक सुन्नी मुसलमानों के बरेली संप्रदाय से है. तौकीर रजा के बुलावे पर ही शुक्रवार को बरेली में जुमे की नमाज के बाद आई लव मोहम्मद पर नारेबाजी की और फिर लोगों ने बवाल काटा. इसके पुलिस को इस मामले में लाठीचार्ज करना पड़ा. तौकीर रजा आला हजरत खानदान से आते हैं. तौकीर के ही खानदान ने इस्लाम धर्म के सुन्नी बरेलवी मसलक की शुरुआत की थी. तौकीर रजा ने 2001 में अपनी एक राजनीतिक पार्टी भी बनाई थी. तौकीर रजा की पार्टी का नाम इत्तेहाद-ए-मिल्लत परिषद है. हालांकि, बाद में 2009 में रजा कांग्रेस के साथ चले गए थे. 2012 के विधानसभा चुनाव में तौकीर रजा ने समाजवादी पार्टी का समर्थन किया था.
