- Hindi News
- राष्ट्रीय
- वैष्णोदेवी की यात्रा सातवें दिन भी बारिश की वजह से रद्द, जानें अब कब जा सकेंगे माता के दरबार
वैष्णोदेवी की यात्रा सातवें दिन भी बारिश की वजह से रद्द, जानें अब कब जा सकेंगे माता के दरबार
वैष्णोदेवी की यात्रा सातवें दिन भी बारिश की वजह से रद्द, जानें अब कब जा सकेंगे माता के दरबार

रियासी जिला भारी वर्षा से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक है. पिछले मंगलवार को कटरा क्षेत्र की त्रिकुटा पहाड़ियों में स्थित अर्धकुंवारी मंदिर मार्ग पर बादल फटने से भूस्खलन हुआ था, जिसमें 34 श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई और 20 अन्य घायल हो गए थे.
अगर आपका भी वैष्णो माता के दर्शन का प्लान है तो फिलहाल अब इंतजार बढ़ गया है. दरअसल जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले के कटरा में सोमवार को भारी बारिश के बीच माता वैष्णो देवी मंदिर की तीर्थयात्रा लगातार सातवें दिन स्थगित रही. तीर्थयात्रा के मार्ग पर पिछले मंगलवार को भूस्खलन होने से 34 लोगों की मौत हो गई थी. श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने कहा कि उसने यात्रा पुनः शुरू होने तक हेलीकॉप्टर और आवास सहित सभी बुकिंग रद्द कर दी है और शत-प्रतिशत पैसा वापस करने का निर्णय लिया है.
लोगों की बुकिंग भी की गई रद्द
एक अधिकारी ने बताया, ‘‘यात्रा पिछले एक सप्ताह से स्थगित है. खराब मौसम की स्थिति अब भी बनी हुई है, इसलिए तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यात्रा स्थगित रखने का निर्णय लिया गया है.'' माता वैष्णो देवी के निवास स्थान कटरा में और त्रिकूट पहाड़ियों पर सोमवार को भारी बारिश शुरू हो गई. अधिकारियों ने बताया कि कटरा से भवन तक हेलीकॉप्टर सेवाएं, भवन से भैंरो घाटी तक रोपवे की सवारी, होटल में ठहरने की व्यवस्था और यात्रा से संबंधित अन्य बुकिंग भी रद्द कर दी गई है.
पूरा रिफंड मिलेगा...
बोर्ड ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘यात्रा स्थगित होने तक सभी बुकिंग रद्द रहेंगी और पूरा पैसा वापस दिया जाएगा...खुद से बुकिंग रद्द करने वाले लोगों को 15 दिनों के भीतर लंबित रिफंड प्राप्त होगा.'' रियासी जिला भारी वर्षा से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक है. पिछले मंगलवार को कटरा क्षेत्र की त्रिकुटा पहाड़ियों में स्थित अर्धकुंवारी मंदिर मार्ग पर बादल फटने से भूस्खलन हुआ था, जिसमें 34 श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई और 20 अन्य घायल हो गए थे.
पिछले मंगलवार को यात्रा अगले आदेश तक स्थगित कर दी गई थी. इसके बाद उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने तीन-सदस्यीय उच्चस्तरीय जांच समिति का गठन किया था. समिति का नेतृत्व जम्मू-कश्मीर के जल शक्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव शालीन काबरा करेंगे और इसमें जम्मू के संभागीय आयुक्त और पुलिस महानिरीक्षक भी शामिल होंगे.

रियासी जिला भारी वर्षा से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक है. पिछले मंगलवार को कटरा क्षेत्र की त्रिकुटा पहाड़ियों में स्थित अर्धकुंवारी मंदिर मार्ग पर बादल फटने से भूस्खलन हुआ था, जिसमें 34 श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई और 20 अन्य घायल हो गए थे.
अगर आपका भी वैष्णो माता के दर्शन का प्लान है तो फिलहाल अब इंतजार बढ़ गया है. दरअसल जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले के कटरा में सोमवार को भारी बारिश के बीच माता वैष्णो देवी मंदिर की तीर्थयात्रा लगातार सातवें दिन स्थगित रही. तीर्थयात्रा के मार्ग पर पिछले मंगलवार को भूस्खलन होने से 34 लोगों की मौत हो गई थी. श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने कहा कि उसने यात्रा पुनः शुरू होने तक हेलीकॉप्टर और आवास सहित सभी बुकिंग रद्द कर दी है और शत-प्रतिशत पैसा वापस करने का निर्णय लिया है.
लोगों की बुकिंग भी की गई रद्द
एक अधिकारी ने बताया, ‘‘यात्रा पिछले एक सप्ताह से स्थगित है. खराब मौसम की स्थिति अब भी बनी हुई है, इसलिए तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यात्रा स्थगित रखने का निर्णय लिया गया है.'' माता वैष्णो देवी के निवास स्थान कटरा में और त्रिकूट पहाड़ियों पर सोमवार को भारी बारिश शुरू हो गई. अधिकारियों ने बताया कि कटरा से भवन तक हेलीकॉप्टर सेवाएं, भवन से भैंरो घाटी तक रोपवे की सवारी, होटल में ठहरने की व्यवस्था और यात्रा से संबंधित अन्य बुकिंग भी रद्द कर दी गई है.
पूरा रिफंड मिलेगा...
बोर्ड ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘यात्रा स्थगित होने तक सभी बुकिंग रद्द रहेंगी और पूरा पैसा वापस दिया जाएगा...खुद से बुकिंग रद्द करने वाले लोगों को 15 दिनों के भीतर लंबित रिफंड प्राप्त होगा.'' रियासी जिला भारी वर्षा से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक है. पिछले मंगलवार को कटरा क्षेत्र की त्रिकुटा पहाड़ियों में स्थित अर्धकुंवारी मंदिर मार्ग पर बादल फटने से भूस्खलन हुआ था, जिसमें 34 श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई और 20 अन्य घायल हो गए थे.
पिछले मंगलवार को यात्रा अगले आदेश तक स्थगित कर दी गई थी. इसके बाद उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने तीन-सदस्यीय उच्चस्तरीय जांच समिति का गठन किया था. समिति का नेतृत्व जम्मू-कश्मीर के जल शक्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव शालीन काबरा करेंगे और इसमें जम्मू के संभागीय आयुक्त और पुलिस महानिरीक्षक भी शामिल होंगे.
