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भगवान जगन्नाथ के दर पर गौतम अदाणी... परिवार संग किये दर्शन
भगवान जगन्नाथ के दर पर गौतम अदाणी... परिवार संग किये दर्शन

भगवान जगन्नाथ के दर पर गौतम अदाणी... परिवार संग किये दर्शन
अदाणी समूह ने महाकुंभ की तरह ही ओडिशा के पुरी में चल रही जगन्नाथ यात्रा के दौरान भी भक्तों के लिए 'प्रसाद सेवा' की शुरुआत की है. समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने इसे अपने और अपने परिवार के लिए "अत्यंत गौरव और संतोष का विषय" बताया है.
अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ के दर्शन करने पहुंचे. इस दौरान उनकी पत्नी प्रीति अदाणी और बेटे करण अदाणी भी उनके साथ थे. भगवान जगन्नाथ के भव्य और अलौकिक रथ के दर्शन किए भी गौतम अदाणी ने किये. उन्होंने हाथ जोड़कर भगवान जगन्नाथ को प्रणाम किया और रथ को छूकर ईश्वर का आशीर्वाद भी लिया. गौतम अदाणी जब पुरी पहुंचे, तो वहां बारिश हो रही थी, लेकिन इस बारिश के बीच ही वह भगवान जगन्नाथ के दर्शन करने पहुंच गए.
अदाणी समूह ने महाकुंभ की तरह ही ओडिशा के पुरी में चल रही जगन्नाथ यात्रा के दौरान भी भक्तों के लिए 'प्रसाद सेवा' की शुरुआत की है. समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने इसे अपने और अपने परिवार के लिए "अत्यंत गौरव और संतोष का विषय" बताया है. भगवान जगन्नाथ के दर्शन के बाद गौतम अदाणी इस्कॉन के उस किचन में पहुंचे, जहां पर श्रद्धालुओं के लिए महाप्रसाद तैयार किया जा रहा है. इस रसोई में रथयात्रा के दौरान करीब 40 लाख श्रद्धालुओं के लिए भोजन बनाया जाएगा.
गौतम अदाणी ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी की असीम कृपा से, हमें पुरी धाम की पावन रथयात्रा में सेवा का सौभाग्य प्राप्त हुआ है. आज से आरंभ हो रही यह दिव्य यात्रा वह क्षण है, जब स्वयं भगवान अपने भक्तों के बीच आकर उन्हें दर्शन देते हैं. यह केवल एक यात्रा नहीं, बल्कि भक्ति, सेवा और समर्पण का अनुपम उत्सव है."
उन्होंने बताया कि समस्त अदाणी परिवार इस पुण्य अवसर पर लाखों श्रद्धालुओं की सेवा के लिए पूरी निष्ठा और श्रद्धा से समर्पित है. हर भक्त को स्वच्छ, पौष्टिक और प्रेमपूर्वक परोसा गया भोजन मिले, इसी संकल्प के साथ पुरी धाम में ‘प्रसाद सेवा' आरंभ की गई है.
ओडिशा के पुरी स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर से शुक्रवार को पावन रथ यात्रा शुरू हुई. भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के साथ रथ पर सवार होकर गुंडिचा मंदिर तक जाते हैं. उसके बाद भगवान वापस अपने मूल स्थान पर लौट आते हैं. यह यात्रा 8 जुलाई तक चलेगी.
भगवान जगन्नाथ के दर पर गौतम अदाणी... परिवार संग किये दर्शन

अदाणी समूह ने महाकुंभ की तरह ही ओडिशा के पुरी में चल रही जगन्नाथ यात्रा के दौरान भी भक्तों के लिए 'प्रसाद सेवा' की शुरुआत की है. समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने इसे अपने और अपने परिवार के लिए "अत्यंत गौरव और संतोष का विषय" बताया है.
अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ के दर्शन करने पहुंचे. इस दौरान उनकी पत्नी प्रीति अदाणी और बेटे करण अदाणी भी उनके साथ थे. भगवान जगन्नाथ के भव्य और अलौकिक रथ के दर्शन किए भी गौतम अदाणी ने किये. उन्होंने हाथ जोड़कर भगवान जगन्नाथ को प्रणाम किया और रथ को छूकर ईश्वर का आशीर्वाद भी लिया. गौतम अदाणी जब पुरी पहुंचे, तो वहां बारिश हो रही थी, लेकिन इस बारिश के बीच ही वह भगवान जगन्नाथ के दर्शन करने पहुंच गए.
अदाणी समूह ने महाकुंभ की तरह ही ओडिशा के पुरी में चल रही जगन्नाथ यात्रा के दौरान भी भक्तों के लिए 'प्रसाद सेवा' की शुरुआत की है. समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने इसे अपने और अपने परिवार के लिए "अत्यंत गौरव और संतोष का विषय" बताया है. भगवान जगन्नाथ के दर्शन के बाद गौतम अदाणी इस्कॉन के उस किचन में पहुंचे, जहां पर श्रद्धालुओं के लिए महाप्रसाद तैयार किया जा रहा है. इस रसोई में रथयात्रा के दौरान करीब 40 लाख श्रद्धालुओं के लिए भोजन बनाया जाएगा.
गौतम अदाणी ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी की असीम कृपा से, हमें पुरी धाम की पावन रथयात्रा में सेवा का सौभाग्य प्राप्त हुआ है. आज से आरंभ हो रही यह दिव्य यात्रा वह क्षण है, जब स्वयं भगवान अपने भक्तों के बीच आकर उन्हें दर्शन देते हैं. यह केवल एक यात्रा नहीं, बल्कि भक्ति, सेवा और समर्पण का अनुपम उत्सव है."
उन्होंने बताया कि समस्त अदाणी परिवार इस पुण्य अवसर पर लाखों श्रद्धालुओं की सेवा के लिए पूरी निष्ठा और श्रद्धा से समर्पित है. हर भक्त को स्वच्छ, पौष्टिक और प्रेमपूर्वक परोसा गया भोजन मिले, इसी संकल्प के साथ पुरी धाम में ‘प्रसाद सेवा' आरंभ की गई है.
ओडिशा के पुरी स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर से शुक्रवार को पावन रथ यात्रा शुरू हुई. भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के साथ रथ पर सवार होकर गुंडिचा मंदिर तक जाते हैं. उसके बाद भगवान वापस अपने मूल स्थान पर लौट आते हैं. यह यात्रा 8 जुलाई तक चलेगी.